तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के भारत बंद की घोषणा में किसानों से पहले राजनीतिक दल हुए सक्रिय
आकाश ज्ञान वाटिका, 8 दिसम्बर 2020, मंगलवार। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आज यानी मंगलवार को किसानों के दिन में 11 बजे से भारत बंद की घोषणा में किसानों से पहले राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में किसान तो कहीं पर भी प्रदर्शन करते नहीं दिख रहे हैं जबकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता दिख रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार के हर जिले में पुलिस को बेहद मुस्तैद रहने के निर्देश का भी बड़ा असर दिख रहा है। राजधानी लखनऊ सहित अन्य जिलों में स्थिति सामान्य है।
समाजवादी पार्टी के साथ ही बसपा व कांग्रेस के भारत बंद को समर्थन देने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने जनता की हिफाजत का जिम्मा उठाया है। भारत बंद को प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित हर जिले में पुलिस हाई अलर्ट पर है। आगरा, प्रयागराज, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, वाराणसी में भी जिला तथा पुलिस प्रशासन काफी मुस्तैद है।
लखनऊ में हर बाजार नियत समय पर खुल गए हैं जबकि बस तथा अन्य साधनों का संचालन हो रहा है। लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी के कार्यालय के पास बैरिकेडिंग लगा दी गई है, इसके साथ ही विधानसभा मार्ग व हजरतगंज में अतिरिक्त बल तैनात है। लखनऊ में किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष पुलिस देवेंद्र तिवारी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनको आज उनके कार्यालय से हिरासत में लिया गया है।
भारत बंद को समाजवादी पार्टी का समर्थन होने के कारण लखनऊ में सपा कार्यालय जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग की गई है, सपा मुखिया अखिलेश यादव के आवास के पास भी बैरिकेडिंग लगाई गई है। भारत बंद को देखते हुए लखनऊ में अफसरों ने बैठक की। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने सभी जोन के डीसीपी, एडिशनल डीसीपी बुलाए। हर सर्किल के अफसरों को बैठक में तलब कर उनको निर्देश दिया। इसमे पुलिस फोर्स के साथ इंटेलिजेंस की टीम भी शामिल थी।
कृषि कानून के विरोध में किसानों का समर्थन करने वाली समाजवादी पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता जगह-जगह धरना दे रहे हैं। लखनऊ में भी विधान भवन प्रांगण में समाजवादी पार्टी के पांच विधान परिषद सदस्य धरना पर बैठे हैं। लोक भवन के ठीक सामने धरना पर बैठे समाजवादी पार्टी के नेता कृषि कानून वापस लेने का विरोध कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के एमएलसी किसानों के भारत बंद के समर्थन में विधानसभा में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने मौन धरने पर बैठे हैं। विधान भवन के गेट नम्बर 3 पर एमएलसी उदयवीर सिह, सुनील सिंह साजन, आनंद भदौरिया, रायपाल कश्यप व आशु मालिक धरने पर बैठे।
किसानों के भारत बंद को देखते हुए लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। लखनऊ शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांच या इससे अधिक व्यक्तियों के जुलूस, धरना-प्रदर्शन, रैली और घेराव पर प्रतिबंध रहेगा। लखनऊ के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लिए डीएम अभिषेक प्रकाश ने आदेश जारी किया।
किसानों के भारत बंद का मिलाजुला असर मेरठ समेत आसपास जिलों में दिखाई दे रहा है। अधिकांश बाजार खुले हैं। साप्ताहिक बंदी के कारण कुछ बाजार जरूर बंद हैं। किसानों ने हाईवे व प्रमुख सड़कों पर जाम लगा दिया है। वाहनों की लाइन लगने लगी है। प्रमुख मार्गों व चौराहों पर भारी पुलिसबल तैनात है। रूट डायवर्जन भी किया जा रहा है। कई सपा व रालोद नेताओं को पुलिस ने घरों पर ही नजरबंद कर बाहर फोर्स तैनात कर दी है।
