सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्यों के लिए एडवोकेट विकेश सिंह नेगी व युवा उद्यमी जय प्रकाश अमोला हुए “हीरा अवार्ड-2021” से सम्मानित
आकाश ज्ञान वाटिका, 3 जनवरी 2022, सोमवार, देहरादून। ड्रीम्स संस्था (डेवलेपमेंड इन रूरल एम्बोसमेंट एंड मोटिवेशन सोसायटी) की ओर उत्तराखंड में सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्यों के लिए एडवोकेट विकेश सिंह नेगी व युवा उद्यमी जय प्रकाश अमोला को “हीरा अवार्ड-2021” से सम्मानित किया गया। एडवोकेट विकेश सिंह नेगी व युवा उद्यमी जय प्रकाश अमोला ने उत्तराखंड में अपने सामाजिक कार्यां से अपने एक अलग पहचान बनाई है। दोनों ही सादा जीवन उच्च विचार की परिपाठी पर चलते हुए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मद्द के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, पद्श्री कल्याण रावत, पद्श्री प्रीतम भरतवाण ने सभी को मोमेंटो देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। संस्था के महासचिव दीपक नौटियाल ने बताया उनकी संस्था स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, स्वरोजगार, ग्रामीण कृषि, कौशल विकास के क्षेत्र में कार्य कर रही है। पिछले 14 सालों से उनकी संस्था इस कार्य में लगी हुई है।
आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का हमदर्द विकेश नेगी
विकेश सिंह नेगी देहरादून में एडवोकेट हैं। वह कानूनी लड़ाई में लोगों की मद्द करने के साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का केस भी नि:शुल्क लड़ते हैं। इसके साथ ही न्यायालय के बाहर वह एक समाजसेवी की भूमिका में होते हैं। जहां गरीब बच्चों की शिक्षा में मद्द करने के साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर कन्याओं की शादी विवाह में भी मद्द करते हैं। कोरोनाकाल में विकेश सिंह नेगी ने दूसरे राज्य के लोगों के रहने खाने तक की व्यवस्था निशुल्क की। इसके साथ ही कई लोगों की आर्थिक मद्द भी उन्होंने की। विकेश सिंह नेगी कहते हैं कि खाली हाथ आये थे एक दिन खाली हाथ जाना है। इस लिए जितनी हो सके आम जनमानस की मद्द की जाये। लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटाने के प्रयास में लगा रहता हूं। पुरस्कार पाकर और बेहत्तर करने की प्रेरणा मिलती है। अगर आपके काम का आकलन लोग कर रहे हैं तो आपकी मेहनत सफल हो जाती है।
स्वरोजगार करने वालों के लिए प्रेरणा हैं जय प्रकाश अमोला
युवा उद्यमी जय प्रकाश अमोला ने बेहद कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। मूल रूप से टिहरी जनपद के रहने वाले जय प्रकाश अमोला ने दिल्ली से लेकर विदेशों तक होटलों में नौकरी की। कुछ अलग करने की चाह इन्हें देहरादून वापस ले आई। देहरादून के मथरोवाला में छोटे भाई गंगा अमोला के साथ मिलकर अमोलाज रेस्टोरेंट की शुरूआत की। अपने रेस्टोरेंट में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया। उन्हें काम की बारीकियां सीखाई। कहते हैं मेहनत का फल एक दिन अवश्य सफल होता है। यही इन दोनों भाईयों के साथ भी हुआ। धीरे-धीरे अमोलाज का स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़ने लगा। आज यह देहरादून के लोगों का पंसदीदा रेस्टोरेंट बन चुका है। इसके साथ ही जय प्रकाश अमोला सामाजिक कार्यों में लगातार सक्रिय रहते हैं। अपनी कमाई का एक हिस्सा दोनों भाई जरूरतमंद लोगों की मद्द में खर्च करते हैं। कोरोनाकाल में जरूरतमंदों को अपने रेस्टोरेंट से भोजन बनाकर वितरित किया। कई युवाओं के अपना स्वरोजगार खोलने में इन्होंने मदद की है। इनके इन्ही कार्यों को देखते हुए ड्रीम्स संस्था (डेवलेपमेंड इन रूरल एम्बोसमेंट एंड मोटिवेशन सोसायटी) की ओर इन्हें “हीरा अवार्ड-2021” से सम्मानित किया गया।