70वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
गणतंत्र दिवस मात्र एक पर्व नहीं, बल्कि गौरव और सम्मान का दिन है
70वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस, भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे प्रत्येक भारतवासी पूरे उत्साह, जोश और सम्मान के साथ मनाता है। राष्ट्रीय पर्व होने के नाते इसे हर धर्म, संप्रदाय और जाति के लोग मनाते हैं। समस्त भारतीयों के लिए आज का दिन बड़े ही गौरव व सौभाग्य का दिन है। आज, 26 जनवरी 2019 को हम अपना 70वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। भारत माँ के लिए गणतंत्र दिवस मात्र एक पर्व नहीं, बल्कि गौरव और सम्मान का दिन है। महान स्वतंत्रता सेनानी व नेता, महात्मा गांधी, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार वल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री आदि ने भारत माँ को आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ी। अपने देश के लिए हम इनके समर्पण को कभी भूल नहीं सकते हैं।अनगिनत लोगों की कुर्बानी के बाद भारत माँ को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी, लेकिन पूर्ण स्वतंत्रता 26 जनवरी 1950 को मिली, क्योंकि इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है जिसमें 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों हैं तथा इसे बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को गवर्नमेंट हाउस के दरबार हॉल में भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी तथा इस सुअवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि थे।
गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर तिरंगा फहराया जाता है फिर राष्ट्रगान गाया जाता है और 21 तोपों की सलामी होती है तथा इसके बाद हमारी सेना अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करती है। 70वें गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी 2019 पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि हैं। भारत की राजधानी दिल्ली में गणंतंत्र दिवस पर विशेष आयोजन होते हैं। देश के प्रधानमंत्री द्वारा इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति का अभिनंदन करने के साथ ही उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाते हैं। इस दिन विशेष रूप से दिल्ली के विजय चौक से लाल किले तक होने वाली परेड आकर्षण का प्रमुख केंद्र होती है, जिसमें देश और विदेश के गणमान्य जनों को आमंत्रित किया जाता है। इस परेड में तीनों सेना के प्रमुख राष्ट्रीपति को सलामी दी जाती है एवं सेना द्वारा प्रयोग किए जाने वाले हथियार, प्रक्षेपास्त्र एवं शक्तिशाली टैंकों का प्रदर्शन किया जाता है एवं परेड के माध्यम से सैनिकोंकी शक्ति और पराक्रम को बताया जाता है।
गांव से लेकर शहरों तक, राष्ट्रभक्ति के गीतों की गूंज सुनाई देती है और प्रत्येक भारतवासी एक बार फिर अथाह देशभक्ति से भर उठता है।26 जनवरी 1950 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर भारतीय गणतंत्र के ऐतिहासिक जन्म की घोषणा की थी। अंग्रेजों के शासनकाल से छुटकारा पाने के 894 दिन बाद हमारा देश स्वतंत्र राज्य बना।
“आकश शिक्षा एवं सांस्क़ृतिक विकास समिति” परिवार के समस्त सदस्यों की ओर से समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनायें एवं बहुत बहुत बधाई।
जय हिन्द। जय जवान।
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