पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को उनकी कर्मभूमि अलीगढ़ से जन्मभूमि अतरौली लाया गया
आकाश ज्ञान वाटिका, 23 अगस्त 2021, सोमवार, अलीगढ़। भारत की राजनीति में दृढ़ता, पारदर्शिता, आर्दश व मूल्य की प्रतिकृति पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को उनकी कर्मभूमि अलीगढ़ से जन्मभूमि उनके पैतृक गांव अतरौली लाया गया है। अब उनके गांव में लोग अपने जनप्रिय नेता का अंतिम दर्शन करेंगे।
कल्याण सिंह की पार्थिव देह की अंत्येष्टि सोमवार शाम को करीब पांच बजे बुलंदशहर के नरौरा में गंगा नदी के तट पर की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ के महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम अब अतरौली में उनके पैतृक गांव लाया गया है। अतरौली में उनकी पार्थिव देह को एनेक्सी भवन में रखा गया है।
इससे पहले अलीगढ़ में सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर अपने बेहद लोकप्रिय नेता का अंतिम दर्शन कर रहे थे। बाबू जी की याद में हर आंख नम हो गयी थीं।
अलीगढ़ में कल दोपहर बाद से आज सुबह तक लोगों ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह को महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में श्रद्धांजलि दी। अब उनकी पार्थिव देह का अंतिम संस्कार आज शाम को बुलंदशहर में नरौरा के बंसी घाट पर होगा। रविवार को उनकी पाॢथव देह को एयर एंबुलेंस से लखनऊ से अलीगढ़ के धनीपुर एयरपोर्ट लाया गया था जहां से अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम ले जाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सतत निगरानी में यहां पर लोग कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन कर रहे थे। प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्यप्रताप शाही, भाजपा नेता संतोष गंगवार व मेयर मोहम्मद फुरकान ने पूर्व मख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धासुमन किया। उनके अंतिम संस्कार के समय गृह मंत्री अमित शाह के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी आने का कार्यक्रम है। अंतिम संस्कार में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के भी आने की संभावना है।
सुबह 10:00 बजे पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव देह अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से उनके पैतृक गांव हरदुआगंज ले जाया गया।
कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसमूह
लोगों को जब पता चला कि उनके जनप्रिय नेता बाबूजी का पार्थिव देह अलीगढ़़ से अतरौली लाया जा रहा है तो उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग अपने जनप्रिय नेता को देखने के लिए घंटों सड़क किनारे खड़े़े रहे।
अंतिम दर्शन को हर आंखें रहीं बेताब। गांव-गांव से लोग रामघाट रोड पहुंच गए थे। अपनी माटी की ओर बाबूजी का पार्थिव देह ज्यों-ज्यों पहुंच रहा था भावुकता बढ़ती जा रही थी। महिलाएं भी सड़क के किनारे खड़ी रहीं।
कल्याण सिंह का पार्थिव देह स्टेडियम से अतरौली के लिए ले जाया गया। इस दौरान पार्थिव शरीर को उनके गांव के अंदर नहीं ले जाया गया।
बाबू जी की अंतिम यात्रा के दौरान जगह-जगह लोगों की भीड़ जमा रही। इस दौरान लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए।
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