तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली अरविंद केजरीवाल ने
आम आदमी पार्टी ने शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छोड़कर किसी अन्य नेता को न्योता नहीं दिया। हालांकि, मोदी इसमें शामिल नहीं हुए। शनिवार देर शाम केजरीवाल ने मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे 6 विधायकों के साथ डिनर किया। इस दौरान सिसोदिया, जैन, राय, गहलोत, हुसैन और गौतम मौजूद थे।
खास मेहमानों को न्योता
जिन खास लोगों को न्योता दिया गया है, उनमें टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल, दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ कर आईआईटी परीक्षा पास करने वाले विजय कुमार, मोहल्ला क्लीनिक की डॉक्टर अल्का, बाइक एंबुलेंस सेवा चलाने वाले युद्धिष्ठिर राठी, नाइट शेल्टर में केयरटेकर शबीना नाज, बस मार्शल अरुण कुमार, सिग्नेचर ब्रिज के आर्किटेक्ट रतन जमशेद बाटलीबोइ और मेट्रो पायलट निधि गुप्ता शामिल हैं।
शिक्षकों को समारोह में बुलाने पर भाजपा ने सवाल उठाए
शपथ समारोह से पहले ही भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल को पत्र लिखा। आरोप लगाया कि आप ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके तहत 15 हजार सरकारी स्कूल टीचरों को शपथ ग्रहण में पहुंचना अनिवार्य किया गया है। गुप्ता ने इस सर्कुलर को तानाशाही और लोकतंत्र के खिलाफ बताया। हालांकि, मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षकों को सिर्फ न्योता दिया है। यह कोई आदेश नहीं है। भाजपा को पता ही नहीं कि टीचर्स की इज्जत कैसे करते हैं।
[box type=”shadow” ]‘यह मेरी नहीं, लोगों की जीत’ ‘‘आज आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ये मेरी नहीं आप लोगों की जीत है। हर दिल्लीवाले की जीत है। हर मां-बहन की जीत है। पिछले 5 सालों में हमारी कोशिश रही है कि दिल्ली के हर परिवार की जिंदगी में खुशहाली ला सकें। दिल्ली का तेजी के साथ विकास हो और अगले 5 साल भी यही कोशिश जारी रहेगी। चुनाव में कुछ लोगों ने आप, भाजपा और कांग्रेस को वोट दिया। लेकिन मैंने आज शपथ ली है तो सबका मुख्यमंत्री हूं। मैं भाजपा और कांग्रेस वालों का भी सीएम हूं। 5 साल में कभी किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया।’’ ‘‘दिल्ली के दो करोड़ परिवारों से कहना चाहता हूं कि चुनाव अब खत्म हुआ। सभी 2 करोड़ लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। बिना हिचक मेरे पास आ जाना, सबका काम करूंगा। चाहे किसी भी धर्म या जाति के हो। मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं। चुनाव में विरोधियों ने जो कहा मैंने सबको माफ कर दिया है। जो उठापटक हुई सब भूल जाओ। केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण का न्योता भेजा था। वे शायद व्यस्त हैं, इसलिए आ नहीं पाए। दिल्ली को आने बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं।’’…………अरविंद केजरीवाल
इस दौरान केजरीवाल ने “हम होंगे कामयाब..” गीत भी गुनगुनाया। वहीं वन्दे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारों के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।[/box]
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