पर्यूषण पर्व के आठवां दिन उत्तम त्याग धर्म की महानता को समर्पित होता है, त्याग करने से लोभ और मोह कम होता है
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आकाश ज्ञान वाटिका, रविवार, 30 अगस्त 2020, देहरादून। आज पर्यूषण पर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग के अवसर पर श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर, जैन भवन गाँधी रोड, देहरादून में श्रीजी की शांति धारा एव प्रथम कलश का श्री विपिन जैन, अक्षत जैन, दलीप सिंह जैन एंड संस राजा रोड वालों को सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिसमे आज उत्तम त्याग धर्म के अवसर पर सौरभ सागर सेवा समिति के तत्वाधान में श्री अभिषेक जैन और मनन जैन ने उत्तम त्याग धर्म के अवसर पर कुआंवाला में गौशाला में एक गाड़ी चौकर दान किया।
इस अवसर पर राष्टीय महामंत्री जैन मिलन श्री नरेश चंद जैन ने कहा कि भोग विलास की चीजों और क्रोध, मान, माया, लोभ का त्याग सबसे बड़ा माना गया है और महत्वपूर्ण भी। त्याग करने से लोभ और मोह कम होता है ।
इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने उत्तम त्याग धर्म के बारे बताते हुए कहा कि उत्तम त्याग धर्म कोई मरकर देता है कोई देकर मरता है। उत्तम त्याग धर्म आप आम को खाने से पहले उसे दबा दबा कर ढ़ीला करते हैं, फिर उसके ऊपर से टोपी (डंठल) हटाते हैं, खाने से पहले चैंप निकालते हैं वर्ना फोड़े फुंसी हो जाते हैं। त्याग धर्म में दबा दबा कर ढीला करने का मतलब, अंटी ढ़ीली करना, डंठल हटाने का मतलब, अपने घर के खजाने पर से ढ़क्कन खोलना, चैंप निकालने का मतलब, उपयोग से पहले त्याग करना, त्याग नहीं करोगे तो जीवन दूषित हो जायेगा।
इसी श्रंखला में संध्या कालीन आरती सामूहिक रूप से की गई।
इस अवसर पर केंद्रीय महिला संयोजिका श्रीमति मधु जैन, संजय जैन, अमित जैन, मोनू जैन, अर्जुन जैन, गुड्डु जैन, दीपक जैन, सचिन जैन, जुली जैन, रीता जैन, ज्योति जैन, उमा जैन, आयुष जैन आदि लोग उपस्तिथ रहे।
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