जिलाधिकारी द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 दिव्यांग जनों को किया गया पुरस्कृत
आकाश ज्ञान वाटिका, 3 दिसंबर 2020, गुरूवार, देहरादून (जि.सू.का.)। जिलाधिकारी डॉ० आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जनपद के दक्ष दिव्यांग खिलाड़ी, दक्ष दिव्यांग कार्मिक और अपने स्वरोजगार के लिए विशेष प्रयास करने वाले 12 दिव्यांगजनों को पुरस्कृत किया गया।
उधमसिंहनगर से संपादित मुख्य राज्यस्तरीय दिव्यांगजन पुरस्कार कार्यक्रम में मा० समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य द्वारा कार्यक्रम की शुरूआत की गई तथा सभी जनपदों को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया गया। इसी कड़ी में जनपद में जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल द्वारा ऐसे 12 दक्ष दिव्यांगजनों को 5 हजार रूपये की धनराशि, प्रशस्ति पत्र तथा इम्यूनिटी बुस्टर देकर सम्मानित किया गया, जिनमें दक्ष दिव्यांग खिलाड़ी श्रेणी में सुश्री नीरजा गोयल, प्रखर चमोली, दक्ष दिव्यांग कर्ममचारी श्रेणी में कुशल सिंह पुण्डीर, बलवन्त सिंह, श्रीमती गीता सोनी, श्रीमती ममता, सुश्री प्रियंका गर्ग एवं विशाल पंचोली, सर्वश्रेष्ठ सेवायोजक श्री सत्य साई सेवा आश्रम समिति देहरादून, स्वतः रोजगार में रत दिव्यांग श्रेणी में मौ० जूबैर, अब्दुल एवं फुरकान शामिल है।
जिलाधिकारी ने दिव्यांगजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में तथा विभिन्न तरीके से बेहतर कार्य करने वाले दिव्यांगजनों को इस तरह के समारोह में पुरस्कृत करने से उनके अन्दर कुछ बेहतर करने की प्ररेणा विकसित होती है, जो उनको आत्मनिर्भर बनाने तथा समाज की मुख्यधारा से जुड़कर समाज में सक्रिय योगदान देने का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांगजनों को इस तरह से स्किल्ड किया जाना चाहिए ताकि वे आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बन सकें, जिससे दूसरों पर कम-से-कम निर्भरता रहे। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद में भी दिव्यांगजनों को सुगम्य वातावरण देने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं तथा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए संचालित योजनाओं एवं दी जा रही सुविधाओं को ठीक प्रकार से इम्लिमेंन्ट किया जा रहा है।
इसी दौरान जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा भी दिव्यांगजनों को मतदाता सूची में शत्-प्रतिशत् पंजीकरण कराने तथा अपने मताधिकार का बेहतर तरीके से और अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने को जागरूक किया गया। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पी.एस रावत द्वारा दिव्यांगजनों को ब्रिफ करते हुए कहा कि यदि कोई भी ऐसा दिव्यांग जो 1 जनवरी 2021 को अपनी आयु 18 वर्ष पूरी कर चुके हैं तथा अभी तक मतदाता सूची में नाम दर्ज नही किया है तो वह सम्बन्धित बीएलओ, ब्लाॅक स्तर पर अथवा जिला निर्वाचन के टोल फ्री नम्बर 0135-1950 अथवा 0135-2624216 पर फोन करके मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते है अथवा किसी भी प्रकार की क्वेरी पूछ सकते है।
विदित है कि संयुकत राष्ट्र संघ द्वारा दिव्यांगजनों को समाज में उचित सम्मान, सहभागिता और अवसर देने के लिए 1992 से विश्व दिव्यांग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। भारत में भी लगभग 15 प्रतिशत् के आसपास दिव्यांग जनसंख्या है तथा विश्वभर में दिव्यांगजन सबसे अधिक माइनरिटी वाला समुदाय हैं। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान रकने के लिए अनेक कार्यक्रम, योजनाएं और नियमों में व्यापक प्रावधान किए गए हैं।
राज्य सरकार द्वारा क्षैतिज आरक्षण में दिव्यांगजनों का 3 प्रतिशत् से बढ़ाकर 4 प्रतिशत् करने का प्रावधान किया गया है। 122 करोड़ रूपये बजट का प्रावधान किया गया है। दिव्यांगजन पेंशन 1000 रूपये से बढ़ाकर 1200 रूपये की गई है। 18 वर्ष से कम उम्र के दिव्यांगजनों को 700 रूपये प्रतिमाह भरण पोषण भत्ते का प्रावधान रखा गया है। दिव्यांगजन के विवाह के लिए विशेष अनुदान राशि के रूप में 25000 (पच्चीस हजार) रूपये की धनराशि का प्रावधान रखा गया है। दिव्यांगजन की श्रेणियां 07 से बढाकर 21 की गई हैं। इसी तरह केन्द्र सरकार द्वारा सुगम्य भारत अभियान के अन्तर्गत लगभग 3.50 करोड़ रूपये की धनराशि का प्रावधान दिव्यांग जनों को विभिन्न स्थानों पर लिफ्ट, रैम्प व दिव्यांग फ्रैण्डली टायलेट, बैठने इत्यादि बनाने के लिए दिए गए हैं, जिनसे विभिन्न जनपदों में दिव्यांग जनों के लिए विशेष सुविधायें विकसित की जा रही हैं। राज्य में बाहर से आने वाले दिव्यांग पर्यटकों के लिए भी निर्बाध सुविधायें देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस दौरान दिव्यांगजन पुरस्कार कार्यक्रम में एनआईसी सभागार में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के अतिरिक्त जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, सहायक जिला निर्वाचन अधिकार पी.एस. रावत, सहायक समाज कल्याण अधिकारी कालसी, राज्य दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड से किशोर बहुगुणा सहित सम्बन्धित विभागों के कार्मिक तथा दिव्यांगजन उपस्थित थे।