हाईवे पर किसान धरना देकर बैठ गए हैं। मुजफ्फरनगर में जाम के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाजारों और शहर की सड़कों पर भीड़ कम नजर आ रही है। वकीलों ने भी बंद को समर्थन दिया है। बागपत में वकीलों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कानपुर समेत आसपास जिलों में भारत बंद बेअसर दिख रहा है। बाजार खुले हैं। इटावा में दुकानें बंद करा रहे सपाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कानपुर में सपा और कांग्रेस नेता नजरबंद किए गए हैं। कन्नौज में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान जीटी रोड पर धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम करने की घोषणा करके पहुंच रहे हैं। फोर्स मुस्तैद किया गया है। कानपुर में सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री नजरबंद कर दिए गए हैं। ज्यादातर बाजार खुले हैं। वहीं, कानपुर में आढ़तिया गल्लामंडी बंद रखने की तैयारी को पहुंच रहे हैं, बाकी व्यापारी संगठन इससे बाहर हैं। किसानों के आंदोलन और भारत बंद का कानपुर में असर नजर नहीं दिख रहा है। चंद संगठनों को छोड़कर सभी ने बाजार खोल रखा है।
प्रमुख बाजारों में बंदी का खास असर नहीं है। जिन व्यापार मंडलों ने बंद की घोषणा की है, उनसे आम जनता का सीधा जुड़ाव नहीं है। नयागंज किराना बाजार ने दोपहर एक बजे तक बंदी की बात कही है, लेकिन सामान्य तौर पर नयागंज का किराना बाजार 12 से एक बजे के आसपास ही खुल पाता है, इसलिए उसकी बंदी का भी खास असर नहीं है। उधर, आसपास जिलों में भी बंदी को लेकर गुटों में व्यापारी बंटे हुए हैं। प्रशासन भी मुस्तैदी से डटा है। इसलिए बाजार बंदी पर फिलहाल ज्यादा असर नहीं है। इटावा में भारत बंद बेअसर होते देख समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जबरन दुकान बंद कराने में लग गए। इसके बाद पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव व पूर्व पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता संटू को पचरहा से गिरफ्तार कर लिया। यह लोग बाजार बंद कराने पहुंचे थे। इन सभी को पुलिस लाइन लाया गया है। एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने बताया कि यहां पर बाजार खुला है, किसी को भी कोई परेशानी नहीं है। अगर कोई जबरदस्ती बजार बंद कराता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ब्रज में भारत बंद का खास असर नहीं है। अधिकांश बाजार खुले हुए हैैं। आगरा में सपा नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। कांग्रेसी कलेक्ट्रेट पर धरना देने की तैयारी कर रहे हैैं। फीरोजाबाद में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी भी रहती है। इसलिए भारत बंद प्रभावी रूप में नजर आने की उम्मीद थी,लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गली-मुहल्लों के साथ ही मंगलवार बाजार भी लग रहा है। किसानों को आंदोलन को विद्युत कर्मचारी संयुक्त समिति ने भी समर्थन दिया है। बिजली विभाग के अधिकारी, कर्मचारी अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर दोपहर एक से तीन बजे कर कार्य बहिष्कार करेंगे। इसमें विद्युत विभाग के निजीकरण का भी विरोध किया जाएगा। मथुरा में भारत बंद का आंशिक असर है। पुलिस ने सपा, कांग्रेस, रालोद और आप के नेताओं को सुबह ही हिरासत में ले लिया है। मैनपुरी व एटा में भी आंशिक असर ही दिखाई दिया है।
आगरा में भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है। जगह-जगह पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। यहां पर हर चौराहे पर पुलिस के साथ पीएसी के जवान तैनात हैं। एसएसपी ने सभी थानेदारों को अलर्ट पर रहने के निर्देश देने के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पर हर सूचना एकत्र करने को कहा है। बिजनौर में किसानों के भारत बंद को लेकर पुलिस सुबह 11 से दिन में तीन बजे तक सड़कों पर रहेगी। माना जा रहा है इसी समय किसान सड़कों पर उतरेंगे और कृषि कानून वापस लेने को विरोध करेंगे।
