पिथौरागढ़ के जि.पं. सदस्य ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र – मेडिकल के छात्रों के लिए पुरानी अनुबंध वाली फीस व्यवस्था बहाल करने की उठाई माँग
आकाश ज्ञान वाटिका, 16 दिसम्बर 2020, बुधवार, पिथौरागढ़। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गरीब छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेज में पुरानी अनुबंध वाली फीस व्यवस्था लागू करने की माँग की है। उन्होंने कहा कि फीस जमा करने की पुरानी व्यवस्था बहाल होने से राज्य को डाक्टर भी मिलेंगे और होनहार गरीबों को डाक्टर बनने का अवसर भी मिलेगा।
दून मेडिकल कॉलेज में एम.बी.बी.एस. की पढाई कर रहे अपने पुत्र को खोने से दु:खी जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने पहला पत्र मुख्यमंत्री को गरीब परिवार के डाक्टर बनने का सपना देख रहे होनहार बच्चों के लिए लिखा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को छोडकर देहरादून व हल्द्वानी में अनुबंध का विकल्प समाप्त कर दिया गया है। इन दो कालेजों में प्रवेश के दौरान साढ़े चार लाख रुपये तत्काल जमा करने होते हैं। बैंक से आसानी से इतने कम समय में लोन मिलना संभव नहीं है। गरीब परिवारों के बच्चे फीस की इस पहली किश्त समय से जमा नहीं करने के कारण ही डाक्टर बनने का सपना पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
अनुबंध की व्यवस्था लागू होने पर मात्र 65 हजार रुपये की फीस जमा करनी पड़ती है। मर्तोलिया ने बताया कि अनुबंध से मेडिकल कर रहे डाक्टरों को राज्य में सेवा देना अनिवार्य होता है। यह अलग बात है कि राज्य सरकार की लचर प्रशासनिक व कानून व्यवस्था के कारण अनुबंध के डाक्टर भी राज्य से बाहर भाग रहे हैं। मर्तोलिया ने कहा कि अब दो मेडिकल कॉलेजों के तीन सौ डाक्टर हर साल राज्य से बाहर जाने के लिए कानूनन आजाद हैं तो राज्य के अस्पतालों में डाक्टर कहाँ से आयेंगे ? जगत मर्तोलिया ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में हमेशा फैक्लटी का रोना रहता है। केवल इसी मेडिकल कॉलेज में अनुबंध को जारी रखकर सरकार यह संदेश देना चाहती है कि पहले तो गरीब परिवार के बच्चों को डाक्टर नहीं बनने देंगे, बन भी गये तो उन्हें अच्छी फैक्लटी वाले कालेज तो कभी नहीं मिलेगा।