भाजपा को विनम्रता के साथ हार स्वीकार कर अपनी गलतियां सुधारनी चाहिए – धस्माना
भाजपा नेताओं को राहुल गांधी से सीखना चाहिए विनम्रता और शालीनता का पाठ – सूर्यकांत धस्माना
आगामी निकाय चुनावों में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी – महेंद्र भट्ट
देहरादून। बद्रीनाथ व मंगलौर के उप चुनावों में हार का स्वाद चखने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का अहंकार टूट नहीं रहा और वे पूर्व की भांति कांग्रेस के विरुद्ध अनावश्यक बयानबाजी कर रहे हैं जबकि उनको हार को विनम्रता के साथ स्वीकार कर अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बद्रीनाथ व मंगलौर में विधान सभा के उप चुनाव में भाजपा की हार के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष द्वारा दिए गए उस बयान पर पलटवार करते हुए कही जिसमें महेंद्र भट्ट ने “आगामी निकाय चुनावों में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी” कहते हुए अपनी हार की ख़ीज उतारते हुए कही।
धस्माना ने कहा कि भाजपा नेताओं को विनम्रता और शालीनता का पाठ राहुल गांधी से सीखना चाहिए जिनके विरुद्ध वे लगातार पिछले डेढ़ दशक से अनर्गल आरोप लगा कर बुरा भला कह कर बदनाम करने की कोशिश करते रहे लेकिन राहुल ने अपने सभी पार्टी के साथियों व समर्थकों से स्मृति ईरानी समेत किसी भी विपक्षी के खिलाफ अपमानजनक बात लिखने या बोलने से परहेज करने को कहा। धस्माना ने कहा कि श्री बद्रीनाथ व मंगलौर में भाजपा की हार का सबसे बड़ा कारण राज्य की जनता की नाराजगी है जिसने लगातार भाजपा को दो दो बार विधानसभा में व दो दो बार लोकसभा में भारी बहुमत से जीता कर सत्ता सौंपी किंतु बदले में भाजपा ने जनता को केवल निराश किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या मामला हो या भारती घोटाला या फिर पेपर लीक हर मुद्दे पर राज्य की जनता की भावनाओं का भाजपा सरकार ने तिरस्कार किया क्यूंकि भाजपा को लगता है कि केवल धर्म के नाम पर लोग उनको कैसे भी हालात में वोट देंगे किंतु जनता ने जो संदेश दोनों धर्म नगरियों बद्रीनाथ व हरिद्वार जो कि देश ही नहीं दुनिया भर के सनातनियों की आस्था के सबसे बड़े केंद्र हैं इनमें भाजपा को हरा कर साफ साफ संदेश दे दिया है कि हर बार धर्म के नाम पर लोग मूर्ख नहीं बनने वाले।
धस्माना ने कहा कि इस हार से बजाय बौखलाने के भाजपा को आत्म चिंतन व आत्म मंथन करने की आवश्यकता है और विशेष रूप से प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष को क्यूंकि उनकी अपनी विधानसभा में भाजपा बुरी तरह से हारी है।