केंद्रीय आयुष मंत्री ने घोषणाओं का खोला पिटारा ,कहा- ‘उत्तराखंड में बनेंगे दस बेड के दस अस्पताल’
आकाश ज्ञान वाटिका, 17 दिसम्बर 2021, शुक्रवार, हरिद्वार। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रदेश के लिए घोषणाओं का पिटारा खोला। उन्होंने नेशनल आयुष मिशन के तहत प्रदेश में 10-10 बेड के दस अस्पताल, मर्म सेंटर, हास्पिटल, मोबाइल आयुष यूनिट, होम्योपैथिक मेडिकल कालेज से लेकर वेलनेस सेंटर, स्कूलों में हर्बल गार्डन और जिलों में नर्सरी खोलने की घोषणा की। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की जमकर तारीफ भी की।
हरिद्वार के अलकनंदा घाट पर आयुष और आयुष शिक्षा विभाग की ओर से ‘आयुष संवाद-उत्तराखंड आयुष: संसाधन एवं संभावनाएं’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को आयुष क्षेत्र के विकास के लिए अलग-अलग योजनाओं में एक लाख करोड़ की सहायता दी जा रही है। प्रत्येक जिले में एक-एक मोबाइल आयुष यूनिट (आयुष रथ) चलाए जाएंगे। राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज की स्थापना की जाएगी। 50 बेड का यूनानी हास्पिटल के अलावा 100 आयुष वेलनेस सेंटर स्थापित करने को आर्थिक सहायता दी जाएगी। नेशनल मेडिशनल प्लांट्स बोर्ड की सहायता से 200 स्कूलों में हर्बल गार्डन और प्रदेश के सभी जिलों में नर्सरी की स्थापना की जाएगी। मेडिशनल प्लांट्स की अवस्थापना के लिए प्रत्येक वन पंचायत को 15 लाख की सहायता दी जाएगी। उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि में मर्म चिकित्सा की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अल्प समय में उन्होंने जनता के दिलों में स्थान बना लिया है। कहा कि आने वाले दस साल उत्तराखंड के होंगे। उन्होंने आयुष मंत्री से उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान खोलने की मांग की। काशी विश्वनाथ कारिडोर का उल्लेख करते कहा कि यह अद्भुत कारिडोर बना है। केदारपुरी और बद्रीशपुरी का जिक्र करते हुए कहा कि केदारपुरी में 400 करोड़ की योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास हुए हैं। अप्रैल में तीसरे चरण के कार्यों की शुरुआत होगी। बद्रीशधाम को 250 करोड़ की योजनाओं की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश के आयुष मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि कोविड के समय लोगों ने आयुष के महत्व को समझा। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, केंद्रीय आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के कुलपति प्रो. सुनील जोशी, केंद्रीय संयुक्त सचिव डी सेंथिल पांडियन आदि मौजूद रहे।