रामलीला के तीसरे दिन श्रीराम के धनुष तोड़ते ही तालियों व रामचंद्र की जय के नारों से गूंज उठा पंडाल
आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून। १६ अक्टूबर २०१९, बुधवार। देवभूमि रामलीला एंव लोक कला समिति की ओर से तुनुवाला स्थित लक्ष्मी गार्डन में रामलीला का मंचन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्वलित कर किया। रामलीला के तीसरे दिन की शुरुआत कलाकारों ने बुधवार रात गौरी आरती के साथ की। मंचन में कलाकारों ने फुलवारी लीला, जनक बाजार और धनुष यज्ञ का मनमोहक मंचन किया। मंचन देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ जुट रही है।कलाकारों ने पहले दृश्य में फुलवारी लीला का मंचन दिखाया। गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से राम छोटे भाई लक्ष्मण के साथ फुलवारी में पूजा के लिए फूल लेने जाते हैं।माली भगवान राम व लक्ष्मण को फूल तोड़ने से रोकते हुए कहता है कि वह स्वयं फूलों को चुन कर दे रहा है। माली फूलों को तोड़ने के साथ राम व लक्ष्मण को उसकी खूबियों के बारे में भी बतलाता है। इसी बीच जनक नंदिनी सीता अपने सहेलियों के साथ गौरी पूजन के लिए फुलवारी में पहुंचते हैं।श्याम व गौर वर्ण शरीर वाले राम व लक्ष्मण की सुंदरता को देखकर जनकनंदिनी सीता की सहेलियां अपना सुध बुध खो बैठती हैं। सहेलियों की यह दशा देखकर सीता अचंभित हो जाती हैं और पूछती हैं कि तुम लोगों ने ऐसा क्या देख लिया है। जनकनंदिनी सीता की नजर श्रीराम पर पड़ती है तो वह भी खुश हो जाती हैं। मन ही मन राम को अपने वर के रूप में चुनने का प्रण कर लेती हैं।अगले दृश्य में सीता माता गौरी की आराधना करती हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। अगले दृश्य में सीता स्वयंवर के आयोजन को लेकर राजा जनक के संदेश पर जनक दरबार में दूरदराज के राजा व राजकुमार पहुंचते हैं। गुरु विश्वामित्र के साथ राम व लक्ष्मण भी पहुंचते हैं। स्वयंवर सभा में भगवान राम के शिव धनुष तोड़ते ही समूचा माहौल जयकारों से गूंजने लगा।इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष रेवाधर इस्टवाल,उपाध्यक्ष विजय नेगी, विक्रम सिंह हरीश मंमगाई, अशोक विडला,बालम सिंह चैहान, आदित्य नेगी, पारस नेगी, अंश अंथवाल, पारस नेगी आदि मौजूद थे।
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