‘मजबूत इरादे-पक्के वादे’ : मुख्यमंत्री धामी ने अपना सुख-चैन दाँव पर लगा, सब जनता को किया समर्पित
इसे कहते हैं असली जननायक !
अपने लगातार जनहित के कार्यों से आज आवाम के दिल में अलग जगह बना ली है।
आकाश ज्ञान वाटिका, रविवार, 9 अक्टूबर 2022, देहरादून। पुष्कर सिंह धामी को जब लगभग एक साल पहले सूबे की कमान सौंपी गई तो तमाम लोगों न जाने कैसे-कैसे सवाल गड़ने शुरू कर दिये, लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने इरादों और संकल्पों से अच्छे-अच्छे राजनीतिक पंडितों को गलत साबित कर दिया। प्रदेश के इस सबसे युवा मुख्यमंत्री ने साबित कर दिया है कि ‘धाकड़ धामी’ या ‘फ्लावर नहीं फायर है’, पुष्कर जैसी संज्ञा यूँ ही नहीं दिला दी। अपने लगातार जनहित के कार्यों से आज मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आवाम के दिल में अलग जगह बना ली है।
अब देखिए बीते रोज रुद्रप्रयाग जिले में जहाँ वह अपने दौरे के कार्यक्रमों में अत्यंत व्यस्त रहे तो इस बीच शाम के समय उत्तराखंड के युवाओं को छलने वालों पर सूबे के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई कर गए।
अब देखिए कि देर रात तक जिले में कहीं जनता से संवाद करते रहे तो कभी बैठकें, लेकिन राज्य हित में यह युवा मुख्यमंत्री कहीं भी थकता नजर नहीं आता।
अब बात आज सुबह सैर की ही कर लीजिए। यूँ तो सुबह सवेरे सैर के लिए सभी ही जाते हैं लेकिन जब व्यक्ति देर रात तक कार्य करता रहा हो तो ऐसी उम्मीद कम ही कि जाती है। अब चूँकि जिलों को राजधानी के लिहाज से कोई भी मुख्यमंत्री कम समय दे पाते हैं तो धामी ने अपने सुख-चैन की परवाह किये बगैर सैर पर निकलते ही अपने मिशन ‘जनता से मिलन’ पर फोकस किया। तेज बारिश के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सैर पर निकले और स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने पुरी ढाबे में कार्यरत विजय पँवार से भी बातचीत की।
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