जिलाधिकारी सी रविशंकर ने ‘‘KPI (Key performance Indicators) ऑफ़ सीएम डेशबोर्ड’’ की ली समीक्षा बैठक
आकाश ज्ञान वाटिका। देहरादून दिनांक 21 दिसंबर 2019 (सू०वि०)। जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में ‘‘KPI (Key performance Indicators) ऑफ़ सीएम डेशबोर्ड’’ के सम्बन्ध में जनपद के सभी विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में इस दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों से उनके अन्तर्गत चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों का विवरण प्राप्त करते हुए उनकी वर्तमान स्थिति, क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं और प्रगति बढाने के लिए किये जा सकने वाले प्रयासों के बारे में जानकारी लेते हुए प्रगति बढाने क निर्देश दिये। उन्होंने सभी विभागों को उनके यहां संचालित योजनाओं का विवरण लक्ष्य एवं कार्यप्रगति सहित निर्धारित प्रारूप पर देने यदि किन्ही कारणों से प्रगति न्यून है तो उसका स्पष्ट कारण देते हुए संक्षेप में विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को विभिन्न विभागों से कंपाइल विवरण 23 दिसम्बर तक उपलब्ध करवाने तथा मुख्य विकास अधिकारी को सभी विभागों से इस सम्बन्ध में जरूरी समन्वय के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने जल संस्थान के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि बड़े-बड़े होटल्स-माॅल में वाटर मीटर लगाने के प्रस्ताव दें, पेयजल की गुणवत्ता बढाने हेतु विभिन्न क्षेत्रों से लगातार जल के सम्पल लें और पहाड़ी क्षेत्रों में नाले-धारे इत्यादि को सरवाईव करते हुए उनमें परम्परागत डिजाइन के तहत् सुधारात्मक कार्य करें। उन्होंने जल संरक्षण पर विशेष फोकस करते हुए अधिशासी अभियन्ता नमित रमोला को निर्देश दिये कि सभी विभागों से ऐसे सरकारी कार्यालयों की सूची प्राप्त करें जहां वर्षा संग्रहण हेतु जल संचय प्रोजेक्ट लगाया जा सके। साथ ही उन्होंने जल शक्ति अभियान के तहत् पूर्व में नियुक्त किये गये नोडल व विभागीय अधिकारियों को अभियान के तहत् कराये गये कार्यों का विवरण प्रस्तुत करने और सभी विभागों को जनपद में हर एक गांव तक के सरकारी भवनों की सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये ताकि जिन सरकारी भवनों में ‘जल संचय’ प्रौजेन्क्ट लगाया जा सकता है वहां आगामी मानसून से पूर्व यथासम्भव लगाने को कहा। उन्होंने जिला सेवायोजन अधिकारी को जनपद रोजगार मेलों का लगातार आयोजन करते हुए आईटीआई जैसे संस्थानों से टाइअप करने और रोजगार प्राप्त व्यक्तियों से फिडबैक लेने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि गांव के विकास को समर्पित कुछ विशेष योजनाओं में जरूर अधिक फोकस करें, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि विकास की गतिविधियां, विविधता भरी हो जिसमें सभी पहलु शामिल हों। इसके अतिरिक्त कुछ प्रायोगिक तौर पर नये भी लें यदि उनका परिणाम बेहतर रहता है तो उसे कलस्टर आधारित एप्रोच से लागू करें। जिलाधिकारी ने पशुपालन और डेयरी विभाग के कार्यों को बेहतर समन्वय हेतु एक साथ कंपाइल करते हुए प्रगति बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देशित किया कि ग्राउण्ड स्तर पर सुनिश्चित करें कि बच्चों के लिए जो न्यूट्रीशियन दिये जा रहे हैं वे सही से और लगातार बच्चों को मिलते रहे और जिन कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया है, उन्हें कुपोषण से मुक्त करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया िकइस बात की जानकारी लें कि बच्चों को जो पौष्टिक सामग्री दी जा रही है उसको कितना पसंद करते हैं और यदि कोई अन्य सामग्री भी जिसको बच्चे अधिक पंसद भी करते हों, पौष्टिक भी होऔर आसानी से सुलभ भी हो जाय उसको उपलब्ध कराने हेतु होमवर्क करें। उन्होंने शिक्षा, चिकित्सा और बाल विकास को आपसी समन्वय से बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और बेहतर विकास हेतु सीएसआर फण्ड प्राप्त करने के लिए एक संयुक्त पोर्टल बनाने को कहा और इसके बेहतर इम्पिलिमेन्टेशन हेतु पूर्व में उधमसिंहनगर में किये गये प्रयासों से सीख लते हुए कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने अटल आयुष्मान के तहत् बनाये जाने वाले ‘गोल्डन कार्ड’ निर्माण के सीएससी सेन्टर्स द्वारा ठीक से संज्ञान न लेने के चलते जिला सन्वयक को फटकार लगाते हुए निर्धारित समय और प्राॅपर तरीके से सीएसी सेन्टर्स में कार्ड बनवाने के निर्देश दिये। साथ ही स्थानीय पार्षद/प्रतिनिधि के सहयोग से लोगों के सीएससी केन्द्र व कैम्प तक ले जाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये हैं।
जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल को निर्वाचन से सम्बन्धित लम्बित भुगतान पर विशेष संज्ञान लेते हुए निर्देशित किया कि यदि इस मद में बजट उपलब्ध है तो भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने परियोजना अधिकारी डी.आर.डी.ए को देहरादून और डोईवाला क्षेत्रों में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत् समूह आधारित कार्यों की उचित माॅनिटरिंग के माध्यम से प्रगति में और बढोतरी करने, पर्यटन विभाग को को होमस्टे योजना पर विशेष फोकस करते हुए इसकी औपचारिकताओं की पूर्ति करने में लोगों का सहयोग करने, लोक निर्माण विभाग को जनपद की सड़कों , वर्तमान में चल रहे कार्यों की प्रति इत्यादि का विवरण प्रस्तुत करने तथा जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को जनपद में व्यक्तिगत लाभार्थी योजनाओं की प्रगति सूचना सम्बन्धित विभागों से प्राप्त करने के निर्देश दिये।
अन्त में जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी विभाग की कोई योजना में कुछ नीतिगत अथवा अन्य पहलु के सम्बन्ध में मार्गदर्शन इत्यादि की आवश्यकता होगी तो उसका पृथक विवरण प्रस्तुत करें और शासन के स्तर पर डिस्कस होने वाले बिन्दुओं को तद्नुसार प्रस्तुत करें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को विभिन्न विभागों के कार्यों की समय पर माॅनिटरिंग करने, उनके कार्यों की जानकारी प्राप्त करते हुए जरूरी मार्गदर्शन प्रदान करते हुए प्रगति बढाने में जरूरी समन्वय करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन रामजी शरण शर्मा सहित जनपद के विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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