अजित पवार ने मंत्री पद की शपथ ली, उपमुख्यमंत्री बनना तय
महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में अजित पवार को बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा था। अजित पवार ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। उनको उपमुख्यमंत्री के पद से नवाजा जाना तय माना जा रहा है। अब महाराष्ट्र सरकार में वह नंबर 2 की हैसियत से काम करेंगे। लगभग 37 दिनों में यह दूसरा मौका है, जब अजित पवार को उपमुख्यमंत्री का पद फिर से दिया जा रहा है।
अजित पवार के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद अब ये सवाल उठ रहे हैं कि अजित को ये जिम्मेदारी देना, शरद पवार की मजबूरी है या फिर सियासी रणनीति? एनसीपी से बगावत करने वाले अजित पवार ने भाजपा से मिलकर पिछले दिनों मंत्रिपद की शपथ ली थी? हालांकि, बाद में वह इस्तीफा देकर अपनी पार्टी के साथ खड़े नजर आए थे। शरद पवार ने भी कहा था कि अजित कहीं गए ही नहीं थे, इसलिए लौटने की बात ही नहीं है।
चौथी पर मुख्यमंत्री बनने जा रहे अजित पवार
इससे पहले अजित पवार ने 23 नवंबर को मंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन 26 नंवबर को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस तरह देवेंद्र फड़नवीस की सरकार सिर्फ 3 दिन में गिर गई थी। वैसे बता दें कि अजित पवार रिकॉर्ड चौथी बार उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। इससे पहले वह 2010 और 2012 में भी उपमुख्यमंत्री के पद से नवाजे जा चुके हैं।
बताया जा रहा है कि एनसीपी से अजित पवार, धनंजय मुंडे, जयंत पाटील, छगन भुजबल, जीतेंद्र अव्हाड, नवाब मलिक, दिलीप वलसे पाटील, हसन मुश्रीफ, बालासाहेब पाटील, दत्ता भरणे, अनिल देशमुख, राजेश टोपे और डॉ. राजेंद्र शिंगणे मंत्रिपद की शपथ ले सकते हैं। वहीं, शिवसेना से अनिल परब, प्रताप सरनाईक, रविंद्र वायकर, सुनील राऊत, उदय सामंत, भास्कर जाधव या वैभव नाईक, आशीष जैस्वाल या संजय रायमुलकर, बच्चू कडू, संजय राठोड शंभुराजे देसाई, प्रकाश अबिटकर, संजय शिरसाट, अब्दुल सत्तार, तानाजी सावंत, गुलाबराव पाटील, दादा भुसे और सुहास कांदे को मंत्रिपद दिया जा सकता है।