प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशों से बदरीनाथ धाम को ‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन’ के रूप में विकसित करने में जुटी प्रदेश सरकार
आकाश ज्ञान वाटिका, 10 जून 2021, गुरुवार, देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशों के क्रम में बदरीनाथ धाम को ‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन’ के रूप में विकसित करने में जुटी प्रदेश सरकार ने बदरीनाथ में बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए केंद्र सरकार के उपक्रम वाप्कोस (वाटर एंड पावर कंसल्टेंसी सर्विस) को कार्यदायी संस्था नामित किया है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
बदरीनाथ धाम के संबंध में कैबिनेट के समक्ष रखे गए प्रस्ताव में बताया गया कि बदरीनाथ में अलकनंदा नदी पर मंदिर परिसर में 11 करोड़ के कार्य वाप्कोस द्वारा किए जा रहे हैं। इसके अलावा जलशक्ति मंत्रालय की ओर से भी वहां 15 करोड़ के कार्य प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही करीब 75 करोड़ की लागत से बाढ़ सुरक्षा कार्य कराए जाने हैं, जिसके लिए वाप्कोस को कार्यदायी संस्था नामित करने पर जोर दिया गया। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूर कर दिया। तय किया गया कि वाप्कोस को सेंटेज के रूप में कार्य लागत का अधिकतम 3.5 फीसद देय होगा।
केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के अनुरूप गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के प्रशासनिक भवन में शामिल आठ भवनों के अलावा सरस्वती व मंदाकिनी नदी के संगम पर पूर्व में निर्मित घाट के ध्वस्तीकरण के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई है। ध्वस्त की जाने वाली परिसंपत्तियों के स्थान पर मास्टर प्लान के अनुरूप प्रशासनिक भवन, म्यूजियम, अस्पताल भवन, पुलिस स्टेशन, अतिथि गृह, प्रशासनिक कमांड व नियंत्रण केंद्र आदि का निर्माण 54.62 करोड़ की लागत से किया जाना प्रस्तावित है।