कोरोना संक्रमण के दौर एव लॉकडाउन अवधि में जो विकास का पहिया थम गया था उसको पूरे मनोबल के साथ गति देनी है : आयुक्त कुमाऊँ अरविन्द सिह ह्यांकी
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 नवम्बर 2020, गुरुवार, हल्द्वानी(सूचना)। कोरोना के साये में अपने को सुरक्षित रखते हुए विकास कार्यों को धरातल पर उतारना जरूरी है क्योंकि विकास आम जनमानस की आवश्यकता होती है। यह बात आयुक्त कुमाऊँ एवं सचिव मा० मुख्यमंत्री श्री अरविन्द सिह ह्यांकी ने मण्डलीय विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये कही। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा में उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर एव लॉकडाउन अवधि में जो विकास का पहिया थम गया था उसको पूरे मनोबल के साथ गति देनी है। लिहाजा सभी अधिकारी समय का उपयोग करते हुए आवंटित लक्ष्यों को पूरा करते हुए निर्माण एवं विकास कार्यो को धरातल पर उतारें। उन्होंने अधिकारियों से कहा इस समय मौसम भी माकूल है। विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा बड़ी मात्रा में विभिन्न कार्यों के लिए धनराशि अवमुक्त कर दी है, लिहाजा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि अवमुक्त धनराशि का शतप्रतिशत उपयोग करते हुए विकास कार्यों को जनप्रतिनिधियों के समन्वय से उचित दिशा में ले जायें।
सचिव मा० मुख्यमंत्री श्री अरविन्द सिह ह्यांकी ने जिलाधिकारियों से कहा कि कोर्ट केसों के निस्तारण में तेजी लायें क्योंकि लाकडाउन के चलते कोर्ट केसों के निस्तारण की गति ठहर गई थी, लिहाजा कोर्ट केसों के निस्तारण को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुए अधिक से अधिक संख्या में लम्बित केसों का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि वादों के निस्तारण होने से वादकारियों को राहत होती है। उन्होंने कहा कि कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वार्षिक प्रविृष्टि भी विशेष अभियान चलाकर निर्गत की जायें क्योंकि बिना वार्षिक प्रविृष्टि के पदोन्नति मामलों मे सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी को डीपीसी में बाहर कर दिया जाता है जिससे उनके अन्दर कुंठा होती जिसका प्रतिकूल प्रभाव शासकीय कार्यों पर पडता है।
कार्यों में लापरवाही बरतने तथा आवंटित धनराशि का लम्बे समय से सदुपयोग न करने वाले स्वजल पिथौरागढ़ के अधिकारी का वेतन तत्काल प्रभाव से रोके जाने के आदेश जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ० विजय कुमार जोगदंडे को दिये। उन्होंने कहा कि स्वजल के अधिकारी यदि नवम्बर माह के अन्त तक कार्य पूरा नहीं करते हैं तो उनकी सेवाये समाप्त कर दी जायें। श्री अरविन्द सिह हृयांकी ने जिला योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारियो से कहा शासन से जिला योजना के माध्यम से विकास कार्यों के लिए जो धनराशि अवमुक्त की गई है उसे तत्काल शतप्रतिशत स्वीकृत परिव्यय के आधार पर विभागों को निर्गत करें ताकि विभाग तत्परता के साथ कार्यो को पूरा कर सकें।
समीक्षा के दौरान आयुक्त कुमाऊँ श्री अरविन्द सिह ह्यांकी ने जिलाधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार येाजना का लाभ शतप्रतिशत लाभार्थियों को दिया जाए। एलडीएम बैकों से समन्वय कर लाभार्थियों को तत्काल ऋण उपलब्ध कराने में अपनी सकारात्मक भूमि का निर्वहन करें। इसके साथ ही बैंकों व लाभार्थियों के मध्य लोनिंग में होने वाले गतिरोध को दूर करने के लिए उपजिलाधिकारी के स्तर पर गठित बैंकर्स कमेटियों को सक्रिय किया जाये। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने तथा स्थानीय लोगों के रोजगार उपलब्ध कराने में होमस्टे योजना काफी कारगर एवं लोकप्रिय है। इस योजना के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित किया जाये। सुदूर पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में होमस्टे विकसित किये जाए ताकि लोगों को रोजगार मिले और वही पर्यटक प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही कुमाऊँ की संस्कृति, हस्तशिल्प एवं उत्पादों से रूबरू हो सके। उन्होंने वीरचन्द्र गढ़वाली योजना, हर घर नल-नल मे जल, पिरूल योजना, सेवा का अधिकार, 13 जिले 13 डेस्टिनेशन, रेनवाटर हार्वेसिंटिग, कोविड-19 सक्रमण बचाओ के अलावा कई योजनाओं की समीक्षा की।
बैठक में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने बताया कि जनपद के जिला योजना के स्वीकृत परिव्यय 40 करोड़ के सापेक्ष 38 करोड़ की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है जिसमें से विकास कार्यों पर विभिन्न विभागों द्वारा 21 करोड़ की धनराशि व्यय की जा चुकी है, शेष धनराशि के आवंटन की प्रकिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि इस धनराशि का कुछ अंश कोविड-19 जनस्वास्थ्य, रोजगार परक योजनाओं, हिलांस किचन, हस्तशिल्प, वूडन हट्स, ग्रोथ सेन्टर पर व्यय किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत प्रवासियों तथा दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के कई योजनायें बनाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत कुल लक्ष्य 250 के सापेक्ष 389 लाभार्थियों के आवेदन स्वीकृत कर बैकों को भेजे गये जिनमे मे 60 लाभार्थियों को वित्तपोषित किया जा चुका है। इसके साथ ही वीरचन्द्र गढ़वाली योजना मेे 30 के लक्ष्य के सापेक्ष 32 आवेदको के आवेदन बैकों को भेजे गये हैं जिसमे से 10 लाभार्थियों को बैंकों द्वारा वित्तपोषित किया जा चुका है। जनपद में 325 होम स्टे कार्यरत हैं तथा शेष 70 नये होम स्टे स्थापित किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।
बैठक में बैठक में जनपद नैनीताल के जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, श्रीमती रंजना राजगुरू, श्री नितिन सिह भदौरिया, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ० विजय कुमार जोगदंडे, श्री सुरेन्द्र नाथ पाण्डे, श्री विनीत कुमार के अलावा अपर आयुक्त संजय कुमार खेतवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह भण्डारी, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, उपनिदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी एवं अन्य मण्डलीय अधिकारी मौजूद थे।