सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों का अस्पतालों में किया जाएगा निःशुल्क उपचार : धन सिंह रावत
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 अगस्त 2022, शुक्रवार, देहरादून। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं चिंता का सबब बनी हुई हैं। सड़क हादसों के कारण हर साल बड़ी संख्या में लोग जान गंवाते हैं। वहीं, घायल होने वालों की संख्या इससे कई गुना अधिक है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने गुरुवार को कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों का प्रदेश के अस्पतालों में निश्शुल्क उपचार किया जाएगा। फिर चाहे व्यक्ति उत्तराखंड का हो या किसी अन्य राज्य का।
सड़क दुर्घटना में घायल किसी व्यक्ति को समय पर उपचार मिल जाए तो बड़ी राहत होती है। अब राज्य सरकार यह व्यवस्था करने जा रही है कि सड़क दुर्घटना का शिकार होने वाले घायलों को नजदीकी अस्पताल में निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी।
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल किसी भी व्यक्ति को त्वरित उपचार किसी भी अस्पताल की प्राथमिकता होनी चाहिए।
इसलिए यह व्यवस्था की जा रही है कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में निःशुल्क उपचार की सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत मरीज को निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलती है।
व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बना है तो उसका उपचार निःशुल्क होगा। यदि कार्ड नहीं बना है तो वहीं अस्पताल में बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के पास आयुष्मान कार्ड नहीं होने पर भी उसका इलाज नहीं रुकेगा।
विदित रहे कि सड़क दुर्घटना के बाद नजदीकी अस्पतालों को छोड़कर पीड़ितों को आमतौर पर सरकारी अस्पतालों में ले जाया जाता है। ऐसे में दुर्भाग्यवश कई घायलों की समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने से मौत हो जाती है। इस व्यवस्था से सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की जान बचाने में सहायता मिलेगी।
राज्य के प्रत्येक मेडिकल कालेज में लाइफ स्टाइल क्लीनिक खोला जाएगा
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में लाइफ स्टाइल क्लीनिक शुरू हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक मेडिकल कालेज में लाइफ स्टाइल क्लीनिक खोला जाएगा। वहीं, इससे संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स भी संचालित किए जाएंगे। यहां विशेषज्ञ बिगड़ी जीवनशैली से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करेंगे। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने इस क्लीनिक का मकसद रोग प्रबंधन के साथ-साथ लोग को प्रिवेंटिव हेल्थ की ओर प्रेरित करना है। जनरल मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, न्यूट्रीशियन और पीएमआर विभाग के चिकित्सक व स्टाफ इसमें अपनी सेवा देंगे।
इमरजेंसी में हृदय संबंधी किसी मरीज के आने पर उसे अन्यत्र रेफर न किया जाए : डा. आशुतोष सयाना
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में दिल के मरीजों के लिए सीसीयू (कार्डियक केयर यूनिट) शुरू की जा रही है। इसमें 10 बेड की सुविधा होगी। सीसीयू आगामी मंगलवार से क्रियाशील हो जाएगा। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि प्रथम चरण में अस्पताल में कार्डियोलाजी की ओपीडी शुरू की गई थी। साथ ही ईको, टीएमटी, ईसीजी आदि की सुविधा मरीजों को मिल रही है।
कैथ लैब भी नवंबर तक शुरू हो जाएगी। इससे पूर्व सीसीयू शुरू किया जा रहा है। यह सुविधा 23 अगस्त से मरीजों को मिलने लगेगी। जिससे दिल के मरीजों को सहूलियत हो जाएगी। सीसीयू के लिए स्टाफ की व्यवस्था कर दी गई है।
फिलहाल यहां उन हृदय रोगियों को भर्ती किया जाएगा जिन्हें सर्जरी, एंजियोप्लास्टी या स्टंटिंग की आवश्कता नहीं है। वहीं, इमरजेंसी प्रभारी को भी निर्देशित किया गया है कि इमरजेंसी में हृदय संबंधी किसी मरीज के आने पर उसे अन्यत्र रेफर न किया जाए। ऐसे मरीज के लिए कार्डियोलाजिस्ट आनकाल उपलब्ध रहेंगे।
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