Breaking News :
>>महाकुंभ में हुई योगी सरकार की कैबिनट बैठक, सीएम ने मंत्रिमंडल के साथ संगम में लगायी डुबकी >>हर पदक विजेता के नाम पर लगेगा पौधा – रेखा आर्या>>राष्ट्रपति भवन परिसर में बने अमृत उद्यान को दो फरवरी से आम नागरिकों के लिए खोला जाएगा>>युवक ने नशीली ड्रिंक पिलाकर दोस्त से किया दुष्कर्म, केस दर्ज>>राम चरण की फिल्म ‘गेम चेंजर’ की ओटीटी रिलीज डेट से उठा पर्दा, जानिए कब और किस प्लेटफॉर्म पर देख सकेंगे फिल्म  >>विमानन कंपनी गो फर्स्ट को अपनी संपत्ति बेचकर चुकाना होगा कर्ज, एनसीएलटी ने दिया आदेश>>राष्ट्रीय खेल- स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करेंगी 141 टीमें>>क्या आपके बाल भी कम उम्र में हो रहे हैं सफेद, तो इन घरेलू नुस्खों की मदद से बालों को जड़ से बनाएं काला >>मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति की पाँचवीं बैठक हुई सम्पन्न>>आईटीडीए ने उत्तराखंड यूसीसी पोर्टल के लिए मॉक ड्रिल का किया आयोजन>>पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ से फिल्म विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने की भेंट>>प्रभारी मंत्री सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने निकाय चुनाव में झौंकी ताकत>>राष्ट्रीय खेल- हर खिलाड़ी को मिलेगा उसकी पसंद का खाना>>मुख्यमंत्री धामी ने नगर निगम रुड़की से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित रोड शो में किया प्रतिभाग>>व्यय वित्त समिति ने विभिन्न विकास कार्यो को किया स्वीकृत >>क्या आपको भी है हाई ब्लड प्रेशर की समस्या, तो कर लीजिए कंट्रोल, नहीं तो बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा >>समग्र विकास के लिए जरूरी है ट्रिपल इंजन की सरकार- सीएम धामी>>अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालने के पहले ही दिन कई कार्यकारी आदेशों पर किए हस्ताक्षर >>कैबिनेट की यूसीसी की नियमावली को मंजूरी पर बिफरी कांग्रेस>>हम उजाड़ने नहीं बसाने पर विश्वास करते हैं- सीएम धामी
ArticlesMoral Storiesअल्मोड़ाउत्तराखण्ड

चीनी-रोटी

बचपन के वो दिन………

लेखक : ऑनरी कैप्टेन श्याम काण्डपाल, कांटली, कौसानी

आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 14 दिसम्बर 2024, कौसानी।

मैं बचपन में बहुत शैतान था, ऐसा अब लोग कहते हैं क्योंकि बचपन की शैतानियाँ और चंचलतायें आपको खुद पता नहीं होती हैं। हमारा गाँव (कांटली) कोसी नदी के उद्गम में स्थित है। कोसी नदी श्री पिनकेश्वर महादेव मंदिर की तलहटी से निकलती है और शोरगुल करते हुए हमारे गाँव के खेतों को बीच में चीरते हुए निलकती है । कोसी नदी हमारे गाँव के लिये वरदान है। हाँ, कभी-कभी चंचल और क्रुद्ध हो जाती है तो हमें दंड भी देती है। चौमास (बरसात) के महीनों में यह अतर अर्थात पार करने लायक नहीं रहती है।

बात मेरे बचपन की है तो पुरानी ही होगी। उन दिनों नदी पर कोई पुल नहीं था। गाँव वाले आपस में मिलकर इसमें होड़ अथवा लकड़ी का पुल खुद डालते थे। हमारे इलाके में चीड़ के वृक्ष बहुत ज्यादा होते हैं तथा चीड़ के पेड़ बहुत लंबे और सीधे होते हैं। उन्हीं पेड़ों में से दो तीन पेड़ काटकर उसे सपाट कर लेते थे और आवश्यकतानुसार नदी के दो-तीन जगह पर डाल देते थे। गाँव के सभी पुरुष इस काम में बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। इस तरह बनाये हुए लकड़ी के पुल चार-पाँच साल चलते थे। बरसा में सभी इस पुल का प्रयोग करते थे पर पशु इस पुल से नहीं जा सकते थे। पशु तो नदी ही पार करते थे।

एक बार की बात है, ऐसे ही चौमास के दिन में मेरे चाचाजी गाय-बैल लेकर जंगल जा रहे थे। मेरी एक अनोखी आदत थी कि जो कोई भी घर से, मेरे सामने से होकर निकलता तो मैं भी उसके पीछे-पीछे चलने लगता तथा मुझे दिगर (साथ) लगने की आदत थी। उस दिन भी मैं उनके पीछे लग गया। चाचाजी ने बहुत समझाया कि नदी बहुत तेज बहाव में है, बच्चे इसे पार नहीं कर सकते और होड़ से होकर जाना भी खतरनाक है। परंतु मैं माना ही नहीं और उनके पीछे चलता गया। कुछ देर बाद चाचाजी एक ओर मुड़ गए और मैं रोते हुए दुसरी तरफ मुड़ गया। मुझे पता ही नहीं चला कि चाचाजी किस ओर गए और और मैं एक रास्ते में चलता ही गया। रोते-रोते नदी के किनारे पहुँच गया और जोर-जोर से रोने लगा। होड़ पार करने की मुझमें हिम्मत ही नहीं थी। नदी के उस पार MES का पम्प हाउस था। उधर एक महिला अपने पति के साथ रहती थी। उनके पति पम्प हाउस में काम करते थे। उन्होंने मुझे देखा तो घर से निकलकर मुझे होड़ पार कराया। मैं सिसक रहा था। वह मुझे अपने घर ले गई। मैं रोता ही जा रहा था। मुझे चुप कराने के लिए उसने मुझे रोटी दी और रोटी में चीनी रख कर खिलाया। मैंने रोटी बहुत चाव से खाई और थोड़ा शांत हुआ और सो गया। घर पर सब परेशान थे, सब जगह खोजने लगे। उस महिला ने मेरे घर पर संदेश भिजवाया तथा घर से मुझे लेने मेरे चाचाजी आए।

बहुत समय बीत गया पर जब कभी बचपन की याद आती है तो उनका धुँधला सा चेहरा मुझे याद आता है। रोटियाँ तो बहुत खाई होंगी तब से, पर उस रोटी और चीनी की आज भी बहुत याद आती है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!