देश
बाइकर्स गैंग ने Ex IPS को बीच सड़क पर पीटा
पटना। पटना में बीच सड़क पर डीआइजी रैंक के पूर्व आइपीएस अधिकारी को बाइकर्स गैंग ने जमकर पीटा। किसी तरह जान बचाकर उन्होंने वरीय अधिकारियों को खबर दी। इसके बाद एक थानेदार ने फोन कर हाल जाना तो अपना क्षेत्र नहीं होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया। घटनाक्रम से अाहत घायल पूर्व पुलिस अधिकारी व उनकी पत्नी ने पुलिस तथा कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। मामला पटना के रामकृष्ण नगर थाने के जगनपुरा इलाके का है।
बीच सड़क पर होती रही पिटाई
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को रामकृष्ण नगर थाने के जगनपुरा इलाके में एक दर्जन बाइक सवार अपराधियों ने पूर्व डीआइजी अजय वर्मा की सरेराह पिटाई कर दी। इस मामले में रामकृष्णानगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। अजय वर्मा 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। पिछले साल उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी।
बाइक-कार टक्कर के बाद उलझा मामला
पूर्व डीआइजी अजय वर्मा अपने बेटे और पत्नी के साथ खरीदारी करने गए थे। लौटने के क्रम में जगनपुरा के पास एक बाइक ने पीछे से उनकी कार में टक्कर मार दी। बताया जाता है कि अजय वर्मा कार से नीचे उतरे और बाइक से चाबी निकाल ली और पुलिस को फोल किया। इसी बीच बाइक सवार लड़के ने भी फोन कर अपने दोस्तों को बुला लिया। कुछ ही देर में बाइक सवार एक दर्जन लड़के वहां पहुंच गए और पूर्व डीआइजी अजय वर्मा की लात-घूंसे से जमकर पिटाई कर दी। उन्होंने कार ड्राइवर की भी पिटाई की। बीच-बचाव करने आए पत्नी और बेटे से भी बदलसलूकी की गई। एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि पूर्व डीआइजी की कार से एक युवक की बाइक टकरा गई थी। इसके बाद दोनों ओर से विवाद हो गया।
अपराधियों तलाश को छापेमारी जारी
रामकृष्णनगर थाने की पुलिस घटना के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची और घायल पूर्व डीआइजी को इलाज के लिए अस्पताल ले गई। पुलिस ने अपराधियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिसआसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है। वहीं कुछ बाइक के नंबर पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है।
एक थानेदार ने फोन पर कहा: मेरा क्षेत्र नहीं
पूर्व डीआइजी की पत्नी संपा सिन्हा के अनुसार घटना स्थल पर करीब आधे घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची। पुलिस महकमे के वरीय अधिकारियों से बात करने के बाद एक थानेदार ने फोन कर हाल जाना, लेकिन उसने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि घटना उसके क्षेत्र में नहीं हुई है।
सदमे व गुस्से से भरी अजय वर्मा की पत्नी ने कहा कि घटना के दौरान वे लोग भगवान भरोसे रहे। किस्मत अच्छी थी कि जान बच गई। उन्होंने बिहार पुलिस पर भरोसा होने से इनकार कर दिया। साथ ही आए दिन हो रही घटनाओं को लेकर कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।
घायल पूर्व डीआइजी ने कही ये बात
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व डीआइजी अजय वर्मा ने कहा कि सड़क पर एक बाइक ने उनकी खड़ी गाड़ी में ठोकर मारी। बाइक सवार नागालिग व बिना हेलमेट के थे। उन्होंने यह देख बाइक को रोका और चाबी निकाल कर पुलिस को सूचना दी। इस बीच बाइक सवार लड़कों ने अपने लोगों को फोन किया। लेकिन पुलिस तो नहीं पुहंची, लड़कों का पूरा गैंग पहुंच गया। अजय वर्मा के अनुसार उन्होंने पटना के ट्रैफिक एसपी व एसएसपी को खुद फोन किया। फिर भी विलंब हुआ तो डीजीपी को फोन किया। इसके बाद दो पुलिस अधिकारी पहुंचे। इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि यह उसके इलाके का मामला नहीं है।
