“वोकल फाॅर लोकल” : मुख्यमंत्री ने हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट द्वारा पहाड़ी अनाजों से तैयार मिठाईयों ‘‘देवभोग स्वीट्स’’ का किया उद्घाटन
- “वोकल फाॅर लोकल” एवं “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में यह एक सराहनीय पहल : “देवभोग स्वीट्स”
- हिमालय देवभूमि संसाधन द्वारा उत्तराखण्ड के मन्दिरों के लिए स्थानीय अनाजों पर आधारित प्रसाद बनाया जा रहा है।
आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 31 अक्टूबर 2020, देहरादून (सू.ब्यूरो)। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट द्वारा पहाड़ी अनाजों से तैयार मिठाईयों ‘‘देवभोग स्वीट्स’’ का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से एवं मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देशों पर “वोकल फाॅर लोकल” को बढ़ावा देने के लिए यह नई पहल शुरू की गई है।
[highlight]मुख्यमंत्री ने कहा कि मा० प्रधानमंत्री के “वोकल फाॅर लोकल” एवं “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में यह एक सराहनीय पहल है। “देवभूमि प्रसाद” की सफलता के बाद अब “देवभोग स्वीट्स” की प्रगति की कहानी शुरू हो रही है। [/highlight]उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व आने वाला है। पर्वों में उत्तराखण्ड के अनाजों पर आधारित स्वास्थ्यवर्धक मिठाईयों की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। उन्होंने जनता से पर्वों पर स्थानीय उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि स्वीट्स के लिए ऑनलाईन मार्केटिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाय।
हिमालय देवभूमि संसाधन द्वारा उत्तराखण्ड के मन्दिरों के लिए स्थानीय अनाजों पर आधारित प्रसाद बनाया जा रहा है। अब इसको और अधिक विस्तारित करते हुए उत्तराखण्ड के 12 स्वास्थ्य वर्धक अनाजों से मिठाईयाँ बनाई जा रही है। इस कार्य में हिमालय देवभूमि संसाधन के संस्थापक श्री गोविन्द सिंह मेहर एवं महासचिव बी.एस. रावत एवं श्री अंशुल गुप्ता के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा ये मिठाईयाँ और प्रसाद बनाया जा रहा है। देवभोग प्रसाद की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है। उत्तराखण्ड के स्थानीय अनाजों से जो मिठाइयाँ एवं प्रसाद बनाया जा रहा है। यह अनाज भी स्थानीय स्तर पर लोगों से खरीदा जा रहा है, जिससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ ही उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पाद भी लोगों को मिल रहे हैं।
[highlight]इन मिठाइयों में जिन स्थानीय अनाजों का इस्तेमाल किया जा रहा है, उनमें मंडुआ, चैलाई, झंगोरा, कुट्टू का आटा, गहत, सोयाबीन, उड़द की दाल का प्रयोग किया जा रहा है।[/highlight]
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रमेश भट्ट, आईटी सलाहकार श्री रविन्द्र दत्त, विशेष सचिव श्री पराग मधुकर धकाते उपस्थित थे।