एलईडी लाइट ग्रोथ सेन्टर की सफलता की कहानी – “थानों न्याय पंचायत अन्तर्गत 26 स्वयं सहायता समूह 118 महिलाओं की सफलता की कहानी”
वर्तमान में उड़ान महिला ग्राम संगठन द्वारा उक्त ग्रोथ सेन्टर का संचालन किया जा रहा है।
आकाश ज्ञान वाटिका, 29 मई 2022, रविवार, देहरादून (जि.सू.का.)। एलईडी लाइट ग्रोथ सेन्टर की सफलता की कहानी – यह कहानी थानों न्याय पंचायत अन्तर्गत 26 स्वयं सहायता समूह 118 महिलाओं की है जो कि पहले घर तक सीमित एवं आजीविका हेतु कृषि आधारित कार्यों पर ही निर्भर रहा करती थी।
मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार एवं उत्तराखड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा संचालित एलईडी लाइट सेन्टर से जुड़कर एलईडी आधारित तकनीकी प्रशिक्षण उपरांत बेहतर ढंग से अपनी आजीविका चला रही है। इस योजना के अन्तर्गत गरीब व बी०पी०एल० परिवारों की महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूह को जोड़ते हुए संस्था का निर्माण किया गया। स्वयं सहायता समूह में जुड़ने से पहले महिलाओं की पारिवारिक स्थिति स्थिर नहीं थी। अधिकतर महिलाओं के पति खेती एवं मजदूरी का कार्य किया करते हैं जिस हेतु परिवार का पालन-पोषण कर पाना मुशकिल हो रहा था। ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत तेंलगाना से सी०आर०पी० टीम द्वारा ग्राम पंचायत में प्रवेश किया गया और ग्राम पंचायत के लोगों को गोबलाइज करने के लिए आमसभा की गयी और योजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। तत्पश्चात 26 स्वयं सहायता समूहों कमशः स्त्री शक्ति त्रिदेव, उमंग दुर्गा महिला एकता आदि सहायता समूह का गठन किया गया। 6 माह पश्चात सभी समूहों को जोड़कर उडान महिला ग्राम संगठन का निर्माण किया गया।
वर्तमान में उड़ान महिला ग्राम संगठन द्वारा उक्त ग्रोथ सेन्टर का संचालन किया जा रहा है। जिसमें कुल 55 महिलाओं द्वारा एलइडी० झालर (एलइडी बल्ल एलइडी० ट्यूबलाइट स्ट्रीट लाइट आदि सामान का उत्पादन कर अपने परिवार की आजीविका में योगदान दिया जा रहा है।
समूह गठन के तीन माह पश्चात सभी समूह की ग्रेंडिग कर रूपये 10000.00 रिवाल्विग फंड एवं 6 माह पश्चात समूह का एम०सी०पी० माइक्रो के्रडिट प्लान तैयार कर समूहों सी०आई०एफ० की धनराशि 110000.00 रूपये (एक लाख दस हजार) एव कच्चे माल हेतु 4 लाख रूपये की धनराशि एलईडी लाइट ग्रोथ सेन्टर को निर्गत की गयी है ताकि ससमय आजीविका संबंधित कार्य किया जा सके।
अब ग्रोथ सेन्टर से जुड़ी महिलाओं के पास एक उम्मीद तथा हाथों में हुनर था जिसके माध्यम से वह अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती जिसके फलस्वरूप महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाकर बेचना शुरू किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप महिलाओं को प्रतिमाह रूपये 4000 से रूपये 5000 कि आमदानी होने लगी।
दीपावली के पर्व को देखते हुए महिलाओं द्वारा 5000 लड़ियाँ तैयार कि गई, जिससे 20 दिनों के अंदर रूपये 250000.00 का शुद्ध लाभ ग्रोथ सेंटर को हुआ। ग्रोथ सेंटर से होने वाले लाभ से महिलायें अब अपने बच्चों की फीस, ऋण की अदायगी के साथ-साथ अपने परिवार को अच्छे ढंग से चलाने लगी हैं। एल.इ.डी. लाइट ग्रोध सेन्टर के माध्यम से महिलाओं के सामाजिक स्तर में वृद्धि एवं एक नई पहचान मिली है तथा अन्य महिलाओं के लिए उदाहरण एवं प्रेरणा स्त्रोत बनी है।
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