अजय वर्मा ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए, जो नहीं है। किसी घटना की सूचना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इसमें क्षेत्राधिकार का पेंच नहीं फंसना चाहिए।
बीच सड़क पर होती रही पिटाई
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को रामकृष्ण नगर थाने के जगनपुरा इलाके में एक दर्जन बाइक सवार अपराधियों ने पूर्व डीआइजी अजय वर्मा की सरेराह पिटाई कर दी। इस मामले में रामकृष्णानगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। अजय वर्मा 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। पिछले साल उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी।
बाइक-कार टक्कर के बाद उलझा मामला
पूर्व डीआइजी अजय वर्मा अपने बेटे और पत्नी के साथ खरीदारी करने गए थे। लौटने के क्रम में जगनपुरा के पास एक बाइक ने पीछे से उनकी कार में टक्कर मार दी। बताया जाता है कि अजय वर्मा कार से नीचे उतरे और बाइक से चाबी निकाल ली और पुलिस को फोल किया। इसी बीच बाइक सवार लड़के ने भी फोन कर अपने दोस्तों को बुला लिया। कुछ ही देर में बाइक सवार एक दर्जन लड़के वहां पहुंच गए और पूर्व डीआइजी अजय वर्मा की लात-घूंसे से जमकर पिटाई कर दी। उन्होंने कार ड्राइवर की भी पिटाई की। बीच-बचाव करने आए पत्नी और बेटे से भी बदलसलूकी की गई। एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि पूर्व डीआइजी की कार से एक युवक की बाइक टकरा गई थी। इसके बाद दोनों ओर से विवाद हो गया।
अपराधियों तलाश को छापेमारी जारी
रामकृष्णनगर थाने की पुलिस घटना के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची और घायल पूर्व डीआइजी को इलाज के लिए अस्पताल ले गई। पुलिस ने अपराधियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिसआसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है। वहीं कुछ बाइक के नंबर पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है।
एक थानेदार ने फोन पर कहा: मेरा क्षेत्र नहीं
पूर्व डीआइजी की पत्नी संपा सिन्हा के अनुसार घटना स्थल पर करीब आधे घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची। पुलिस महकमे के वरीय अधिकारियों से बात करने के बाद एक थानेदार ने फोन कर हाल जाना, लेकिन उसने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि घटना उसके क्षेत्र में नहीं हुई है।
सदमे व गुस्से से भरी अजय वर्मा की पत्नी ने कहा कि घटना के दौरान वे लोग भगवान भरोसे रहे। किस्मत अच्छी थी कि जान बच गई। उन्होंने बिहार पुलिस पर भरोसा होने से इनकार कर दिया। साथ ही आए दिन हो रही घटनाओं को लेकर कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।
घायल पूर्व डीआइजी ने कही ये बात
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व डीआइजी अजय वर्मा ने कहा कि सड़क पर एक बाइक ने उनकी खड़ी गाड़ी में ठोकर मारी। बाइक सवार नागालिग व बिना हेलमेट के थे। उन्होंने यह देख बाइक को रोका और चाबी निकाल कर पुलिस को सूचना दी। इस बीच बाइक सवार लड़कों ने अपने लोगों को फोन किया। लेकिन पुलिस तो नहीं पुहंची, लड़कों का पूरा गैंग पहुंच गया। अजय वर्मा के अनुसार उन्होंने पटना के ट्रैफिक एसपी व एसएसपी को खुद फोन किया। फिर भी विलंब हुआ तो डीजीपी को फोन किया। इसके बाद दो पुलिस अधिकारी पहुंचे। इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि यह उसके इलाके का मामला नहीं है।
अजय वर्मा ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए, जो नहीं है। किसी घटना की सूचना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इसमें क्षेत्राधिकार का पेंच नहीं फंसना चाहिए।