मुख्यमंत्री ने किया ‘स्मार्ट, मशीन इंटेलिजेंस और रियल-टाइम कम्यूटिंग’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ
आकाश ज्ञान वाटिका, शुक्रवार, 26 जून 2020, देहरादून (सू.ब्यूरो)। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जी.बी. पंत इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी, घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल द्वारा ‘‘स्मार्ट, मशीन इंटेलिजेंस और रियल-टाइम कम्यूटिंग ‘‘ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जी.बी. पंत इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी, घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल की ‘स्मार्ट काॅम-2020’’ पर आधारित पुस्तिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण देश जिस विषम परिस्थितियों के दौर से गुजर रहा है, इन परिस्थितियों में तकनीक का महत्व और अधिक बढ़ गया है। समय की माँग एवं अभियांत्रिकी के इस युग में टेक्नाॅलोजी को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का जितना अधिक इस्तेमाल होगा उससे कार्यों में और अधिक पारदर्शिता आयेगी और समय की बचत भी होगी। हमारा प्रयास है कि आने वाले डेढ़-दो वर्षों में अपने प्रदेश के सुदूरवर्ती गाँवों में भी तकनीक के माध्यम से सम्पर्क कर सकें।
मुख्यमंत्री ने जी.बी. पंत इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी, घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल को “स्मार्ट, मशीन इंटेलिजेंस और रियल-टाइम कम्यूटिंग‘‘ विषय पर अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करने पर बधाई देते हुए कहा कि तकनीकि शिक्षा कुशल जनशक्ति का सृजन कर, औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाकर और लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करके देश के मानव संसाधन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जी.बी. पंत इंस्टीट्यूट, उत्तराखण्ड राज्य में प्रमुख तकनीकि संस्थान होने के नाते स्मार्ट, मशीन इंटेलिजेंस और रियल-टाइम कम्यूटिंग जैसे चुनौतीपूर्ण विषय पर अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर अपनी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वाह कर रहा है। यह सम्मेलन तकनीकि क्षेत्र में अनुसंधान कार्य को बढ़ावा देने और नवीन विचारों का साझा करने में सफल होगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जी.बी. पंत इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी, घुड़दौड़ी, पौड़ी गढ़वाल के निदेशक प्रो० एम.पी.एस. चौहान, मुख्य संरक्षक डाॅ० एस.एन. सिंह, डाॅ० अयूब खान, संस्थान के सभी शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।