Breaking News :
>>हे मात शारदा तू मुझ पर, इतनी सी अनुकंपा कर दे…….>>बास्केटबॉल फाइनल मैच देखने पहुंची खेल मंत्री रेखा आर्या>>एलसी मंगल डीआरडीओ प्रौद्योगिकी प्रबंधन के महानिदेशक नियुक्त>>लक्ष्मीनगर में सीएम धामी की जनसभा, आप और कांग्रेस पर बोला हमला>>चार मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट >>38वें राष्ट्रीय खेल में महाराष्ट्र ने खो-खो में दोनों वर्गों में जीता स्वर्ण पदक>>उत्तराखण्ड सिंचाई विभाग में अभियंताओं के बंपर तबादले>>देवभूमि के पदक वीरों को नमन- रेखा आर्या>>श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में काॅरपोरेट डैस्क शुरू>>विकसित एवं समृद्ध भारत का बजट- महाराज>>वेटलिफ्टिंग के विजेताओं को खेल मंत्री रेखा आर्या ने प्रदान किए मेडल>>सर्व- समावेशी बजट, देश के हर वर्ग के कल्याण को सुनिश्चित करने वाला है यह बजट – रेखा आर्या>>शारदा कोरिडोर की भूमि का संयुक्त सर्वे हो- सीएम धामी >>बजट 2025-  वित्त मंत्री ने मध्यम वर्ग को दी बड़ी राहत, अब 12 लाख रुपये तक की आमदनी आयकर के दायरे से होगी बाहर >>एसजीआरआरयू एवम् लतिका राॅय फाउंडेशन के बीच एमओयू>>राष्ट्रपति भवन के प्रसिद्ध अमृत उद्यान को कल से जनता के लिए खोला जाएगा >>क्या आप भी हैं नींद की समस्या से परेशान, तो ये योगासन कर सकते हैं आपकी मदद >>एसडीआरएफ कमांडेंट ने महाकुंभ के एसडीआरएफ कैम्प का किया निरीक्षण >>75 चीफ फार्मासिस्टों का प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पतालों में किया गया तबादला >>तैराकी और खो खो मैच देखने पहुंची खेल मंत्री रेखा आर्या
ताज़ा खबरेंदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमें सैनिकों की भावनाओं का आदर करना चाहिए “

“ये देशभक्ति का काम है, ये देश सेवा का काम है। मुनाफे के बारे में बाद में सोचिए, देश को ताकतवर कैसे बनाया जाए, पहले इसे सोचिए। आज हमारी सेना के तीनों अंग, बड़ी उमंग और उत्साह के साथ इस काम के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं।”

आकाश ज्ञान वाटिका, 25 फ़रवरी 2022, शुक्रवार, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बजट के बाद के वेबिनार ‘डिफेंस-कॉल टू एक्शन’ में उद्घाटन भाषण दिया। मोदी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों से भारत अपने रक्षा क्षेत्र में जिस आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है। उसका कमिटमेंट आपको इस वर्ष के बजट में भी दिखेगा। उन्होंने कहा कि गुलामी के कालखंड में भी और आजादी के तुरंत बाद भी हमारी डिफेंस मैन्यूफेक्चरिंग की ताकत बहुत थी। दूसरे विश्व युद्ध में भारत में बने हथियारों ने बड़ी भूमिका निभाई। हांलाकि बाद के वर्षों में हमारी ताकत कमजोर होती गई

जवानों की भावनाओं को समझना चाहिए : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल के बजट में देश के भीतर ही रिसर्च, डिजाइन और डवलपमेंट से लेकर मैन्युफेक्चरिंग तक का एक वाइब्रेंट इकोसिस्टम विकसित करने का ब्लूप्रिंट है। रक्षा बजट में लगभग 70% सिर्फ घरेलु उद्योग (Domestic Industry) के लिए रखा गया है। जब हम बाहर से अस्त्र-शस्त्र लाते हैं, तो उसकी प्रक्रिया इतनी लंबी होती है कि जब वो हमारे सुरक्षाबलों तक पहुंचते हैं, तब तक उसमें से कई पुराने हो चुके होते हैं। इसका समाधान भी ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘मेक इन इंडिया’ में ही है।

आज हमारी फौज के पास भारत में बने साजो-सामान होते हैं तो उनका आत्मविश्वास, उनका गर्व भी नई ऊंचाई पर पहुंचता है। इसमें हमें सीमा पर डटे जवानों की भावनाओं को भी समझना चाहिए। भारत में बनी चीजों को लेकर सैनिकों में अलग स्वाभिमान होता है। इसलिए हमें हमारे रक्षा उपकरणों के लिए अपने सैनिकों की भावना का आदर करना चाहिए। ये हम तभी कर सकते हैं जब हम आत्मनिर्भर होंगे।

सायबर सिक्योरिटी राष्ट्र की सुरक्षा का विषय : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जो आईटी की ताकत है, वो हमारा बहुत बड़ा सामर्थ्य है। इस ताकत को हम अपने रक्षा क्षेत्र में जितना ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, उतनी ही सुरक्षा में हम आश्वस्त होंगे। जैसे सायबर सिक्योरिटी अब सिर्फ डिजिटल वर्ल्ड तक सीमित नहीं रह गई है। ये राष्ट्र की सुरक्षा का विषय बन चुका है। पहले के समय में बाहर की कंपनियों से जो सामान खरीदा जाता था उसमें अक्सर भांति-भांति के आरोप लगते थे। हर खरीदे से विवाद पैदा होता था। अलग-अलग निर्माताओं के बीच जो कंपीटिशन होता है, उससे भ्रष्टाचार के दरवाजे भी खुलते हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान से हमें इसके भी समाधान मिलते हैं।

जब पूरी निष्ठा के साथ संकल्प लेकर हम आगे बढ़ते हैं तो क्या परिणाम आते हैं, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां हैं। पिछले साल हमने 7 नई डिफेंस पब्लिक अंडरटेकिंग्स का निर्माण किया था। आज ये तेज़ी से बिजनेस का विस्तार कर रही हैं, नए मार्केट में पहुंच रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि बीते 5-6 सालों में डिफेंस एक्सपोर्ट में हमने 6 गुना वृद्धि की है। आज हम 75 से भी ज्यादा देशों को मेड इन इंडिया डिफेंस सामान और सर्विस दे रहे हैं। मेक इन इंडिया को सरकार के प्रोत्साहन का परिणाम है कि पिछले 7 सालों में रक्षा उत्पादन के लिए 350 से भी अधिक, नए उद्योग लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं। जबकि 2001 से 2014 के 14 वर्षों में सिर्फ 200 लाइसेंस जारी हुए थे।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.
error: Content is protected !!