Breaking News :
>>सूबे में कलस्टर विद्यालयों के निर्माण की कवायद शुरू>>सहायता राशि में 75 फीसदी होगी सब्सिडी- रेखा आर्या>>कैबिनेट फैसला- जनसंवेदनाओं को सर्वोपरि रखते हुए शराब की बिक्री पर किया जायेगा नियंत्रण>>महिला प्रीमियर लीग 2025- यूपी वॉरियर्स और गुजरात जायंट्स के बीच मुकाबला आज>>उपनल कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु अनुग्रह राशि बढ़ाने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का किया आभार व्यक्त>>आगामी 6 मार्च को भारत-चीन सीमा पर बसे हर्षिल और मुखबा के दौरे पर आ रहे पीएम मोदी, की गई यह खास तैयारी >>अभय देओल की फिल्म ‘रोड’ एक बार फिर से देगी सिनेमाघरों में दस्तक, इस दिन होगी री-रिलीज>>बच्चे ही समाज का सूत, प्रत्येक कक्षा कक्ष में Tv; wi-fi ही नहीं बल्कि डिजिटल Content देना भी है हमारे प्रोजेक्ट उत्कर्ष का लक्ष्य- डीएम>>स्कूलों में स्मार्टफोन ले जाने के मामले में दिशा- निर्देश हुए तय, जानिए क्या नियम किए गए लागू >>क्या आप भी करते हैं इन चीजों को फ्रिज में स्टोर, तो हो जाएं सावधान, नहीं तो सेहत को हो सकता है नुकसान >>माणा हिमस्खलन रेस्क्यू अभियान तीन दिन बाद समाप्त, आठ श्रमिकों की मौत >>शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने केंद्रीय मंत्री को एनईपी-2020 के क्रियान्वयन व अन्य योजनाओं की दी जानकारी>>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने होली मिलन समारोह में की शिरकत, दीं शुभकामनायें>>पूर्व सैनिकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सैनिक कल्याण ने वितरित किए 5 कंप्यूटर सेट>>अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित होंगी उत्तराखंड की प्रगतिशील महिला किसान>>आठ साल की मासूम के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार >>होली से पहले मिलावटखोरों पर शिकंजा, फूड सेफ्टी विभाग ने जारी की SOP>>फिल्म निर्देशक संदीप रेड्ड वांगा ने फिल्म ‘एनिमल’ में शाहिद कपूर के बजाए रणबीर कपूर को क्यों लिया था, यहां जानिए वजह  >>मुख्यमंत्री धामी ने राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर आपदा प्रबंधन के कार्यों का लिया अपडेट>>सीएम ने कहानी संग्रह ‘भूले बिसरे मतवाले’ का किया विमोचन
उत्तराखण्ड

कैबिनेट फैसला- जनसंवेदनाओं को सर्वोपरि रखते हुए शराब की बिक्री पर किया जायेगा नियंत्रण

धार्मिक क्षेत्रों के निकट नहीं होंगी शराब की दुकानें, ओवर रेटिंग पर लाइसेंस निरस्त

देखें, नई आबकारी नीति के खास बिंदु

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 5060 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य

देहरादून। राज्य की नई आबकारी नीति 2025 में धार्मिक क्षेत्रों की महत्ता को ध्यान में रखते हुए उनके निकटवर्ती मदिरा अनुज्ञापनों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। जनसंवेदनाओं को सर्वोपरि रखते हुए, शराब की बिक्री पर और अधिक नियंत्रण किया जायेगा। उप-दुकानों और मैट्रो मदिरा बिक्री व्यवस्था को समाप्त किया गया है। नई आबकारी नीति में किसी दुकान पर एमआरपी से अधिक कीमत ली जाती है, तो लाइसेंस निरस्त करने का प्राविधान किया गया है। डिपार्टमेंटल स्टोर्स पर भी mrp लागू होगी, जिससे उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा होगी।

वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 5060 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य

पिछले दो वर्षों में आबकारी राजस्व में राज्य में काफी वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 5060 करोड़ रुपये के राजस्व लक्ष्य को निर्धारित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4000 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 4038.69 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 4439 करोड़ रुपये का लक्ष्य के सापेक्ष अब तक लगभग 4000 करोड़ रुपये की प्राप्ति हो चुकी है।

पर्वतीय क्षेत्रों में से वाइनरी इकाइयों को अगले 15 वर्षों तक आबकारी शुल्क में दी जाएगी छूट 

नई आबकारी नीति के तहत स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। थोक मदिरा अनुज्ञापन केवल उत्तराखंड निवासियों को जारी किए जाएंगे, जिससे राज्य में आर्थिक अवसर बढ़ेंगे। पर्वतीय क्षेत्रों में वाइनरी को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में उत्पादित फलों से वाइनरी इकाइयों को अगले 15 वर्षों तक आबकारी शुल्क में छूट दी जाएगी।

इससे कृषकों और बागवानी क्षेत्र में कार्य करने वालों को आर्थिक लाभ मिलेगा। मदिरा उद्योग में निवेश को प्रोत्साहित करने के निर्यात शुल्क में कटौती की गई है। माल्ट एवं स्प्रिट उद्योगों को पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।

स्थानीय कृषि उत्पादों को डिस्टिलरी द्वारा प्रयोग करने के लिए किया जा रहा है प्रोत्साहित 

आबकारी नीति के तहत नवीनीकरण, लॉटरी और अधिकतम ऑफर जैसी पारदर्शी प्रक्रियाओं के माध्यम से दुकानें आवंटित की जाएंगी। आवंटन प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया गया है। स्थानीय कृषि उत्पादों को डिस्टिलरी (आसवनी इकाइयों) द्वारा प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और उन्हें नए बाजार उपलब्ध होंगे। आबकारी नीति-2025 में जनसाधारण को मदिरा के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक बनाने के विशेष अभियान चलाने का प्राविधान किया गया है। नई आबकारी नीति प्रदेश में आर्थिक सुदृढ़ीकरण, पारदर्शिता और सामाजिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!