हरेला पर्व के उपलक्ष्य पर जनपद नैनीताल में सभी विकास खण्डों में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा पौधारोपण किया गया
जिलाधिकारी ने हरेले मेले की शुभकामनायें देते हुये कहा कि वृक्षों से हमारा जन्म-जनमान्तर का नाता है। इस अटूट रिश्ते को हमें टूटने नहीं देना है।
“हम जो भी पौंधा लगाते हैं, कम से कम एक वर्ष तक उसकी देखभाल करें” : जिलाधिकारी
वृक्ष हमारे जीवन के साथी हैं तथा विकास में वृक्षों एव हरियाली का विशेष योगदान है : जिलाधिकारी
आकाश ज्ञान वाटिका, 15 जुलाई 2022, शुक्रवार, हल्द्वानी (सूचना)। हरेला कुमाऊँ का अत्यन्त प्राचीन एवं प्रसिद्व त्यौहार है। सावन मास के प्रथम दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। लोक जीवन में इस पर्व की विशेष महत्ता है। हरियाली ग्रीष्म ऋतु में सूखे व मुरझाये वनस्पति संसार के पुनर्जीवन का प्रतीक है।
हरेला पर्व पर पौधा रोपण का विशेष महत्व है। वृक्ष हमारे जीवन के साथी हैं तथा विकास में वृक्षों एव हरियाली का विशेष योगदान है। हरियाली को बनाये रखने के लिए हम सब अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण करें। यह बात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने हरेला मेले के उपलक्ष्य में कही।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देशों के क्रम में जनपद में हरेले के पर्व के उपलक्ष्य पर सभी विकास खण्डों में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा रैली निकाली गई तथा वहीं उनके द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
जिलाधिकारी ने हरेले मेले की शुभकामनायें देते हुये कहा कि वृक्षों से हमारा जन्म-जनमान्तर का नाता है। इस अटूट रिश्ते को हमें टूटने नहीं देना है, पौधे नि:स्वार्थ भाव से हमें बहुत कुछ देते हैं, इसलिए हमें जिन्दगी में वृक्षों का ऋणी रहना चाहिए। उन्होंने कहा हम जो भी पौंधा लगाते हैं, कम से कम एक वर्ष तक उसकी देखभाल करें।
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