तेलंगाना राज्य के स्कूलों में बच्चों को पढ़नी होगी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी की जीवनी
- वर्ष 2014 में के. चंद्रशेखर राव ने ही कहा था कि तेलंगाना के लिए सोनिया गांधी को सारा क्रेडिट जाता है और इसे कोई दूसरा नहीं छीन सकता।
आकाश ज्ञान वाटिका, 9 दिसम्बर 2020, बृहस्पतिवार। तेलंगाना राज्य के स्कूलों में लागू पाठ्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष की जीवनी को शामिल करने की अपील की गई है। तेलंगाना के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीवनी पढ़नी होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष के 74वें जन्मदिन के मौके पर बुधवार, 9 दिसंबर को तेलंगाना ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) के प्रवक्ता श्रवण दासोजु ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से इस बात का आग्रह किया है। वर्ष 2014 में के. चंद्रशेखर राव ने ही कहा था कि तेलंगाना के लिए सोनिया गांधी को सारा क्रेडिट जाता है और इसे कोई दूसरा नहीं छीन सकता। प्रवक्ता ने इस बात को दोहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राव ने राज्य के गठन के बाद विधानसभा में कहा था कि ‘सोनिया गांधी के बगैर तेलंगाना का अस्तित्व नहीं।’
तेलंगाना सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रवक्ता ने कहा कि इसके बदले में KCR सरकार ने कुछ नहीं किया। जब संप्रग (UPA) सरकार सत्ता में थी तब तेलंगाना के गठन के लिए कांग्रेस ने जीतोड़ मेहनत की। उन्होंने कहा, ‘इस योगदान और प्रतिबद्धता के लिए हमारा फर्ज बनता है कि हम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सम्मान दें और एक यादगार उपहार के रूप में स्कूली पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी को शामिल करें। हालांकि तेलंगाना के गठन से सबसे अधिक फायदे में रहने वाले के चंद्रशेखर राव की ओर से उनके सम्मान में कुछ नहीं किया गया और न ही वे इस ओर को रुचि दिखा रहे हैं।’
आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना के गठन के एक साल बाद वर्ष 2015 के मई में राज्य की गठन से जुड़ा एक नया पाठ कक्षा दसवीं की इतिहास के सिलबस में शामिल किया गया। ‘The movement for formation of Telangana state’ नामक इस पाठ में 2009 में केसी राव के उपवास से लेकर राज्य के गठन तक का विवरण है लेकिन इसमें कहीं भी कांग्रेस या इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी का जिक्र नहीं।’
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