“सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, भारत की क्षमता को दुनिया ने देखा है” : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
आकाश ज्ञान वाटिका, 8 फ़रवरी 2021, सोमवार। राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में बोल रहे हैं। सभी की निगाहें इस भाषण के दौरान प्रधान मंत्री पर हैं। पीएम मोदी ने बोलते हुए सबसे पहले सभी सांसदों को धन्यवाद कहा, जिन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही को अपना समय दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का उद्बोधन आत्मनिर्भर भारत की राह दिखाने वाला रहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक नई उमंग, ऊर्जा और आत्मविश्वास पैदा करने वाला था। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का तहेदिल से आभार व्यक्त किया। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सभी चिंताओं और सवालों का जवाब देंगे। संसद के बजट सत्र की शुरुआत के बाद से, विपक्ष ने लगातार कृषि कानूनों पर केंद्र पर हमला किया है। हालांकि, सरकार ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया है और आरोप लगाया है कि किसानों का विरोध केवल एक राज्य पंजाब में है। सरकार ने यहां तक कहा कि वह संशोधन के लिए तैयार है, लेकिन दावा किया कि कृषि कानूनों में कुछ भी गलत नहीं है।
[box type=”shadow” ]राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में बोले:
[highlight]राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में आज जवाब दे रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने कहा, ‘राज्यसभा में, 50 से अधिक सांसदों ने 13 घंटे से अधिक समय तक अपने विचार व्यक्त किए, उन्होंने अपने अमूल्य विचार व्यक्त किए। इसलिए, मैं सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं।'[/highlight]
- सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक भारत की क्षमता को दुनिया ने देखा है। जल, थल, नभ, और अंतरिक्ष भारत हर क्षेत्र में अपनी रक्षा के लिए सामर्थ्य के साथ खड़ा है : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- गुलाम नबी जी हमेशा शालीनता से बोलते हैं, कभी भी गंदी भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। हमें उनसे यह सीखना चाहिए, मैं इसके लिए उनका सम्मान करता हूं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों की प्रशंसा की … मुझे विश्वास है कि आपकी पार्टी इसे सही भावना में लेगी, और जी-23 के सुझावों को सुनकर इसके विपरीत करने की गलती नहीं करेगी।
- पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा, मुझ पर भी कितना हमला हुआ, जो भी कहा जा सकता था कहा गया, पर मुझे बहुत आनंद हुआ, कि मैं कम-से-कम आपके काम तो आ सका।
- पूरे देश में जिस तरह से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई है वह अपने आप में सराहनीय है। पूर्वी भारत भारत के उज्ज्वल भविष्य में एक बड़ी भूमिका निभाएगा।
- “इस देश को हर सिख पर गर्व है। उन्होंने इस देश के लिए क्या कुछ नहीं किया। हम उन्हें जो भी सम्मान देंगे वह हमेशा कम होगा। मैं पंजाब में अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताने पर भाग्यशाली महसूस करता हूं। उनके लिए कुछ लोगों द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा और उन्हें गुमराह करने का प्रयास राष्ट्र को कभी लाभ नहीं पहुंचाएगा।” : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- “हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पंजाब के साथ क्या हुआ। इसे विभाजन के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। यह 1984 के दंगों के दौरान सबसे ज्यादा रोया था। वे सबसे दर्दनाक घटनाओं के शिकार हुए। जम्मू-कश्मीर में मासूमों की हत्या कर दी गई। हथियारों का कारोबार उत्तर पूर्व में किया जाता था। इन सबने राष्ट्र को प्रभावित किया।” : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- “भारत में ‘आंदोलनजीवी’ नामक एक नया जमाना सामने आया है, जो हर विरोध में मौजूद है। देश को उनकी पहचान करने की जरूरत है। हमें देश को नई FDI यानी विदेशी विनाशकारी विचारधारा से बचाने की जरूरत है।
- किसानों से आंदोलन खत्म करने को कहा है। उन्होंने कहा कि बात करने के लिए तैयार हैं। सभी विकल्प खुले हैं। पीएम ने राज्यसभा में कहा, ‘एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा’।
- हमारे कृषि मंत्री किसानों से बात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने किसानों से कहा कि विरोध करना आपका अधिकार है, लेकिन बुज़ुर्ग लोग को वापस भेजें।
- कृषि में सुधार के लिए सभी को एकजुट होना होगा। रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद कृषि में समस्याएं हैं।
