चम्पावत उपचुनाव : अब मौसम के साथ ही सियासी पारा भी चढ़ेगा, 20 मई से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के प्रचार में उतरेंगे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
“मैं गोलज्यू महाराज, चंपावत की जनता-जनार्दन, मां पूर्णागिरि और माँ बाराही से प्रार्थना करता हूं कि निर्मला जी को अपना आशीर्वाद प्रदान करें। भगीरथ भट्ट सहित स्थानीय नेताओं ने 20 मई के बाद चुनाव प्रचार में आने को कहा। जब चुनाव प्रचार पूरे उठान पर होगा। इसलिए मैं 20 तारीख के बाद चम्पावत दो तीन दिन के लिए जनता-जनार्दन की शरण में पहुंचूंगा। उन्होंने इस संदेश के साथ निर्मला गहतोड़ी का फोटो भी शेयर किया है।” : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
आकाश ज्ञान वाटिका, 12 मई 2022, गुरूवार, देहरादून/ चम्पावत। उत्तराखंड के चम्पावत उपचुनाव अब मौसम के साथ ही सियासी पारा भी चढ़ेगा। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के समर्थन में पूर्व सीएम हरीश रावत चुनाव प्रचार करेंगे। नामांकन में न पहुंच पाने पर सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया में आगामी 20 मई से प्रचार प्रसार के लिए चम्पावत जाने की जानकारी शेयर की है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मैसेज लिखा है कि कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी एक ऐसी विदुषी महिला हैं। जो गृहस्थ जीवन और सामाजिक जीवन, दोनों में समन्वय रखते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुये आज ऐसे मुकाम तक पहुंची हैं। पार्टी ने उन्हें चम्पावत विधानसभा उपचुनाव की चुनौती स्वीकार करने का आदेश दिया है। उन्होंने गोलज्यू महाराज के आशीर्वाद लेकर नामांकन पत्र भरा। उत्तराखंड में दोनों बार 2017 व 2022 में जनता-जनार्दन ने भाजपा को ब्रूट मेजॉरिटी दी। 2017 में तो एक निर्मम बहुमत और 2022 में एक अत्यधिक शक्तिशाली बहुमत भाजपा को दिया है। राज्य में लोकतांत्रिक परंपराएं जीवित रहें, संघर्षशील शक्तियों को आवाज मिल सके और सरकार के ऊपर जनता का अंकुश बना रहे, उसके लिए आवश्यक है कि कांग्रेस को शक्ति मिले। निर्मला की जीत उत्तराखंड की लोकतांत्रिक शक्तियों की जीत होगी। मैंने निर्मला को पार्टी के एक पदाधिकारी के साथ जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए देखा है। वो जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में बहुत अच्छी संगठनकर्ता सिद्ध हुई हैं।
इसीलिये पार्टी ने उनको एआईसीसी का मेंबर भी बनाया। सोनिया गांधी जी ने उनके कार्यों से प्रसन्न होकर उन्हें समाज कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बनाने के लिए मुझे आदेशित किया था और मैंने उनका नाम केंद्र सरकार के अनुमोदन के लिए प्रेषित किया और मुझे बेहद खुशी है कि उस बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में निर्मला ने बहुत अच्छे तरीके से निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्य को पूरा किया।