‘अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रही है भाजपा-कांग्रेस’ : कर्नल अजय कोठियाल
आकाश ज्ञान वाटिका, 17 जनवरी 2022, सोमवार, देहरादून। उत्तराखंड में सत्ता में आने के इरादे से मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य रहे कर्नल अजय कोठियाल के नेतृत्व में पार्टी प्रदेश में चुनाव लड़ रही है। पूर्व फौजी होने के साथ ही उन्हें ईमानदार व कर्मठ व्यक्ति के तौर पर पेश कर पार्टी ने चुनावी शंखनाद किया है। पार्टी अब तक प्रदेश की 70 में 59 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। बिजली मुफ्त देने के साथ ही पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में शहीद परिवारों को एक करोड़ सम्मान राशि देने की घोषणा शामिल है। इसके अलावा छह माह में एक लाख रोजगार प्रदान करने, बेरोजगारों को पांच हजार रुपये भत्ता, 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह सम्मान राशि के वायदे कर पार्टी वोटरों को लुभाने का प्रयास कर रही है। आम आदमी पार्टी भाजपा व कांग्रेस को कड़ी चुनौती देने का दावा कर रही है। हालांकि, पार्टी की जमीनी हकीकत आगामी 10 मार्च को विस चुनाव की मतगणना के बाद ही पता चलेगी।
आम आदमी पार्टी के सभी वायदे धरातल पर संभव हैं। दिल्ली में कर के दिखाया है, उत्तराखंड में भी करेंगे। भ्रष्टाचार को समाप्त करने से कई सेवाएं आमजन को मुफ्त में दी जा सकती हैं। पार्टी कोई नया कार्य नहीं कर रही, लेकिन भाजपा-कांग्रेस ने कभी इस ओर सोचा भी नहीं। उन्हें जनता का पैसा खाने से फुरसत नहीं।
आप को जनता बाहरी दल के रूप में नहीं देख रही है, यह सिर्फ भाजपा-कांग्रेस की ओर से बनाया जा रहा माहौल है। आमजन पार्टी को अपना रहा है और सत्ता में देखना चाहता है।
कर्नल कोठियाल के लिए यदि कोई राजनीतिक पार्टी हो सकती थी तो वह आम आदमी पार्टी ही है, जहां पढ़े-लिखे और विजन के साथ चलने वाले लोग हैं। आम आदमी पार्टी में दूसरे दलों की तरह ऊपर से मिलने वाले आदेशों का पालन नहीं करना पड़ता। जनता के हित और सुविधा के लिए पार्टी का कोई भी कार्यकत्र्ता निर्णय ले सकता है।
भाजपा प्रदेश में सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर चुनाव जीतने की गलतफहमी पालकर बैठी है। धरातल पर कार्य न होने से जनता परेशान है। मुख्यमंत्री बदलने में व्यस्त रही भाजपा ने इस कार्यकाल में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किया।
आम आदमी पार्टी ने कभी भी देश की सेना और राष्ट्रभक्ति पर सवाल नहीं उठाए। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। भाजपा की ओर से दुष्प्रचार कर इस प्रकार का माहौल बनाया गया। उत्तराखंड में बड़ी संख्या में सैनिक व सैन्य परिवार पार्टी से जुड़ रहे हैं।