स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में उत्तराखण्ड को को मिले सात राष्ट्रीय पुरस्कार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्तराखण्ड को सात राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर प्रदेशवासियों को दी बधाई
आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड को प्रकृति ने अनेकों उपहारों से सजाया हैं। यहॉं की नदियाँ, झरने, सुन्दर वन उपवन, पर्वत, खूबसूरत गाँव आदि विभिन्न प्राकृतिक सम्पदाओं का भंडार, देवभूमि उत्तराखंड की सभ्यता व संस्कृति भी अपने आप में अनुपम हैं। यहाँ के परिधान, रीति – रिवाज, तीज-त्यौहारों एवं खान-पान का तो कुछ अलग ही अन्ताज हैं जो विश्वभर के पर्यटकों को अपनी ओर लुभाने का कार्य करते हैं। देवभूमि की इस खूबसूरती को बनाये रखना हम सब की जिम्मेदारी है। अतः समी को उत्तराखण्ड को स्वच्छ व सुन्दर बनाये रखने के लिए हमेशा अपने स्तर पर कार्य करते रहने चाहिए।
उत्तराखण्ड को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सात राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से संयुक्त रूप से यह राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण करने के बाद शनिवार को राज्य के सम्मानित प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से उनके आवास पर भेंट की। ये सभी पुरस्कार छह सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में जल शक्ति केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदान किए। जनपद उत्तरकाशी के बगोरी गांव को श्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार से नवाजा गया। नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल के बीच प्रतिस्पर्धा थी। उत्तराखण्ड को श्रेष्ठ राज्य, महिला चैंपियन, स्वच्छ आईकाॅनिक स्थल-तृतीय चरण, श्रेष्ठ जनपद, श्रेष्ठ नमामि गंगे ग्राम एवं स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2019 के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करने के लिए चुना गया है। जनपद उत्तरकाशी के ग्राम बगोरी को श्रेष्ठ नमामि गंगे ग्राम पुरस्कार से राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे। स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण के तहत नमामि गंगे कार्यक्रम में कार्य कर रहे पांच राज्य पुरस्कार की अलग-अलग श्रेणियों के लिए दावेदार थे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्तराखण्ड को सात राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने सचिव पेयजल अरविन्द सिंह हयांकी के नेतृत्व में आए सभी प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि इसी मनोयोग से कार्य करते रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत के संकल्प को सिद्धि तक पहुॅचाने के लिए सभी को स्वच्छता अभियान में सहयोग करना होगा। स्वच्छ भारत से ही स्वस्थ भारत की कल्पना साकार की जा सकती है। उत्तराखण्ड में गंगा व यमुना का उद्गम स्थल है। इन नदियों को स्वच्छ और निर्मल रखने की पहली जिम्मेदारी भी उत्तराखण्ड की है। गंगा और यमुना की स्वच्छता के साथ ही स्वच्छ उत्तराखंड के लिए हम सब को दृढ़ संकल्प होकर अपना योगदान देना जरूरी है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्तराखण्ड को सात राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर आकाश ज्ञान वाटिका सभी सदस्यों की ओर से समस्त प्रदेशवासियों को शुभकामनायें एवं बधाई।
जय हिन्द। जय उत्तराखंड।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पुरस्कृत:
श्रेष्ठ राज्य : उत्तराखण्ड
श्रेष्ठ जनपद : उत्तरकाशी को
स्वच्छ आईकॉनिक स्थल (तृतीय चरण) के रूप में : ग्राम माणा, जनपद चमोली
श्रेष्ठ नामामि गंगे ग्राम : अजीतपुर, जनपद हरिद्वार
श्रेष्ठ गंगा ग्राम : ग्राम-बगोरी, उत्तरकाशी
महिला चैम्पियन श्रेणी (राष्ट्रीय स्तर) के रूप में : गीता मौर्या, अध्यक्ष, शक्ति स्वयं सहायता समूह, सहसपुर, देहरादून
स्वच्छ भारत (समर इन्टरशिप) श्रेणी में : चन्द्र प्रकाश, भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय, नैनीताल
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