जन-स्वास्थ्य जिलाधिकारी सविन बंसल की प्राथमिकता में है शामिल
- जिले के हर आम एवं गरीब आदमी को बेहतर स्वास्थ सेवायें मिले ताकि वे स्वस्थ रहकर समाज व राष्ट्र के विकास मे योगदान कर सके : जिलाधिकारी सविन बंसल
आकाश ज्ञान वाटिका, बुधवार, 4 नवम्बर 2020, पदमपुरी/भीमताल/नैनीताल (सूचना)। जनस्वास्थ्य के प्रति गम्भीर एवं संवेदनशील युवा जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की कोशिश है कि जिले के हर आम एवं गरीब आदमी को बेहतर स्वास्थ सेवायें मिले ताकि वे स्वस्थ रहकर समाज व राष्ट्र के विकास मे योगदान कर सके। जनस्वास्थ्य जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की प्राथमिकता में शामिल है। जब से उनकी जिले में आमद हुई है तब से वह जिले के सरकारी अस्पतालों में सुविधायें बढ़ाने की दिशा मे कार्यरत हैं। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल का मानना है कि अगर अस्पतालों में आधुनिकतम पैथोलाॅजी लैब हो तो निश्चय ही ओपीडी में मरीजों की संख्या में इजाफा होता है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी जाँचें कराने के लिए दुर्गम इलाकों के मरीजों को हल्द्वानी शहर का रूख करना पड़ता है, जिससे उनके समय और धन की बर्बादी होती है। इसी तथ्य को संज्ञान मे रखते हुये जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने गुजरे समय में राजकीय चिकित्सालय गरमपानी में आधुनिकतम पैथोलॅाजी लैब, एक्सरे मशीन तथा अल्ट्रासाउन्उ की व्यवस्था की थी, जिसका परिणाम यह हुआ की गरमपानी चिकित्सालय में पहले केवल 15 से 20 मरीज आ रहे थे आज वह संख्या बढ़कर 150 से 200 हो गई है।
बीते रोज जिलाधिकारी ने राजकीय चिकित्सालय पदमपुरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्हें बताया गया कि चिकित्सालय में किसी भी प्रकार की पैथोलाजी लैब न होने के कारण मरीजों को दूर शहरों में जाकर जाँच करानी पड़ रही है। इस पर जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने जनस्वास्थ के मद्देनजर तत्काल निर्णय लिया और उन्होंने कहा कि इस चिकित्सालय में तीन सप्ताह के भीतर सभी सुविधाओं से लैस पैथोलाजी लैब शुरू कर दी जायेगी, फिर दूरदराज के लोगों को जाँच कराने के लिए कही दूर नहीं जाना पड़ेगा। पैथोलाॅजी रिपोर्ट के अध्ययन के बाद चिकित्सक को भी आसानी रहती है और बेहतर इलाज मरीजों को मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि स्थापित होने वाली लैब के लिए टैक्नीशियन की व्यवस्था उपनल के माध्यम से की जायेगी। चिकित्सालय मे अल्ट्रासाउन्ड तथा एक्सरे मशीन की व्यवस्था भी जिला योजना फंड से कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिले के सुदूरवर्ती इलाकों मे रह रहे लोगों को बेहतर जनस्वास्थ की सुविधायें मिलें। उनका मानना है कि प्रत्येक नागरिक समाज व राष्ट्र की धरोहर है। स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मष्तिस्क रहता है। स्वस्थ्य व्यक्ति ही रचनात्मक एवं सृजनात्मक कार्यों को अंजाम दे सकता है जो कि विकास के लिए आवश्यक एवं महत्वपूर्ण है।