दिल्ली में छ: आतंकिय़ों की गिरफ्तारी के बाद अब देश के अन्य राज्यों में भी पुलिस हाई अलर्ट जारी
नई दिल्ली, दिल्ली में छ: आतंकिय़ों की गिरफ्तारी के बाद अब देश के अन्य राज्यों में भी पुलिस हाई अलर्ट पर आ गई है। पकड़े गए आतंकियों से साफ है कि वे कई राज्यों में त्योहार के सीजन में ब्लास्ट करना चाहते थे। कई अन्य राज्यों से भी उनके खतरनाक मंसूबे की बात सामने आ रही है। इस बीच, पंजाब से पाकिस्तान समर्थित आतंकी माड्यूल के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
आइएसआइ समर्थित आतंकी माड्यूल के चार और सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। यह मॉड्यूल पिछले महीने राज्य के अमृतसर जिले में IED विस्फोट में संलिप्त था। इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी है। सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य में हाई अलर्ट जारी करने का आदेश दिया है।
एक बार फिर संसद जैसे हमले की थी तैयारी, आतंकियों से पूछताछ में खुलासा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा मंगलवार को गिरफ्तार किए गए छह आतंकियों से पूछताछ में कई नई जानकारी सामने आई है। पूछताछ में आतंकियों ने कबूला है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस ([आइएसआइ)] और अंडरवर्ल्ड से जुड़े ये आतंकी एक खतरनाक मिशन पर भारत आए थे। इसके लिए देश में एक बार फिर संसद हमले जैसी आतंकी साजिश रची जा रही थी। इसके लिए इन आतंकियों को पूरी तरह से जिहादी बनाया गया। पकड़े गए आतंकी ओसामा और जीशान को उसी कैंप में प्रशिक्षण दिया गया जहां मुंबई हमले के आतंकी अजमल कसाब को तैयार किया गया था।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तान के थट्टा इलाके में बने कैंप में आतंकियों को प्रशिक्षण देने का काम पाकिस्तानी सेना व आइएसआइ लंबे समय से कर रही है। लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मुहम्मद जैसे संगठनों के आतंकियों को वहीं पर प्रशिक्षण दिया जाता है। गाजी नाम के मेजर जनरल की देखरेख में जीशान और ओसामा को प्रशिक्षण दिया गया। दोनों को लेकर सादे कप़़डों में आर्मी का अफसर कैंप में गया था। उसे प्रशिक्षण देने वालों ने सलामी दी थी। एक अधिकारी के मुताबिक दोनों आतंकियों ने पूछताछ में बताया कि पैसे के लिए नहीं, बल्कि जिहाद के लिए प्रशिक्षण लेने पाकिस्तान गए थे।
अमृतसर में ड्रोन से गिराए गए थे हथियार
अधिकारियों के मुताबिक इस माड्यूल में कई और आतंकी हैं। इनके पास अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के जरिये आइएसआइ हथियार व विस्फोटक पहुंचा रही थी। बीते अगस्त माह में अमृतसर में पाकिस्तानी ड्रोन से 100 पिस्टल, ब़़डी संख्या में टिफिन बम, हैंड ग्रेनेड, आरडीएक्स व अन्य विस्फोटक सामग्री इसी माड्यूल के लिए गिराई गई थी। इनके पास पहुंचने से पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने उसे जब्त कर लिया था।
अदालत ने भेजा 14 दिन के रिमांड पर
सभी छह आतंकियों को बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। स्पेशल सेल के मुताबिक जान मुहम्मद शेख 20 साल पहले अंडरवर्ल्ड से जु़ड़ा था। उसकी अनीस इब्राहिम से सीधी बात होती थी। सूत्रों के मुताबिक आइएसआइ और अनीस इब्राहिम ने इस माड्यूल को दो ग्रुप में बांटा था। पहला ग्रुप रायबरेली के मूलचंद व मुंबई के जान मुहम्मद का था, जो सीधा अंडरवर्ल्ड से जुड़ा था। दोनों का काम फंड जुटाने से लेकर हथियार मुहैया कराना था। दूसरा ग्रुप दिल्ली के जामिया नगर के ओसामा और प्रयागराज के जीशान का था, जिनका काम रेकी करना था।