उत्तर प्रदेश में गरीब परिवारों के लिए योगी सरकार ने अंत्येष्टि के लिए धनराशि की निर्धारित
आकाश ज्ञान वाटिका, 24 अप्रैल 2021, शनिवार, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भी उत्तर प्रदेश की जनता के दु:ख दर्द में साथ खड़े हैं। शनिवार को भी टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी एक व्यक्ति का निधन प्रदेश की बड़ी क्षति है। सरकार को ऐसी स्थिति में उस परिवार के साथ खड़े रहना है। गरीब परिवारों के लिए सरकार ने अंत्येष्टि के लिए धनराशि निर्धारित की है। उनको यह शीघ्र ही प्रदान करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से टीम-11 के साथ समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित की हर एक मृत्यु दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे सभी लोगों का अन्तिम संस्कार उनकी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का पालन करते हुए प्रशासन की देख-रेख में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि मृतक के स्वजन के साथ हर जगह पर संवेदनशील व्यवहार हो। सब गरीब परिवारों के सदस्यों के अंतिम संस्कार के लिए सरकार की तरफ से सहायता राशि देने की व्यवस्था है। पंचायती राज और नगर विकास विभाग इन व्यवस्थाओं को लागू किया जाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमित और उनके स्वजन परिजनों के साथ संवेदनशील और मर्यादित व्यवहार किया जाए। निजी चिकित्सालयों में भी इलाज के लिए सरकार ने दरें तय की हैं, उससे अधिक शुल्क न लिया जाए। मनमाने ढंग से शुल्क लेने की शिकायत पर नियम संगत कठोरतम कार्रवाई की जाए। संक्रमित के स्वजन उनके संक्रमित के स्वास्थ्य के संबंध में हर दिन दो बार जानकारी दी जाए।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी दे लगातार जानकारी: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 से अस्पतालों में भर्ती कोविड संक्रमित की स्थिति की निरन्तर जानकारी प्राप्त करें। निगरानी समितियां सक्रिय रहें। निगरानी समितियों की समीक्षा व मॉनीटरिंग लगातार हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रर्दश में शुक्रवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी है। प्रदेश के सभी जिलों में इसे सख्ती से लागू किया जाए। पुलिस पेट्रोलिंग पर रहे। इस अवधि में व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में कोविड टीकाकरण का कार्य निर्बाध रूप से जारी रहे। इस दौरान लोगों को घर से टीकाकरण केंद्र जाने और वापस आने की छूट है। इस समय भी टीकाकरण के लिए आवागमन में नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। औद्योगिक इकाइयां व अन्य आवश्यक सेवाएं सतत संचालित रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर लिया जाए, जिससे आग लगने के कारण क्षति न होने पाए। यह कार्य पूरे प्रदेश में तत्काल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था को बेहद प्रभावी बनाया जाए। एक से अधिक माइक्रो कंटेनमेंट जोन को जोड़कर एक कंटेनमेंट जोन बनाया जाना चाहिए। यह अधिक सुविधाजनक और व्यवहारिक होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे दौर में जबकि पूरा देश कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है, ऐसे आपदाकाल में भी देश तथा प्रदेश कुछ अराजकतत्व दवाओं की कालाबाजारी, अफवाह फैलाने अथवा माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर भी ऐसे दुष्प्रचार हो रहे हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर एवं एनएसए के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाए। इनकी सम्पत्ति जब्त की जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एंबुलेंस सेवाओं में सुधार हुआ है। अब इसे और भी कम रिस्पॉन्स टाइम में मरीजों तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ऐसा होने से संक्रमित या अन्य मरीज कम समय में हॉस्पिटल सुगमता से बिना विलम्ब के पहुंच सकें। इसके साथ ही होम आइसोलेशन में लोगों को पर्याप्त मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस स्थिति पर नजर रखी जाए। स्वास्थ्य मंत्री के स्तर पर इसकी समीक्षा की जाए।