बागपत के छपरौली कस्बे में चौधरी चरण सिंह पुस्तकालय पर किसानों के साथ राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता रास्ता रोककर जाम लगा रहे हैं। यहां पर दोघट कस्बे में बाजार बंद कर व्यापारी भी धरने पर बैठे हैं। चंदौली में समाजवादी पाटी के नेता मनोज काका के घर पर दो थाना की फोर्स तैनात है। उनको घर में नजरबंद किया गया है। उनके घर से निकलने से पहले गांव में पुलिस फोर्स तैनात है।
हाथरस में भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। यहां के मुख्य बाजारों और चौराहों पर पुलिस बल तैनात है, साथ ही एसपी ने जिले के सभी थानाध्यक्षों को बवाल करने वालों से सख्ती से निपटने के निर्देश दे दिए हैं।
अलीगढ़ व हाथरस में बंद का अभी तक कोई खास असर नहीं है। हाथरस में काग्रेसी तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देंगे। बाजार खुले हुए दिखाई दिए। अलीगढ़ में एक खास इलाके की कुछ दुकानें बंद हैं। पुलिस प्रशासन अलर्ट है। हर जगह फोर्स की तैनाती की गई है। मजिस्ट्रेट व सीओ इसकी निगरानी कर रहे हैं। बॉर्डरों पर चेकिंग बढ़ा दी है। वहीं रात से ही पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाकर संदिग्धों पर नजर रखी। सपा नेताओं को घरों में ही रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस उनके घर पर तैनात है। किसान नेताओं पर भी पुलिस की नजर है।
कृषि कानून के खिलाफ बंदी का बरेली मंडल में अभी कोई असर नहीं दिख रहा है। बरेली जिला, पीलीभीत, शाहजहांपुर व बदायूं में किसान यूनियन नेताओं के घर सुबह ही पुलिस पहुंच गई। जिलाध्यक्षों से कहा गया कि जबरन बंदी न कराएं। अभी कोई टोली बाजार में बंद कराने नहीं पहुंची है। आम किसान कस्बों में दिख रहे हैं, दुकानें सामान्य तौर पर खुली हुई हैंं।
बरेली में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला को सुबह ही घर में नजर बंद कर लिया गया है। वहां पुलिस तैनात है। आम आदमी पार्टी के एक दर्जन कार्यकर्ता निकले, मगर पुलिस ने रोक लिया है। शाहजहांपुर मेंं सपा के जिलाध्यक्ष तनवीर खां करीब 50 कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलन में शामिल होने निकले थे, मगर उन्हें टाउन हाल के पास पुलिस ने रोक लिया।
मेरठ में किसान संगठनों का छह जगहों पर चक्का जाम करने का कार्यक्रम है। यहां पर आज परतापुर, दबथुआ, जानी के साथ मवाना, छोटा मवाना व दौराला में चक्का का कार्यक्रम है। इसके साथ ही मेरठ तथा पास के जिलों में वकीलों के भी आज कार्य बहिष्कार का कार्यक्रम है। वकीलों ने किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। इसके तहत मेरठ समेत वेस्ट यूपी के सभी जिलों में काम बंद रहेगा। यह फैसला हाईकोर्ट केंद्रीय संघर्ष समिति ने किया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों तथा विभिन्न दलों के भारत बंद के तहत मंगलवार को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रयाग रेलवे जंक्शन स्टेशन के आउटर पर ग्वालियर से मडुवाडीह जाने वाली बुंदेलखंड स्पेशल ट्रेन को रोक दिया। 07:32 बजे ट्रेन रोकी। करीब आधे घंटे बाद रवाना की जा सकी। वैसे प्रयागराज, प्रतापगढ़ तथा कौशांबी में जनजीवन 11 बजे तक सामान्य रहा है।
कहीं कोई अप्रिय वारदात नहीं हुई। कुछ जगहों पर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया है। प्रयागराज में मुंडेरा कृषि उत्पादन मंडी स्थल पर किसानों के समर्थन में सपा के साथ कांग्रेस के नेताओं ने प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया है। यह लोग विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसी बीच सपा कार्यकर्ताओं ने प्रयाग घाट स्टेशन पर ट्रेन के सामने खड़े होकर अपना विरोध प्रकट किया है।
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