उत्तर प्रदेश में बसपा से निलंबित 11 विधायक बनायेंगे नया दल
आकाश ज्ञान वाटिका, 15 जून 2021, मंगलवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति काफी गरमा गई है। बहुजन समाज पार्टी से निलंबित 11 विधायक अब एक जुट हो गए हैं। इन सभी ने लालजी वर्मा के नेतृत्व में नया दल भी बनाने का फैसला कर लिया है। बसपा से निलंबित नौ विधायक लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव से भी मिलने गए थे। बसपा में कुल 18 विधायकों में से नौ को पार्टी ने निलंबित और दो को निष्काषित किया है।
विधान परिषद चुनाव में बसपा से बगावत करने के बाद निलंबन झेल रहे विधायक असलम राईनी ने कहा कि बसपा के बागी सभी 11 विधायक मिलकर अपनी नई पार्टी बनाएंगे। राईनी ने कहा कि हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे। उनके साथ ही रामअचल राजभर भी हमारे साथ हैं। हम लोग तो लालजी वर्मा को अपनी पार्टी का मुखिया बनाएंगे। 11 विधायक अब एक साथ हैं। राईनी ने कहा कि हमको बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती से तो कोई शिकायत नहीं है, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का व्यवहार स्तरीय नहीं है। राईनी का कहना है कि, उनकी बसपा सुप्रीमो मायावती से कोई शिकायत नहीं है, उनकी मुख्य शिकायत सतीश चंद्र मिश्रा से है। वह जितना कहते हैं मायावती सिर्फ उतना ही करती हैं। सभी 11 विधायकों को बहन मायावती से कोई नाराजगी नही है, सतीश चंद्र मिश्रा पार्टी को खाक में मिलाने में लगे हैं। अभी हमारे पास एक विधायक की कमी है, जिसके कारण तत्काल नया दल नहीं बन पा रहा है। इस बीच अगर एक और विधायक साथ आया तो पार्टी बनाएंगे। नए दल का नाम लालजी वर्मा को डिसाइड करना है।
अखिलेश यादव से मुलाकात करने पर विधायक असलम राईनी ने कहा कि हम तो किसी भी नेता से मिल सकते हैं। पहले भी निलंबित नौ विधायक अखिलेश यादव से मिले थे और आज भी मिले हैं। आज मुलाकात हुई इसका कोई सबूत नहीं है। अखिलेश यादव ने आज इन बागी विधायकों की भेंट के दौरान 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई। पहले छह विधायक गए बाद में तीन और पहुंचे थे। भेंट के बाद यह सभी समाजवादी पार्टी कार्यालय के पिछले गेट से बाहर निकले। यह भी माना जा रहा है कि अब बसपा से निष्कासित नेताओं को बसपा के बागी जोड़ेंगे। इसके बाद इनको सपा में लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
511 total views, 1 views today