Breaking News :
>>इंतजार की घड़िया खत्म, कुछ ही घंटो बाद उत्तराखण्ड के सबसे गौरवान्वित पल 38वें नेशनल गेम्स का आगाज >>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने निकाय चुनाव में विजयी हुए सभी पार्षदों को दी बधाई एवं शुभकामनाएं >>मुख्यमंत्री धामी ने यूसीसी पोर्टल पर सबसे पहले कराया अपने विवाह का पंजीकरण >>मंत्री रेखा आर्या ने जारी किया वात्सल्य योजना का पैसा>>उत्तराखंड में लागू हुई समान नागरिक संहिता>>यूसीसी लागू करने पर महाराज ने मुख्यमंत्री धामी का आभार जताया>>मोहनलाल की फिल्म ‘एल 2 एम्पुरान’ का टीजर हुआ रिलीज, 27 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म >>मोरी विकासखंड के सावणी गांव में लगी आग, 15 भवन जलकर राख>>क्या आपका भी ठंड के मौसम में बढ़ जाता है ब्लड शुगर लेवल, तो कर लीजिए कंट्रोल, नहीं तो शरीर को हो सकता है नुकसान>>प्रदेश में ढाई साल की तैयारियों के बाद आज लागू होने जा रहा यूसीसी>>खेल मंत्री रेखा आर्या ने मां गंगा से मांगा खिलाड़ियों के लिए आशीर्वाद>>अगले पांच साल में सीवर की समस्या पूरी तरह से हो जायेगी दूर – अरविंद केजरीवाल >>एसजीआरआरयू सहित एसजीआरआर के संस्थानों में गणतन्त्र दिवस की धूम>>प्रदेश की बेटियों के लिए ऐतिहासिक कदम होगा यूसीसी- रेखा आर्या>>‘सत्ता के सेमीफाइनल’ में जीत से जमी धामी की धमक>>गणतंत्र दिवस- कर्तव्य पथ पर दिखा सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल पर आधारित उत्तराखंड की झांकी का मनमोहक दृश्य>>क्या आपको भी पसंद है सर्दियों में दही खाना, तो इन तरीकों से घर में ही जमाएँ दही  >>मुख्य सचिव ने सचिवालय में फहराया राष्ट्रीय ध्वज >>आज मनाया जा रहा देश का 76वां गणतंत्र दिवस, कर्तव्य पथ की परेड में निकाली गई विभिन्न राज्यों की झांकियां >>मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल करेंगे यूसीसी के पोर्टल और नियमावली का लोकार्पण 
स्वास्थ

हाई स्पीड स्पोर्ट्स कार से भी ज्यादा तेज रफ्तार से आती है छींक, रोकने पर हो सकती है मौत

कई बार छींक बहुत तेजी से आती है. अगर इतनी तेज गति से आने वाली छींक को रोका जाए तो दिमाग की नश तक फट सकती है। छींक के दौरान दिमाग पर इतना प्रेशर पड़ता है कि छींक रोकने से कई नुकसान हो सकते हैं. कई बार अगर नाक में कोई बाहरी तत्व चला जाए तो छींक आने लगती है. इसके अलावा जुकाम में भी छींक आती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छींक रोकना भी कई बार जानलेवा साबित हो सकता है।

छींक का खतरनाक असर अंगों पर पड़ता है
मेडिकल साइंस के मुताबिक छींक रोकने की कोशिश आपके शरीर में कई सारी दिक्कत शुरू कर सकती है. जो काफी ज्य़ादा जानलेवा साबित हो सकती है. इसके कारण शरीर के फंक्शन पर भी बुरा असर होता है. डॉक्टर्स छींक रोकना बहुत खतरनाक मानते हैं. छींक रोकने से आपके शरीर के अंगों पर खतरनाक असर पड़ता है. तेज गति से आने वाली छींक से नाक, गले और मुंह के दूसरे सेल्स पर काफी ज्यादा प्रेशर पड़ता है. इसके कारण इन सेल्स को काफी ज्यादा नुकसान होता है. कई बार तो ब्रेन पर भी इसका गंभीर असर पड़ता है।

छींक रोकने का असर कान पर पड़ता है
छींक के दौरान नाक के छेद में तेज गति में हवा में चली आती है. ऐसे में छींक तेज हवा रोकती है और दूसरे अंगों में चली जाती है. सबसे ज्यादा असर कान में पड़ता है. कान के परदे पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।

छींक रोकने से बैक्टीरिया शरीर के अंदर चला जाता है
छींक के कारण नाक और मुंह से बैक्टीरिया निकलता है. छींक रोकने से बैक्टीरिया भी शरीर में रूक जाएगा. जिसके कारण इसका स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है. छींक रोकने से आंख के ब्लड वेसल्स भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकते हैं. दिमाग की नसों पर भी इसका बुरा असर होता है. इसलिए छींक नहीं रोकना चाहिए।

छींक रोकने से गर्दन में सूजन होने लगता है
छींक रोकने से ऐसा महसूस होता है कि जैसे गर्दन में कुछ फट गया है. जिसके कारण तेज दर्द महसूस होता है. इसके कारण कुछ भी निगलने में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. इसके कारण बोलने में भी काफी दिक्कत होती है. छींक रोकने के कारण सांस की नली में सूजन हो जाती है. इसके कारण कुछ भी खाने और बोलने में दिक्कत होती है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!