‘‘साक्षरता अभियान कार्यक्रम ‘पढ़ो दून, बढ़ो दून’ वास्तविक और परिणाम आधारित हो” : जिलाधिकारी
आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 5 दिसम्बर 2020, देहरादून (जि.सू.का.)। जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा जनपद में चलाए जा रहे समग्र साक्षरता अभियान कार्यक्रम ‘पढ़ो दून, बढ़ो दून’ की समीक्षा करते हुए विकासखण्डवार साक्षरता अभियान की वास्तविकता की जानकारी ली। उन्होंने जनपद और विकासखण्ड स्तर के सभी शिक्षा अधिकारियों को साक्षरता अभियान को जमीनी स्तर पर वास्तविक रूप से सम्पादित करने तथा इसकी वास्तविकता जानने के लिए क्रास वैरिफाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि न केवल आँगनबाड़ी केंद्रों से प्राप्त सूची के अन्तर्गत शामिल लोगों को साक्षरता अभियान के तहत् साक्षर किया जाए बल्कि कुछ ऐसे लोग जो किसी कारण से सूची में नहीं आ पाए हैं उन सभी को भी साक्षरता अभियान के तहत् साक्षर करें। साक्षर किए जाने वाले व्यक्तियों की साक्षरता जाँचने के लिए उनकी हल्की परीक्षा भी लें, साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों के माध्यम से अभियान की वास्तविकता जाँचने के लिए क्रास वैरिफिकेशन करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों को साक्षर करने के लिए अध्यापकों, वाॅलिन्टयर्स और साक्षर व्यक्ति को लगायें तथा दृष्टि बाधित व्यक्ति, ऑटिज्म (शारीरिक रूप से त्वरित प्रतिक्रिया करने में अक्षम व्यक्ति) पीड़ित अथवा मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति को साक्षर बनाने के लिए राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान तथा रफेल बटर फ्लाईज जैसे गैर सरकारी संगठनों की सहायता लें जिन्हें सम्बन्धित बाध्यताओं के अनुरूप व्यक्तियों को साक्षर करने में महारत हासिल हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाने की टाइमिंग सम्बन्धित लोगों के अनुरूप निर्धारित करें। बेहतर सहयोग लेने के लिए ग्राम प्रधानों व पार्षदों का सहयोग लें तथा कोविड-19 के जरूरी मानक सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, साफ-सफाई इत्यादि को ध्यान में रखकर अभियान चलायें।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो गाँव पूर्ण रूप से साक्षर हो जाता है उसके साक्षरता के सम्बन्ध में सम्बन्धित ग्राम प्रधान अथवा पार्षदों से इस बात का प्रमाण-पत्र प्राप्त कर लें कि आज इस तिथि को यह गाँव समग्र साक्षर हो गया है। इसके साथ ही हर छः माह बाद साक्षरता की स्क्रूटनी/स्क्रीनिंग करते रहें कि कोई निरक्षर व्यक्ति इस अवधि में बाहर से तो नहीं आया, यदि आ जाता है तो उसको साक्षर करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने ऐसे विकासखण्डों के शिक्षाधिकारियों को सख्ती से निर्देश दिए जिनकी साक्षरता अभियान ‘पढ़ो दून, बढ़ो दून’ में अपेक्षित प्रगति नहीं थी।
इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नीतिका खण्डेलवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली, माध्यमिक शिक्षा अधिकारी वाईएस चैधरी सहित सम्बन्धित विकासखण्डों के बी.ई.ओ., डिप्टी बी.ई.ओ उपस्थित थे।
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