Breaking News :
>>यह जीत केदारनाथ क्षेत्र के जन-जन की जीत : रेखा आर्या>>‘ब्रांड मोदी’ के साथ लोगों के दिलों में तेजी से जगह बनाता ‘ब्रांड धामी’>>महाराष्ट्र में महायुति की प्रचंड जीत सनातन की जीत : महाराज>>प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से भारत को जानिए प्रश्नोनत्तरी में भाग लेने का किया आग्रह>>डीआरआई की बड़ी कार्रवाई : मुंबई हवाई अड्डे पर 3496 ग्राम कोकीन के साथ एक संदिग्ध को किया गिरफ्तार>>केदारनाथ उपचुनाव : भाजपा की ऐतिहासिक विजय और विपक्ष के झूठ की करारी हार>>तमन्ना भाटिया की ‘सिकंदर का मुकद्दर’ का ट्रेलर जारी, 29 नवंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी फिल्म>>खेल मंत्री रेखा आर्या ने खुद राफ्टिंग कर राष्ट्रीय खेलों की तैयारी का किया निरीक्षण>>पिथौरागढ़ जिले में जमीन की खरीद फरोख्त पर तलब की रिपोर्ट>>कभी देखा है नीले रंग का केला, गजब है इसका स्वाद, जबरदस्त हैं फायदे>>ज्योर्तिमठ में येलो और ग्रीन केटेगरी के भवनों को अस्थाई मरम्मत की मिली अनुमति>>ट्रंप के साथ एलन मस्क की जबरदस्त जुगलबंदी>>जनपद में जल्दी दिखेंगी आधुनिक आउटलेट/कैफे/रेस्टोरेंट, महिला स्वंय सहायता समूहों के उत्पादों को मिलेगी विपणन की सुविधा>>रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाओ पीडीआर में जापानी और फिलीपीन रक्षा मंत्रियों से की मुलाकात>>ट्रक और इनोवा की टक्कर से छह युवाओं की दर्दनाक मौत के मामले में कंटनेर ड्राइवर की हुई पहचान, जल्द होगी गिरफ्तारी >>38वें राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत शासन ने जारी किया संशोधित शासनादेश>>भारतीय संस्कृति और परंपराएं गुयाना में फल-फूल रही है- प्रधानमंत्री>>गंगा किनारे अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले युवक- युवती पर मुकदमा दर्ज >>डिजाइनर सूट पहन रकुल प्रीत सिंह ने दिखाई दिलकश अदाएं, एक्ट्रेस की हॉटनेस देख फैंस हुए घायल>>कृषि मंत्री गणेश जोशी ने 28वी आई०सी०ए०आर० क्षेत्रीय समिति-प्रथम की बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से किया प्रतिभाग
राजनैतिक-गतिविधियाँसम्पादकीय

बिहार में भाजपा की मुश्किल

आकाश ज्ञान वाटिका, 30 जून 2023, शुक्रवार, पटना, बिहार। बिहार की मीडिया में और देश भर की सोशल मीडिया में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि अगले चुनाव में कितने सांसदों की टिकट कट जाएगी। एक सूची भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, जिस पर कई लोकप्रिय यूट्यूब चैनलों में चर्चा हुई। जो सूची चर्चा में है उसमें भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्वी चंपारण के सांसद राधामोहन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब सीट के सांसद रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री व बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री और आरा के सांसद आरके सिंह, शिवहर की सांसद रमा देवी, केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह आदि के नाम हैं। अपनी सुविधा के हिसाब से कुछ लोग इसमें नाम जोड़ या घटा रहे हैं।

लेकिन भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि इनमें से ज्यादातर या लगभग सभी सांसदों को फिर से टिकट मिलेगी। अगर किसी की टिकट कटती है तो उसकी सीट पर उसकी पसंद से उम्मीदवार तय किया जाएगा। कई जगह नेताओं के बेटे या बेटियों को टिकट देने की चर्चा है। बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे अपने बेटे शाश्वत के लिए टिकट चाहते हैं। उम्र या परफॉरमेंस के आधार पर उनकी टिकट कटती है तो उनके बेटे को टिकट मिल सकती है। इसी तरह बाकी सीटों पर भी भाजपा को एडजस्टमेंट करनी है।

ऐसी इसलिए नहीं होगा कि पार्टी को इन सांसदों के चेहरे बहुत पसंद हैं या इन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। इसका कारण मजबूरी है। अगर नीतीश कुमार का भाजपा के साथ तालमेल बना रहता तब निश्चित रूप से इन सबकी टिकट कट जाती। फिर भाजपा जिसको चाहती उसको उम्मीदवार बनाती और वह नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार नाम पर जीत जाता। लेकिन अब नीतीश कुमार की पार्टी भाजपा के साथ नहीं है। वह 2014 की तरह अलग भी नहीं लड़ रही है, बल्कि राजद और कांग्रेस के साथ तालमेल करके लड़ रही है। इसलिए आमने सामने की लड़ाई में भाजपा एकाध सीटों को छोड़ कर ज्यादातर सीटों पर अपने किसी भी पुराने नेता की टिकट काटने की हिम्मत नहीं कर पाएगी।

बिहार भाजपा के सामने मुश्किल है कि उसके पास स्वतंत्र रूप से या अपने दम पर लड़ऩे वाले नेताओं की कमी है। विकल्प की कमी के कारण वह सांसदों की टिकट काटने में असमर्थ है। भाजपा के एक जानकार नेता का कहना है कि अगर कोई लहर होती तो किसी की टिकट काटने से फर्क नहीं पड़ता। लेकिन बिहार में कोई लहर नहीं है। राजद, जदयू, कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन के मुकाबले भाजपा को अपनी छोटी गठबंधन सहयोगियों के साथ एक एक सीट पर मुश्किल लड़ाई लड़ऩी है। इसलिए वह पुराने, मंजे हुए और सक्षम नेताओं की टिकट नहीं काट सकती है।

उसकी मजबूरी है कि वह अपने दम पर लड़ सकने वाले मजबूत नेताओं को टिकट दे। रविशंकर प्रसाद, आरके सिंह जैसे दो चार नेता अपवाद हैं, जिनकी जमीनी राजनीति पर पकड़ नहीं है लेकिन बाकी नेता मजबूत जमीनी पकड़ वाले हैं। वे हारें या जीतें यह अलग बात है लेकिन किसी नए नेता के मुकाबले उनकी स्थिति मजबूत रहेगी।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!