जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ अभियान के संवेदीकरण कार्यक्रम और जिला टास्कफोर्स की बैठक हुई आयोजित
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आकाश ज्ञान वाटिका। १३ दिसंबर, २०१९ (शुक्रवार) देहरादून (सूचना)। जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाल विकास विभाग के समन्वय से आयोजित ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ अभियान के संवेदीकरण कार्यक्रम और जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास क्षमा बहुगुणा द्वारा प्रेजेन्टेशन के माध्यम से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ अभियान के अन्तर्गत विभाग द्वारा कराये गये संवेदीकरण, जन-जागरूकता, प्रशिक्षण और काउन्सिलिंग कार्यक्रमों का परिचय दिया।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को जनपद में शून्य से 6 वर्ष तक की बालिकाओं से सम्बन्धित वर्ष 2018-19 के अद्यतन लिंगानुपात के सर्वे तथा विद्यालयों में बालिकाओं हेतु पृथक-पृथक शौचालयों की संख्या और चालू हालात में शौचालयों की संख्या का विवरण प्राप्त करना चाहा। जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास और सम्बन्धित संस्थाओं द्वारा सम्पूर्ण और अद्यतन विवरण प्रस्तुत न करने के चलते जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि 15 फरवरी तक सम्पूर्ण जनपद में शून्य से 6 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं का पृथक और अद्यतन आंकड़ा ग्राउण्ड सर्वे करते हुए प्रस्तुत करेंगे साथ ही जनपद में कितने ऐसे विद्यालय हैं जहां पर बालिकाओं के लिए पृथक-पृथक शौचालय हैं, अथवा उपयोग करने की स्थिति में हैं साथ ही ऐसे विद्यालयों की संख्या जहां बालिकाओं हेतु पृथक शौचालय नही हैं का विवरण भी प्रस्तुत करेंगे। । उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे में कोई भी बालक-बालिका छूटना नही चाहिए और लिंगानुपात का सही-सही रेशियो अगली बैठक में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जी.एस. रावत ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों से और लोकल स्तर पर बच्चों में देखें कि अन्य छोटे-बडे़ विकार अथवा बीमारियां तो नहीं हैं यदि बच्चों में किसी तरह की कोई शारीरिक,मानसिक अथवा स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या है तो उसका पूरा विवरण भी प्राप्त करें, जिससे विशेषज्ञ चिकित्सक, मनोवैज्ञानिक और काउन्सलर से उसका उपचार करवाया जा सके साथ ही उन्होंने ऐसे आंगनवाड़ी केन्द्रों का विवरण भी देने को कहा जहां आंगवाड़ी केन्द्रों में सुरक्षा दीवार लग सकती है। बैठक के पश्चात ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ‘ के तहत् जागरूकता हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया।
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