- कृषि कानूनों पर पीएम मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस को कहा कि मैं जो कर रहा हूं, उसपर आपको गर्व होना चाहिए।
- हर पिछली सरकार ने कृषि सुधारों की बात की है; हर कोई कृषि में सुधार की आवश्यकता पर सहमत था। मैं बहुतों के हूं। राजनीति इतनी प्रचलित है कि लोग अपने ही विचारों को भूल जाते हैं।
- 2014 के बाद, हमने छोटे किसानों को शामिल करने के लिए फसल बीमा का दायरा बढ़ाया। हमारी सभी नीतियों, योजनाओं में छोटे किसान शामिल।
- ‘मैं सदन में कृषि से संबंधित चर्चाओं पर देवेगौड़ा के योगदान की सराहना करना चाहता हूं। उनके शब्दों ने बहस के लिए महान परिप्रेक्ष्य जोड़ा है। उनका खुद कृषि क्षेत्र के साथ एक मजबूत संबंध है।’
- पीएम ने किसानों के विरोध की बात करते हुए पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कृषि ऋण माफी से छोटे किसानों को फायदा नहीं है।
- -पीएम मोदी बोले- संसद में सभी ने किसानों के विरोध के बारे में बात की, लेकिन विरोध के कारण पर बात नहीं की।
- भारत केवल दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र नहीं है। भारत लोकतंत्र की जननी है और यह हमारा लोकाचार है। हमारे राष्ट्र का स्वभाव लोकतांत्रिक है।
- ‘मैं डेरेक जी को सुन रहा था, उन्होंने अच्छे शब्दों को चुना था- फ्रीडम ऑफ स्पीच, इन्टिमिडेशन। जब मैं उन्हें सुन रहा था, तो मुझे आश्चर्य हो रहा था कि क्या वह बंगाल के बारे में बात कर रहे हैं या देश के।’
- ‘जो लोग भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाते हैं, मैं उन्हें यह समझाना चाहता हूं कि हमारा लोकतंत्र एक पश्चिमी संस्थान नहीं है, बल्कि एक मानव संस्थान है।’ पीएम ने आगे कहा कि भारत का राष्ट्रवाद संकीर्ण, लालची या आक्रामक नहीं है।
- विरोध करने के लिए कितने मुद्दे हैं लेकिन ऐसी बातों में ना उलझें, जो देश के मनोबल को तोड़ते हैं, देश के सामर्थ्य को नीचा दिखाते हैं।
- ‘हम आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, ये एक प्रेरक अवसर है। हम जहां हों, मां भारती की संतान के रूप में आज़ादी के 75वें पर्व को हमें प्रेरणा का पर्व मनाना चाहिए।’
- ‘अच्छा होता कि राष्ट्रपति जी का भाषण सुनने के लिए सब होते तो लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ जाती। लेकिन राष्ट्रपति जी के भाषण की ताकत इतनी थी कि न सुनने के बाद भी बात पहुंच गई।’
- ‘कोरोना ने दुनिया के साथ भारत के रिश्तों को एक नई ताकत दी है। शुरुआत में जब वैक्सीन और दवाई नहीं थे, तो सारे विश्व का ध्यान भारत की दवाईयों की ओर गया। विश्व में फार्मेसी के हब के रूप में भारत उभर कर आया।’
- भारत के लिए दुनिया ने बहुत आशंकाएं जताई थीं। विश्व बहुत चिंतित था कि अगर कोरोना की इस महामारी में भारत अपने आप को संभाल नहीं पाया तो न सिर्फ भारत, पूरी मानव जाति के लिए इतना बड़ा संकट आ जाएगा, ये आशंकाएं सभी ने जताई।
- भारत ने उन दिनों को देखा है जब पोलियो, चेचक का बड़ा खतरा था। किसी को नहीं पता था कि भारत को वैक्सीन मिलेगी या कितने लोगों को मिलेगी। उन दिनों से, अब हम यहां हैं, जब हमारा राष्ट्र दुनिया के लिए टीके बना रहा है। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है।
- दुनिया की नजर भारत पर है। भारत से उम्मीदें हैं और विश्वास है कि भारत हमारे ग्रह की बेहतरी में योगदान देगा। पीएम मोदी ने बताया, ‘आपने सोशल मीडिया पर देखा होगा-एक बूढ़ी औरत अपने पांव के तले बैठी है, एक प्रज्ज्वलित मिट्टी के दीपक के साथ, भारत के कल्याण के लिए प्रार्थना कर रही है। हम उसका मजाक उड़ा रहे हैं! अगर कोई ऐसा व्यक्ति जो कभी स्कूल नहीं गया, वह सोचता है कि वे दीपक जलाकर भारत की सेवा कर सकते हैं, तो उसका मजाक बनाया जाता है।
- राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत सही मायने में अवसरों का देश है। कई अवसर हमारा इंतजार कर रहे हैं, इसलिए एक ऐसा राष्ट्र जो युवा है, जोश से भरा है और एक ऐसा राष्ट्र जो सपनों को साकार करने का प्रयास कर रहा है, एक संकल्प के साथ, इन अवसरों को कभी भी जाने नहीं दिया जा सकता।'[/box]
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- “हम स्वदेशीकरण पर जोर दे रहे हैं और 101 आइटमों को चुना है जो अन्य देशों से आयात नहीं किए जाएंगे लेकिन भारतीयों द्वारा भारत में निर्मित किए जा रहे हैं।” : रक्षा मंत्री
- “हमारी सेना ने अब पाकिस्तान की शरारतों को सीमा तक ही सीमित कर दिया है। जिस प्रकार की कार्रवाई हमारी सेना के द्वारा की जाती है उसकी जितनी सराहना की जाए वो कम है” :
- “अब तक 11 राफेल विमान आ चुके हैं और मार्च तक 17 राफेल भारत की धरती पर होंगे। अप्रैल 2022 तक हमारे सारे राफेल भारत आ जाएंगे।” : रक्षा मंत्री[/box]