पुलिस कप्तान की बड़ी कार्यवाही – बिना अनुमति के जुलूस निकालने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
- छात्रों द्वारा बिना अनुमति के शहर में जुलूस निकालकर लिंग दोह समिति की सिफारिशों का सरेआम उल्लंघन।
- जुलूस निकालने वाले एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ देहरादून पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज।
- सत्ता की हनक में डूबे छात्र नेताओं ने कानून की भी परवाह नहीं की।
- पद ग्रहण करते वक्त ही एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने साफ कर दिया था कि पुलिस किसी के दबाव के आगे नहीं झुकेगी।
- आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।
आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून। शहर में में बिना अनुमति के जुलूस निकालने वाले अखिल भारीतय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों के खिलाफ देहरादून पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। दून के नए एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने सत्ता के नशे में चूर छात्रों के खिलाफ जो एक्शन लिया है, वह एकदम सही है तथा भविष्य में छात्र इस तरह का घिनोंना कृत न कर पाये, इसके लिए कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी अति आवश्यक है। इस तरह कानून के रक्षकों के सामने कानून की धज्जियॉं उड़ाना व समाज की परवाह किये बगैर इस तरह का माहौल पैदा करना एक असामाजिक कार्य जिसके लिए दोषियों को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया जाना समाज के हिट में होगा। विद्या के मंदिर में इस तरह का मंजर, देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ है। देहरादून में एसएसपी बनते वक्त ही उन्होंने साफ कर दिया था कि पुलिस किसी के दबाव के आगे नहीं झुकेगी। रिक्शे वाला हो या फिर मर्सिडीज वाला, नियम-कानून सबके लिए समान हैं। जुलूस निकालने वाले एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्होंने अपनी बात को साबित भी कर दिया। पुलिस ने बिना अनुमति जुलूस निकालने वाले एक दर्जाधारी नेता के साथ ही लगभग सात सौ से भी अधिक छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है। विदित हो कि कल एबीवीपी के सात – आठ सौ के लगभग छात्रों ने शहर में बिना अनुमति जुलूस निकाला। जुलूस में दर्जाधारी मंत्री जितेंद्र रावत मोनी, एबीवीपी प्रत्याशी सागर तोमर, भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत भी थे। डीएवी छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी की तरफ से चुनाव लड़ रहे सागर तोमर ने शक्ति प्रदर्शन के लिए शहर में जुलूस निकाला था। जुलूस निकालने के लिए एबीवीपी ने प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। सीओ डालनवाला जया बलूनी ने एबीवीपी प्रत्याशी सागर तोमर और दूसरे छात्र नेताओं को इस सन्दर्भ में समझाया भी था। उन्होंने छात्रों से कहा था कि बिना अनुमति शहर में जुलूस न निकालें, पर सत्ता और जवानी के जोश में डूबे छात्र नेताओं ने पुलिस की एक नहीं सुनी और शुक्रवार को शहर में हुड़दंग मचाते हुए डीएवी कॉलेज से ईसी रोड के बीच जुलूस निकाला, जिसमें सैकड़ों छात्र मौजूद थे। सत्ता की हनक में डूबे छात्र नेताओं ने कानून की भी परवाह तक नहीं की। एसएसपी, देहरादून अरुण मोहन जोशी ने बिना अनुमति जुलूस निकाले जाने पर नाराजगी जताई और सीओ जया बलूनी को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। जुलूस निकालने वाले छात्रों के खिलाफ डालनवाला थाने में धारा 147, 283 और 342 के तहत केस दर्ज किया गया है। कुछ छात्र नेताओं ने इस संबंध में एसएसपी से बात करने की भी कोशिश की थी, पर उन्होंने साफ कर दिया कि अगर बिना अनुमति के जुलूस निकाला है तो केस जरूर दर्ज होगा। आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करने का मन बना चुकी। राजनीति के इस घटते स्तर के कारण, धीरे-धीरे आम जन का विश्वास नेताओं से हटता जा रहा है। इस तरह की हरकतें समाज में अविश्वास का माहौल पैदा करती हैं अतः पुलिस प्रशासन को इस मामले में कठोर कार्यवाही करने चाहिए, जिससे की फिर के कोई समाज में ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सकें।
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