लघु समाचार पत्रों की अनदेखी के खिलाफ पत्रकारों ने खोला मोर्चा
लघु समाचार पत्रों के साथ सौतेला व्यौहार क्यों ?
देहरादून, गुरुवार, २५ अगस्त २०१९। उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में राज्य के एक एक व्यक्ति के संघर्ष के साथ ही लघु व माध्यम समाचार पत्रों की भूमिका भी अग्रणी रही है। लेकिन आज कुर्सी पर बैठे कुछ चंद लोग इसे अपनी व्यक्तिगत जागीर समझ बैठे हैं। यही कारण है कि आये दिन नये नये निराधार नियम जनता पर थोपते रहते हैं। उत्तराखण्ड सूचना विभाग का भी कुछ ऐसा ही हाल है। राज्य को अस्तित्व में आये १८ वर्ष पूर्ण हो चुके हैं लेकिन सूचना विभाग पत्रकारों के हित में अभी तक कोई स्थायी व ठोस नियमावली नहीं बना पाया है। विज्ञापनों के लिए भी कोई पारदर्शी व स्थायी नीति नहीं है। सूचना निदेशालय में जो भी महानिदेशक पदासीन होता है वह अपनी इच्छानुसार विज्ञापन वितरण करने लगता है व लघु समाचार पत्रों से जुड़े पत्रकारों का उत्पीड़न करने लगता है। गौरतलब है कि सूचना विभाग के द्वारा बीते काफी समय से लघु समाचार पत्रों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार करते हुए उनका उत्पीड़न किया जा रहा है जबकि लघु पत्रकार एक जमीन से जुड़ा पत्रकार है।
हरेला उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध लोकपर्व है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस त्यौहार की लोकप्रियता को बरक़रार रखने के उद्देश्य से हरेला पर्व को धूमधाम से मनाने के साथ साथ, इस पावन पर्व के प्रति लोगों की भावनाओं व प्रकृति प्रेम को जागृत करने के लिए विज्ञापन भी जारी करना शुरू किया लेकिन आज यह विज्ञापन भी कुछ चंद बड़े समाचारपत्रों तक ही सीमित कर दिया गया है जबकि छोटा व मझोला पत्रकार इस प्रकृति के कण कण तक जुड़ा है। सूचना विभाग के द्वारा बीते काफी समय से लघु समाचार पत्रों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। भेदभाव पूर्ण व्यवहार का एक ताजा घटनाक्रम सामने आया है कि अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन जी का, श्रद्धांजलि स्वरुप जो एक छोटा सा विज्ञापन दिया जाता था वह भी छोटे समाचारपत्रों को इस बार प्रकाशन हेतु नहीं दिया गया। विदित हो कि श्रीदेव सुमन जी का अर्घ्य पाकर ही टिहरी आंदोलन को इतनी गति मिली कि १ अगस्त १९४९ को टिहरी राज्य का भारतीय गणराज्य में विलय हुआ था।
इतना ही नहीं आज वेब पोर्टल से जुड़े पत्रकारों के साथ भी अन्याय हो रहा है। सूचना विभाग ने वेब पोर्टल के निहित अभी तक कोई स्थायी नियमावली तक नहीं बनाई। इसी सन्दर्भ में बीते कुछ दिनों से वेब पोर्टल से जुड़े पत्रकार एकजुट होकर शासन प्रशासन की इन दमनकारी व पत्रकार विरोधी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोले हैं।
अपने क्रोध को प्रकट करते हुए लघु समाचार पत्रों के प्रकाशकों, संपादकों एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े पत्रकारों ने देहरादून के रिंग रोड स्थित सूचना महानिदेशालय के बाहर एक दिवसीय धरना देकर सूचना विभाग की कार्य प्रणाली के विरुद्ध अपना विरोध जताया। इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार विकास गर्ग ने कहा कि सूचना विभाग के द्वारा बीते काफी समय से लघु समाचार पत्रों के पत्रकारों के साथ उत्पीड़न कर सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। साथ ही सूचना विभाग बड़े घरानों के समाचार पत्रों को बड़े-बड़े विज्ञापन जारी कर रहा है, जबकि छोटे अखबारों का हक मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग का यह उत्पीड़न पूर्ण रवैया अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वरिष्ठ पत्रकार नरेश मिनोचा की अध्यक्षता में आयोजित इस धरना प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों ने यह निर्णय लिया कि यदि विभाग के अधिकारियों ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो पत्रकारों के द्वारा सूचना निदेशालय के गेट पर तालाबंदी की जाएगी तथा अपने हक के लिए लड़ते हुए, पत्रकार बड़ा आंदोलन करने को तैयार हैं। इस मौके पर पत्रकारों के द्वारा सूचना निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी अनिल चंदोला को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।
आज गुरुवार, २५ अगस्त २०१९ का दिन पत्रकार एकता दिवस के रूप में जाना जायेगा। आज वेब पोर्टल से जुड़े पत्रकारों के साथ साथ, अलग अलग संगठनों से जुड़े अनेकों पत्रकारों ने एक मंच पर आकर, सूचना विभाग की पत्रकार विरोधी नीतियों के विरुद्ध अपना रोष प्रकट कर यह दिखा दिया कि ‘हम सब पत्रकार एक हैं’, अब और ज्यादा अन्याय सहन करने वाले नहीं हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार नरेश मिनोचा, विकास गर्ग, सुरेंद्र अग्रवाल, दिनेश, शक्तित्रिखा, शिव प्रसाद सेमवाल, अनिल वर्मा, चंद्र शेखर जोशी, जीतमणि पैन्यूली, एनके गुप्ता, वीरेंद्र दत्त गैरोला, अमित सिंह नेगी, नरेश बलूनी, ललित ढोढ़ीयाल, सर्वेश प्रसाद लखेरा, मामचंद शाह, निलेश कुमार, अनिल मनोचा, रचना गर्ग, दीपक, प्रकाश कुमार, बिजेंद्र यादव, आशीष नेगी, केशव कुमार पचौरी, अनुराग गुप्ता, चंदन कैंतुरा, अनूप डोडिया, अरुण नेगी, आशीष नेगी, अवधेश नौटियाल, सोमपाल सिंह, दीपक धीमान, घनश्याम जोशी, संजीव पंत, विनय भट्ट, आलोक शर्मा, आदि बहुत बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे ।