‘विचार एक नई सोच’ संस्था से जुड़े समाजसेवियों ने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया रक्तदान
आकाश ज्ञान वाटिका। देहरादून, 30 मार्च, 2020, मंगलवार। समाज के लिए निरंतर समर्पित संस्था “विचार एक नई सोच”, सामाजिक एवं जनहित के कार्यों में हमेशा सबसे आगे रहती है तथा सकारात्मक सोच के साथ हमेशा जनहित के कार्यों को नई सोच के साथ पूरा करती है। प्रख्यात समाज सेवी श्री राकेश बिजल्वाण के नेतृत्व में सुनियोजित एवं सुव्यवस्थित तरीके से समाज को समर्पित इस संस्था के साथ जुड़े पत्रकारों के एक समूह ने आज उस वक्त समाज सेवा के जज्बे की मिसाल पेश की, जब दून मेडिकल कॉलेज में इन पत्रकारों ने अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर स्वेच्छा से रक्तदान किया। इसमें ऐसे भी समाजसेवी हैं जिन्होंने 50 से भी अधिक बार रक्तदान कर, कई बीमारों की जान बचाई है।
“कोरोना की दहशत से ब्लड बैंक सूखने लगे हैं। महीने भर से ब्लड डोनेशन कैंप नहीं लगाए जाने से सरकारी ब्लड बैंकों में खून की लगातार कमी होती जा रही है। अब तो कोरोना के कारण आस-पड़ोस के लोगों की बात दूर, अपने परिजन भी खून देने से कतरा रहे हैं। ब्लड बैंकों में पर्याप्त खून नहीं होने से अब कार्ड होल्डर को भी खून मिलने में परेशानी हो रही है।”………….श्री राकेश बिजल्वाण
देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज स्थित ब्लड बैंक में भी खून की कमी हो गई है। जरूरतमंद मरीज़ बेहद परेशान हैं। अस्पताल प्रशासन लोगों से लगातार ब्लड डोनेशन की अपील कर रहा है। आज इसी कड़ी में श्री राकेश बिजल्वाण के नेतृत्व में दून के पत्रकारों व समाजसेवियों की संस्था “विचार एक नई सोच” से जुड़े पत्रकारों ने दून मेडिकल कॉलेज पहुँचकर रक्त-दान किया।
संस्था के संस्थापक राकेश बिजल्वाण के आह्वान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, बड़ी संख्या में संस्था से जुड़े समाजसेवी रक्तदान को पहुँचे। राकेश बिजल्वाण ने कहा कि वह अब तक 57 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं।
[box type=”shadow” ]57 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं राकेश बिजल्वाण
“हमारी संस्था समय-समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन करती रहती है। कोरोना संकट की इस घड़ी में हमने एक छोटा सा प्रयास किया है। जरूरतमंद लोगों को इससे मद्दत मिलेगी। रक्त-दान जीवन-दान के समान है। हमारे द्वारा किया गया रक्त-दान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।”…………..श्री राकेश बिजल्वाण[/box]
- रक्त-दान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें
दून के युवा समाजसेवी व एडवोकेट विकेश सिंह नेगी ने कहा कि आज कोरोना संकट के बीच जरूरतमंद व्यक्ति के लिए रक्तदान कर जो आत्मसंतुष्टि मिली, उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता। उन्होंने इसके लिए ‘विचार एक नई सोच संस्था’ के संस्थापक राकेश बिजल्वाण का आभार प्रकट किया। उनका यह प्रयास खून की कमी से जूझ रहे ब्लड बैंक के लिए काफी मद्दतगार साबित होगा।अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षित व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।
- सूखने लगा हैं ब्लड बैंक, मिली थोड़ी राहत
दून मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी महेंद्र भंडारी ने कहा कि कोरोना संकट के कारण देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में रक्त-दान भी ठप पड़ गया है। समय-समय पर आयोजित होने वाले स्वैच्छिक रक्त-दान शिविर स्थगित हैं। वहीं लोग खुद भी ब्लड बैंक तक नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में ब्लड की कमी होने लगी है। “विचार एक नई सोच संस्था” से जुड़े पत्रकारों और समाजसेवियों का आभार। राकेश बिजल्वाण की यह एक अच्छी पहल है। आज हुए रक्त-दान से 25 यूनिट से ज्यादा रक्त आज जमा हुआ है।
[box type=”shadow” ]”आम जनता को भी इन पुनीत कार्य के लिए आगे आना चाहिए, ताकि मेडिकल इमरजेंसी में किसी भी मरीज को खून की कमी न रहे। सिजेरियन प्रसव, थैलेसीमिया पीड़ित समेत अन्य जरूरतमंद लोगों के लिए आम जनता को रक्तदान करना चाहिए।”…..महेंद्र भंडारी [/box]
[box type=”shadow” ][highlight]कोई भी रक्तदान करना चाहता है तो वह अस्पताल के ब्लड बैंक में फोन करके बता सकता है। इच्छुक व्यक्ति 1352719809, 7818828263, 9456329200 पर फोन कर सकता है। उनका पास बना दिया जाएगा। जिससे उन्हें अस्पताल पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं होगी।[/highlight][/box]
“विचार एक नई सोच” संस्था संस्थापक श्री राकेश बिजल्वाण के नेतृत्व में चले इस रक्तदान के पुनीत कार्य में, रक्तदान करने वाले राकेश बिजल्वाण, आलोक शर्मा, विकेश सिंह नेगी, आशीष नेगी, दीपक धीमान, अरुण पांडेय, अवधेश नौटियाल, दीपक पासवान, शकील अहमद सावेद, अर्चना पटवाल , राजीव रस्तोगी, जगमोहन, सोहनलाल, धर्मेंद्र भाव सिंह, नावे गौतम, आशीष गुरुंग, भावना, योगेश्वर, बलवंत, प्रशांत आदि समाजसेवियों ने जो समाजसेवा की मिसाल पेश की वह हम सब के लिए प्रेरणास्रोत है।
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साभार: श्रमिकमंत्र[/box]
आकाश ज्ञान वाटिका परिवार, अपनी पूरी टीम के साथ समाज सेवी श्री राकेश बिजल्वाण सहित “विचार एक नई सोच” संस्था से जुड़े समस्त समाजसेवियों के जज्बे को सलाम प्रेषित करता है। समाज को इससे जरूर प्रेरणा मिलेगी।
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