जज़्बे को सलाम : कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे साथी वकीलों की मद्दत को आगे आए एडवोकेट विकेश सिंह नेगी
[highlight]एडवोकेट व समाजसेवी विकेश सिंह नेगी ने बार एसोसिएशन देहरादून को भेंट किया 50 हजार रुपये का चैक।[/highlight]
आकाश ज्ञान वाटिका, 1 जून 2021, मंगलवार, देहरादून (जि.सू.का.)। देश के अन्य राज्यों की तरह ही कोरोना महामारी के कोर्ट बंद होने से उत्तराखंड में भी वकील आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अभी तक न केंद्र सरकार वकीलों की मद्दत को आगे आई है और न राज्य सरकार। ऐसे में साथी वकील ही आर्थिक संकट से जूझ रहे अपने साथी वकीलों की मद्दत को आगे आ रहे हैं।
देहरादून बार एशोशिएसन ने बाकायदा इसको लेकर मुहिम शुरू कर दी है। जिसमें दान देने के लिए वकील व समाजसेवी आगे आ रहे हैं। आज एडवोकेट व समाजसेवी विकेश सिंह नेगी ने बार एसोसिएशन देहरादून को 50 हजार रुपये का चैक भेंट किया। इस मौके पर बार एशोशिएसन देहरादून के सचिव अनिल शर्मा मौजूद रहे। विकेश सिंह नेगी ने सभी सक्षम अधिवक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संकट में ज़रूरतमंद साथी अधिवक्ताओं की मदद करें।
[box type=”shadow” ]“आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं अधिवक्ता” : मनमोहन कंडवाल
“बार एशोशिएसन देहरादून के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण हाईकोर्ट समेत राज्य की सभी अदालतों में नियमित सुनवाई नहीं हो रही है। अदालत में पहले की तरह काम-काज शुरू नहीं होने से राज्य के वकीलों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। रोज की आमदनी पर परिवार चलाने वाले वकीलों को राशन, ऑफिस और घर का किराया, बिजली बिल सहित अन्य खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है। देहरादून में कई वकील भी कोरोना संक्रमित हुए थे। इसमें अधिकांश के पास पैसे नहीं थे। कोरोना होने के बाद परिवार की सुध लेने के लिए भी कोई सामने नहीं आया। कई वकीलों को कर्ज लेकर इलाज कराना पड़ा। उनका परिवार सड़क पर आने की कगार पर है। 25 से अधिक अधिवक्ता कोरोना संक्रमण के कारण अपनी जान गवाँ चुके हैं। न केंद्र सरकार मद्दत कर रही है न राज्य सरकार।” : मनमोहन कंडवाल, अध्यक्ष, देहरादून बार एशोशिएसन[/box]
[box type=”shadow” ]सचिव अनिल शर्मा बोले सरकार करे मद्दत
“देहरादून बार एशोशिएसन के सचिव अनिल शर्मा ने कहा की सक्षम वकील अपने साथियों की मद्दत के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने एडवोकेट विकेश सिंह नेगी की भी तारीफ की। अनिल शर्मा ने कहा कई समाजसेवी लोगों ने भी मद्दत की है। इन पैसों से हम जरूरतमंद वकीलों की मद्दत करेंगे। अनिल शर्मा बोले जब सभी सरकारी दफ्तर खुले हैं तो कोर्ट की नियमित सुनवाई क्यों नहीं की जा रही है। अधिकांश वकीलों को दो वक़्क्त का भोजन बड़ी मुश्किल से नसीब हो रहा है। उन्होंने राज्य सरकार से भी वकीलों के लिए मद्दत की गुहार लगाई है।” : अनिल शर्मा, सचिव, देहरादून बार एशोशिएसन[/box]