जिलाधिकारी ने कूर्मांचल परिषद की सराहना करते हुए कहा “कुमाऊँ के परम्परागत ऐपण आदि कलाओं से ‘वोकल फार लोकल’ में मिल सकती है मदद”
- [highlight]”अल्मोडा जहाँ सांस्कतिक राजधानी है, वही कुमाऊँ के परम्परागत ऐपण आदि कलाओं से “वोकल फार लोकल” में मदद मिल सकती है” [/highlight]: जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव
- [highlight]”कूर्मांचल परिषद देहरादून उत्तराखण्ड में कुमाऊँ वासियों की प्रतिनिधि सामाजिक संस्था है, जो विगत 50 वर्षों से सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यों के आयोजन का कार्य कर रही है”[/highlight] : चन्द्रशेखर जोशी, केन्द्रीय महासचिव, कूर्मांचल परिषद
आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 7 नवम्बर 2020, देहरादून। कूर्मांचल परिषद के केन्द्रीय अध्यक्ष कमल रजवार ने देहरादून जनपद के जिलाधिकारी तथा मुख्य सी०ई०ओ० स्मार्ट सिटी देहरादून का स्वागत किया। केन्द्रीय महासचिव चन्द्रशेखर जोशी ने कूर्मांचल परिषद की ओर से स्वागत करते हुए कूर्मांचल परिषद भवन की समस्याओं का ज्ञापन दिया। सभा का संचालन डी० के० पाण्डे द्वारा किया गया। आज के सफल कार्यक्रम के लिए कूर्मांचल परिषद की माजरा शाखा को केन्द्रीय अध्यक्ष कमल रजवार ने धन्यवाद दिया।
वही अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी महोदय देहरादून (उत्तराखण्ड) तथा मुख्य सी०ई०ओ० स्मार्ट सिटी देहरादून ने हर संभव सहयोग देने की बात कही, जिससे स्मार्ट सिटी देहरादून में कूर्मांचल भवन अपने शानदार रूप में सामने आ सके। जिलाधिकारी महोदय देहरादून ने अपने सम्बोधन में बताया कि वह अपने सेवाकाल में कुमाऊँ में लम्बे समय तक रहे हैं। उन्होंने कहा ‘अल्मोडा जहाँ सांस्कतिक राजधानी है, वही कुमाऊँ के परम्परागत ऐपण आदि कलाओं से “वोकल फार लोकल” में मदद मिल सकती है।
[box type=”shadow” ]कूर्मांचल परिषद की माजरा शाखा के सचिव डॉ० अनिल कुमार मिश्रा ने विस्तार से बताया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आहवान “वोकल फार लोकल” व माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह के प्रोत्साहन के दृश्टिगत महिलाओं को स्वरोजगार की ओर प्रेरित करने के लिए प्रयासरत है। इसी के अनुक्रम में कूर्मांचल भवन देहरादून में इससे पूर्व 23 अगस्त 2020 को स्वरोजगार हेतु जिला ग्रामोद्योग अधिकारी के तत्वावधान में अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा चूका है।
डॉ० अनिल कुमार मिश्रा सचिव कूर्मांचल परिषद माजरा शाखा ने बताया कि अगला रोड मैप तैयार करते हुए महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा मास्क बनाने, ऐंपण कला तथा छोटे बच्चों की ड्रेस बनाने का कार्य शुरू किया जा चुका है। इसी क्रम में 6 नवम्बर 2020 को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला ग्रामोद्योग अधिकारी डॉ० अलका पाण्डे के नेतृत्व में एल.ई.डी. बिजली की माला बनवाने का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें मुख्य अतिथि जिलाधिकारी महोदय देहरादून (उत्तराखण्ड) तथा मुख्य सी० ई० ओ० स्मार्ट सिटी देहरादून डॉ० आषीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कूर्मांचल परिषद द्वारा किये जा रहे कार्यों तथा प्रयासों की सराहना की गयी।[/box]
[box type=”shadow” ]केन्द्रीय महासचिव कूर्मांचल परिषद चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि केन्द्रीय अध्यक्ष ने ज्ञापन में जिलाधिकारी/सी०ई०ओ० स्मार्ट सिटी देहरादून का स्वागत करते हुए लिखा है:
कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद देहरादून परिवार, कूर्मांचल भवन में प्रथम आगमन पर आपका हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत करता है।
कूर्मांचल परिषद देहरादून उत्तराखण्ड में कुमाऊँ वासियो की प्रतिनिधि सामाजिक संस्था है, जो विगत 50 वर्षों से सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यों के आयोजन कार्य कर रही है। कूर्मांचल परिषद की देहरादून में 10 शाखायें तथा एक केन्द्रीय परिषद है, जिसके सदस्य कूर्मांचल समाज के निवासी है, परिषद का अपना भव्य कूर्मांचल भवन, जी.एम.एस. रोड, देहरादून में है।
आदरणीय महोदय, अवगत कराना है कि कूर्मांचल समाज की सामाजिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के सुचारू संचालन एवं सम्पादक हेतु वर्ष 2005 से भवन निर्माण का कार्य प्रगति पर है। भवन के निकट जल संस्थान का नलकूप एवं ओवर हैड टैंक है जिसकी पाइप लाइन व टैंक की पाइप लाइन से काफी मात्रा में पानी रिसकर कूर्मांचल भवन के बेसमेंट में भरता रहता है, जिस कारण बेसमेन्ट में पानी भरा रहता है। जिस वजह से बेसमेंट का उपयोग परिषद हित में नहीं हो पा रहा है तथा पानी भरा होने से सदैव दुर्घटना का भय बना रहता है।
इस लीकेज को बंद करवाने के लिए अनेक बार जल संस्थान/ जल निगम को अनुरोध किया गया परन्तु कोई प्रभावी समाधान नहीं हो पा रहा है। इसके अतिरिक्त कूर्मांचल भवन ”लो लाइन एरिया“ में अवस्थित होने के कारण वर्षा काल में राष्ट्रीय राजमार्ग 72 का वर्षा जल तथा बल्लीवाला चौक से डाउन स्ट्रीम एरिया कांवली गाँव का पानी इस क्षेत्र में जमा हो जाता है तथा निकासी न हो पाने के कारण कूर्मांचल भवन के पहुँच मार्ग में जमा हो जाता है, जिस कारण आवागमन भी बाधित हो जाता है, साथ ही जल रिसकर कूर्मांचल भवन के बेसमेंट में जमा हो जाता है।
इस समस्या के समाधान हेतु संबंधित विभाग तथा लोक निर्माण विभाग एवं जल संस्थान/ जल निगम देहरादून को इस समस्या का स्थायी समाधान करवाने की अपेक्षा की गई जिस पर जिलाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग को आदेशित कर दिया गया।[/box]
आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रो० (डॉ०) बी०एस० बिष्ट, डॉ० अलका पाण्डे, कमल सिंह रजवार, चन्द्रशेखर जोशी, गंभीर सिंह रावत, डी०के० पाण्डे, डॉ० एच०सी० शाह, डी०एस० पपोला, विजय बिष्ट, गगन वर्मा, पुष्पा अधिकारी, बबीता शाह लोहनी, आर.एस. परिहार, ई० संतोश जोशी आदि उपस्थित थे।
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