लाल किला पर हिंसा और झंडा लगाने के आरोप में, IB और पंजाब पुलिस की मदद से दिल्ली पुलिस ढूंढ़ रही है ‘पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू’ को
आकाश ज्ञान वाटिका, 28 जनवरी 2021, गुरुवार। 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला पर हिंसा और झंडा लगाने के आरोप में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। लाल किले में उपद्रवियों का नेतृत्व करने के मामले में दीप सिद्धू को आरोपित बनाया गया है। दीप का मोबाइल फोन 26 जनवरी की रात दिल्ली में ही बंद हो गया था, जो अभी तक बंद है। दिल्ली पुलिस आइबी और पंजाब पुलिस को मदद से उसे ढूंढ़ रही है।
यूपी गेट पर जमा हजारों किसानों को यहां से हटाने की तैयारी में उत्तर प्रदेश पुलिस जुट गई है। बताया जा रहा है कि मेरठ रेंज से भारी फोर्स यहां आ चुकी है। लखनऊ से सीधे संकेत दिए गए हैं कि किसानों को यहां से हटाया जाए। एडीजी जोन, आईजी रेंज सहित कई अधिकारियो की मीटिंग जारी है। इसी कड़ी में यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से पूछताछ करने के लिए गाजीपुर थाने की पुलिस भी पहुंची है। इस बीच दिल्ली पुलिस भी सक्रिय हो गई है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के टेंट पर नोटिस लगाया गया है।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने बीकेयू के नेता जगतार सिंह बाजवा के खिलाफ भी नोटिस जारी किया है। दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस की कॉपी सीधे तौर पर उपलब्ध नहीं होने की वजह से बाजवा को ना देकर जहां मीटिंग चल रही है, जिससे उसके सामने ही टेंट पर ही नोटिस लगा दिया गया है।
- पलवल राष्ट्रीय राजमार्ग के पास अटोहा मोड़ पर भी किसान प्रदर्शन स्थल से अपनी मर्जी से हट रहे हैं। यहां पर भारी पुलिस बल मौजूद, लेकिन बल प्रयोग नहीं हो रहा है।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार दोपहर उन पुलिसकर्मियों से मिलने अस्पताल पहुंचे। जो मंगलवार को हुई किसानों की हिंसा में घायल हुए हैं और उनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
- दिल्ली से सटे चिल्ला बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन (भानु) गुट द्वारा धरना समाप्त करने के बाद भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) ने बृहस्पतिवार को अपना धरना समाप्त कर दिया है। भाकियू (लोकशक्ति) के कार्यकर्ता पिछले 57 दिन से नए कृषि कानूनों के विरोध में सेक्टर-95 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे थे।
- धरना स्थल पर आयोजित प्रेसवार्ता में भाकियू (लोकशक्ति) के अध्यक्ष मास्टर श्यौराज सिंह ने कहा कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर परेड ट्रैक्टर के नाम पर लाल किले पर हुई घटना से सभी किसान संगठन आहत है। पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 3 किसान संगठन अब तक संयुक्त किसान मोर्चा से अलग हो चुके हैं।
- सोनीपत स्थित संयुक्त किसान मोर्चे की अपील के बाद भी किसानों की घर वापसी का सिलसिला नहीं रुक रहा है। आंदोलन स्थल से बृहस्पतिवार को भी बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का पंजाब की ओर जाना जारी है। वहीं, दूसरी ओर संयुक्त मोर्चे के जत्थेबंदी वापस जाने वाले किसानों को मनाने में जुटे हैं।
- 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के संबंध में पुलिस के साथ समझौते को तोड़ने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किए। उन्हें 3 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
- दिल्ली के लाल किला पर हुई हिंसा के चलते लाल किला परिसर में 5 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान जताया गया है।
- गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में कड़ी सुरक्षा है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। इस बीच लाल किला के आसपास सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। यहां चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है। मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने यह फैसला लिया है।
- वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने एहतियात बरतते हुए बृहस्पतिवार को लाल किला और जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए हैं। नेशनल हाई-वे 24 पर बृहस्पतिवार सुबह से आवागमन शुरू हो गया है। इससे दिल्ली और यूपी के लोगों को राहत मिली है।
- ट्रैक्टर परेड के नाम पर हुए उपद्रव से ट्रेन यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित होने के साथ ही यात्री समय पर रेलवे स्टेशन नहीं पहुंच सके। कई यात्री ट्रेन नहीं पकड़ सके। इन यात्रियों को राहत देने के लिए रेल प्रशासन ने किराया वापस करने का फैसला किया है।
- कृषि कानूनों के विरोध के नाम पर गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली में उपद्रव करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू दिया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अबतक 22 एफआइआर दर्ज की है। एफआइआर में 50 से अधिक किसान नेताओं को नामजद किया गया है। जांच में जैसे-जैसे अन्य किसान नेताओं व उपद्रवियों के उपद्रव करने में संलिप्तता पाई जाएगी उनकी पहचान करने के बाद पुलिस उन्हें मुकदमें में आरोपित बनाएगी।