जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशील युवा जिलाधिकारी सविन बंसल की फितरत है चुनौतियों से रूबरू होना

आकाश ज्ञान वाटिका। १३ दिसम्बर २०१९, शुक्रवार। नैनीताल (सूचना)। विकास खण्ड भीमताल का दुर्गम इलाका उड़वा छोटा कैलाश दर्शनीय एवं पर्यटक स्थल होने के साथ ही धार्मिक आस्था का भी प्रतीक है। उड़वा होकर छोटा कैलाश मन्दिर तक जाने वाला मार्ग बेहद दुर्गम एवं दुशवारियों से भरा हुआ है। चुनौतियों से रूबरू होना युवा जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की फितरत है, इसलिए जनपद के जिलाधिकारी बनने के बाद उन्होने दुर्गम इलाकों मे बहुउददेशीय शिविर लगाकर जहाँ जनता का दुःख-दर्द जानने की कोशिश की है वही दुर्गम इलाकों मे रह रहे लोगों की कठिनाईयों का अध्ययन भी कर रहे है।
बीते नवम्बर महीने मे जिलाधिकारी श्री बंसल ने उड़वा गांव मे बहुउददेशीय शिविर लगाया, इस गांव तक पहुँचने के लिए उन्होने आदि छोटा कैलाश का दुर्गम रास्ता चुना। इसी रास्ते से बड़ी संख्या में पर्यटक और गांव के लोग आते-जाते रहते हैं। इस रास्ते से गुजरते समय जिलाधिकारी श्री बंसल चोटिल भी हो गये थे। चोट लगने के बावजूद भी जिलाधिकारी ने उड़वा गांव पहुँचकर ही दम लिया और गांव की समस्यायें सुनी।
जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशील जिलाधिकारी ने वन संचार साधन भीमताल के छोटा कैलाश शक्ति स्थल तक पहुँच मार्ग निर्माण के लिए 10 लाख की धनराशि जिला योजना से स्वीकृत की है। जिलाधिकारी ने बताया कि इस दुर्गम मार्ग का निर्माण जिला पंचायत द्वारा किया जायेगा। इस मार्ग के निर्माण होने से ग्रामवासियों एवं पर्यटकों को छोटा कैलाश तक आने-जाने मे सुविधा होगी।
भीमताल के पिनरौ गांव में छोटा कैलाश मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। यहां बड़ी तादाद में भोलेनाथ के भक्त पूजा-अर्चना के लिए पहुँचते हैं। सावन महीने में और महाशिवरात्रि को यहां विशेष पूजा का आयोजन होता है। दूर दराज से लोग पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। मंदिर पहुँचकर श्रद्धालु खुले आसमान के नीचे विराजे शिवलिंग की पूजा करते हैं। मान्यता है कि यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मुरादें पूजी होती हैं। हल्द्वानी से सड़क मार्ग पर अमृतपुर, भौर्सा होते हुए पिनरों गाँव तक पहुंचना होता है। पिनरों गाँव से 3-4 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद आप उस पहाड़ी के शीर्ष पर पहुँच जाते हैं जहाँ प्राचीन छोटा कैलाश मंदिर स्थित है।
57 total views, 1 views today