जज़्बे को सलाम : दून की बेटी निधि बिष्ट वायु सेना में बनेंगी फ्लाइंग आफिसर
- जांबाजों की कहानियों से प्रेरित होकर निधि ने सेना में जाने का किया निश्चय।
[highlight]”देश की सच्ची सेवा सिर्फ सेना में जाकर ही की जा सकती है” : निधि बिष्ट[/highlight]
आकाश ज्ञान वाटिका, 17 जून 2021, गुरुवार, देहरादून। 19 जून 2021 को वह हैदराबाद स्थित एयर फोर्स एकेडमी से पास आउट होकर फ्लाइंग आफिसर बनेंगी, दून की बेटी निधि बिष्ट। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली निधि बिष्ट का पहला सपना सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना था। हालांकि, जांबाजों की कहानियों से प्रेरित होकर उन्होंने सेना में जाने का निश्चय किया।
पौड़ी के अस्वालस्यूं क्षेत्र, महड़ गांव में वर्ष 1996 में जन्मी निधि बिष्ट बचपन से ही होनहार थी एवं जज्बे की अपने में समय हुए थीं, इसी का परिणाम है कि वह आज भारतीय वायु सेना में उड़ान भरने के लिए तैयार है। उनकी मां ऊषा बिष्ट गृहणी हैं और पिता अनिल बिष्ट निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। छोटे भाई पीयूष बिष्ट का फास्ट फूड संबंधी कारोबार है।
वन अनुसंधान संस्थान (FRI) से स्नातकोत्तर व पीएचडी करने वाली निधि के पास वानिकी अनुसंधान के रूप में करियर बनाने का सुनहरा अवसर था। हालांकि, इसके अलावा पूर्व में उन्होंने तय किया था कि वह सिविल सेवा में जाएंगी। फिर वक्त ने करवट ली और उन्हें सेना की जांबाजी के किस्से प्रेरित करने लगे। उन्हें लगने लगा कि देश की सच्ची सेवा सिर्फ सेना में जाकर ही की जा सकती है।
बचपन से ही पढ़ाई में होनहार निधि बिष्ट ने जब अपनी यह इच्छा परिवार के साथ साझा की तो उन्होंने हर बार की तरह यहां भी हौसला बढ़ाया। निधि आसानी से एयर फोर्स कामन एडमिशन टेस्ट (एफकैट) पास कर लिया और पिछले साल अगस्त माह में वह 11 माह के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद चली गईं। निधि की मां ऊषा बिष्ट कहती हैं कि उनके परिवार के लिए इससे अधिक खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती।
निधि बिष्ट का परिवार इस समय देहरादून के केदारपुरम में रहता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा श्रीनगर स्थित चौरास के सैंजो स्कूल हुई। उन्होंने 12वीं की पढ़ाई देहरादून के डीएवी पब्लिक स्कूल से की। दिल्ली विश्व विद्यालय से स्नातक करने के बाद FRI से स्नातकोत्तर और पीएचडी की।
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