मुख्यमंत्री द्वारा परिवहन निगम में की गई 20 घोषणाओं में से मात्र तीन ही हुई पूरी
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा परिवहन निगम के लिए की गई 20 घोषणाओं में से मात्र तीन ही पूरी हो पाई हैं। दो घोषणाएं आंशिक पूर्ण हुई हैं जबकि एक अपूर्ण और शेष 14 पर अभी काम ही चल रहा है।
प्रदेश में मार्च 2017 में पद संभालने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अभी तक परिवहन निगम में बस अड्डे बनाने और बसों के संचालन संबंधी 20 घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं में से आठ घोषणाएं वर्ष 2017 में की गई। अब इन घोषणाओं पर नजर डालें तो इनमें से कोटद्वार-लैंसडौन और देहरादून से देवाल तक बस संचालित करने की घोषणाएं पूरी हो पाई हैं।
इसके अलावा डोईवाला, झबरेड़ा, खटीमा व नरेंद्र नगर में बस अड्डे बनाने के संबंध में कार्रवाई ही चल रही है। बागेश्वर में बस अड्डा बनाने व प्रेक्षागृह के निर्माण का कार्य आंशिक पूर्ण हुआ है। कोटद्वार डिपो के आधुनिकीकरण की कार्रवाई चल रही है। अब वर्ष 2018 में की गई घोषणाओं पर नजर डालें तो इस वर्ष सात घोषणाएं की गई।
वर्ष की पहली घोषणा यानी घनसाली बाजार में बस स्टॉप के निर्माण के मामले में अब संशोधन कर दिया गया है। यह घोषणा अपूर्ण है। भगवानपुर, पिरान कलियर, रामनगर, गरदरपुर में बस अड्डे के निर्माण का कार्य अभी चल ही रहा है। सितारगंज में बस अड्डे के निर्माण का कार्य आंशिक पूर्ण हुआ है। केवल घाट से देहरादून तक बस सेवा संचालित करने की घोषणा ही पूरी हो पाई हैं।
वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री ने परिवहन निगम के लिए पांच घोषणाएं की। इसमें किच्छा व बनबसा में बस अड्डा बनाने की कार्यवाही अभी चल ही रही है। रुड़की बस अड्डे का जीर्णोद्वार और टनकपुर बस अड्डे के विस्तारीकरण का मामला अभी लंबित चल रहा है जबकि सतपुली से दिल्ली तक बस सेवा शुरू करने के लिए कवायद ही चल रही है।
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