कवियों की अनोखी पहल – लॉकडाउन के दौरान गीत के माध्यम से लोगों का बढ़ा रहे हैं हौसला
रोक देंगे कोरोना की परवाज़,
देश के युवा कवियों की आवाज।
आकाश ज्ञान वाटिका, १ मई २०२०, शुक्रवार। कोरोना वायरस (कोविड-19) वैश्विक महामारी में जहाँ एक ओर पूरा विश्व इसके संक्रमण से जूझ रहा है वही भारत में भी लॉकडाउन चल रहा है। हमारे कोरोना वॉरियर्स बड़ी की निडरता से इस महामारी से निजात पाने के लिए रात दिन एक किये हुए हैं। कवि अपने आप में एक योद्धा होता है, उसकी वाणी से निकले शब्दों में बड़े से बड़े बदलाव करने की क्षमता होती है।
आज इस लॉकडाउन की अवधि में भी कविगण एक अहम् भूमिका निभा रहे हैं। आपदा के इस दौर में विभिन्न संगठनों के माध्यमों से जरूरतमंदों को राहत पहुँचाने के साथ ही सरकार को आर्थिक सहयोग भी कर रहें हैं।
[box type=”shadow” ]कोरोना योद्धाओं एवं आम जनता के हौसले को बनाये रखने के लिए, कविवर श्रीकांत श्री एवं अन्य कवियों द्वारा सकारात्मक सोच का परिचय देते हुए एक गीत पेश किया गया है। निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन में यह गाना लोगों का हौसला बढ़ाएगा।
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[box type=”shadow” ]कवि प्रशांत अग्रवाल की परिकल्पना एवं गीत को कविवर मोहन मुंतजिर एवं कवियत्री मोनिका देहलवी ने स्वर दिया है तथा श्रीकांत शर्मा, अमित शर्मा, अभय निर्भीक, कल्पना शुक्ला, सोनल जैन, काव्य श्री जैन, कमला आग्नेय, चेतन चर्चित कवियों/कवियत्रियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की है। [/box]
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