निर्जला एकादशी पर भारतीय जैन मिलन ने प्रेम नगर स्थित महिला वृद्धाआश्रम में बुजुर्ग महिलाओं को इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर च्यवनप्राश और खाद्य सामग्री वितरित की
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 2 जून 2020, देहरादून। आज निर्जला एकादशी के अवसर पर भारतीय जैन मिलन ने प्रेम नगर स्थित महिला वृद्धाआश्रम में बुजुर्ग महिलाओं को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर च्यवनप्राश और खाद्य सामग्री वितरित की। इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री भारतीय जैन मिलन श्री नरेश चंद जैन ने कहा कि निर्जला एकादशी का जैन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है। इस दिन भक्तगण फल या एक समय सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। यह पर्व मोक्ष प्राप्ति हेतु किया जाता है। जैन धर्म में व्रत का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, जिसमें सभी श्रद्धालु श्रद्धा पूर्वक, भक्ति भाव से व्रत उपवास आदि करते हैं। उन्होंने ये आश्वासन भी दिया कि हम सब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पूर्णतया पालन कर रहे हैं। जितना हो सके जैन समाज के माध्यम से जरूरतमंद लोगों की सहायता निरंतर कर रहे हैं।
इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन केंद्रीय महिला संयोजिका श्रीमती मधु जैन ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जैन धर्म के अनुसार व्रत उपवास समस्त पाप नाशी, अनेक पुण्य एवं स्वर्ग / मोक्षदायी हैं इसलिए हमें धार्मिक भावनाओं से जुड़कर, अपने स्तर से दान पुण्य करते रहना चाहिए, जिससे हमें दोनों ओर लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन के मानवाधिकार चेयरमैन श्री सचिन जैन ने कहा कि लॉकडाउन होने के कारण सभी ने लोकडाउन में निर्देशित समस्त निर्देशों का सही से पालन करते हुए इस पर्व, निर्जला एकादशी को भलीभांति मनाया और सभी ने यह मनोकामना की कि यह कोरोना वैश्विक महामारी जल्द से जल्द खत्म हो, जिससे सभी सूंदर एवं सफल जीवन यापन कर सकेंगे।
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी निर्जला एकादशी कहलाती है। अन्य महीनों की एकादशी को फलाहार किया जाता है, परंतु इस एकादशी को फल तो क्या जल भी ग्रहण नहीं किया जाता।
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