सूडान से लौटे भारतीयों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, ‘‘ऐसा लगा जैसे हम मृत्युशय्या पर थे’’
आकाश ज्ञान वाटिका, 27 अप्रैल 2023, गुरुवार, नई दिल्ली। भारत ने अब तक सूडान से कम से कम 670 भारतीय नागरिकों को निकाल लिया है और नियमित सेना और एक अर्धसैनिक बल के बीच संघर्षविराम समाप्त होने से पहले संघर्षग्रस्त अफ्रीकी देश से अपने और नागरिकों को बचाने की कोशिश लगातार जारी है।
हरियाणा के सुखविंदर के जो सूडान में फंसे थे और उन 360 भारतीयों में से एक हैं जो ऑपरेशन कावेरी के तहत पहले बैच में भारत पहुंचे हैं। सुखविंदर पेशे से इंजीनियर हैं और सूडान से निकल कर सऊदी अरब के रास्ते नई दिल्ली पहुंचे हैं।
सुखविंदर हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले हैं। सुखविंदर सूडान की परिस्थितियों को याद करके अभी भी डर जाते हैं। उन्होंने बताया कि हम एक बंद कमरे में रह रहे थे, यह ऐसा था कि हम मृत्युशय्या पर हों। सुखविंदर का कहना था ‘ऐसे लग रहा था कि हम मृत्युशय्या पर थे……….’
अभी कभी सूडान नहीं जाऊंगा : छोटू
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर उतरने के तुरंत बाद छोटू ने एक समाचार एंजेसी से बात करते हुए कहा कि अब मैं कभी भी सूडान नहीं जाऊंगा। अपने देश में ही रहकर कुछ भी कर लूंगा लेकिन सूडान कभी वापस नहीं जाऊंगा।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले छोटू सूडान की एक फैक्ट्री में काम करते थे। छोटू अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि वह सूडान से निकल कर सुरक्षित भारत आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं मरकर वापस आ गया हूं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद सूडान से सुरक्षित निकाले गए लोगों की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं। उन्होंने ट्वीट किया और लिखा कि भारत अपनों की वापसी का स्वागत करता है। ऑपरेशन कावेरी 360 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया है।
तसमेर सिंह ने सूडान में चल रहे संघर्ष के दौरान अपने अनुभव को डरावना बताया
पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले तसमेर सिंह (60) जो सूडान से सुरक्षित भारत लाए गए हैं। उन्होंने सूडान में चल रहे संघर्ष के दौरान अपने अनुभव को डरावना बताया। उन्होंने कहा कि हम एक मृत शरीर की तरह थे, बिना बिजली, पानी के एक छोटे से घर में घूम रहे थे। हमने कभी नहीं सोचा था कि हम अपने जीवन में इस तरह की स्थिति का सामना करेंगे, लेकिन भगवान का शुक्र है कि हम जिंदा हैं।
सूडान से निकाले गए भारतीय नागरिकों के जत्थे ने दिल्ली में उतरकर अपने वतन लौटने के बाद राहत की सांस ली। वहीं, राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि सऊदिया की उड़ान में दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने वालों में 19 लोग केरल के हैं।
ऑपरेशन कावेरी
सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया है। इसके लिए वायुसेना और नौसेना की मदद ली जा रही है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय वायुसेना के दो विमान C-130J सऊदी अरब के जेद्दाह में स्टैंडबाय पर हैं। इसी तरह नौसेना का जहाज IANS सुमेधा पोर्ट सूडान भी पहुंच गया है। इसी जहाज से पहले भारतीयों को जेद्दाह लाया जा रहा है और यहां से लोग C-130J के माध्यम से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं।
सूडान के अलग-अलग हिस्सों से पोर्ट सूडान तक पहुंचने के लिए बसों की मदद भी ली जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, सूडान में चल रहे गृहयुद्ध के समय करीब 4000 भारतीय फंसे हुए थे जिसमें से अब तक लगभग 1100 को सुरक्षित भारत पहुंचाया जा चुका है। जबकि 3 बैट में करीब 670 नागरिक भारत पहुंच चुके हैं।
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